गुरुकुंज मोझरी में “राष्ट्रसंताची की राष्ट्रभक्ति” पुस्तक का विमोचन
(रामचंद्र मुंदाने, अमरावती संवाददाता)
डॉ. राजाराम जनार्दन बोथे ने स्वतंत्रता वीर सावरकर की जयंती के अवसर पर इब्राहिम खान इलाही बछ उर्फ देवेन्द्र खाकसे द्वारा लिखित पुस्तक “वंदनीय राष्ट्रसंताची राष्ट्रभक्ति” का विमोचन किया।
इब्राहिम खान इलाही उर्फ देवेन्द्र खाकसे दस साल से पंद्रह से बीस किताबें लिख चुके हैं। इनमें सूर्य गंगा चे पानी, उत्कृष्ट शिक्षक, मैं और शिरसगांव मोजरी शामिल हैं और अब “वंदनीय राष्ट्रसंताची राष्ट्रभक्ति” पुस्तक हाल ही में प्रकाशित हुई है। इस पुस्तक के विमोचन के समय इब्राहीम खान इलाही ने यह विचार व्यक्त किया कि राष्ट्रभक्ति ईश्वरभक्ति से श्रेष्ठ है।
1962 में भारत-चीन युद्ध के दौरान सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए पूज्य राष्ट्रसंतों ने सीमा पर देशभक्ति भजन गाए थे। डॉ. राजाराम बोथे ने कहा कि इब्राहिम खान द्वारा लिखित पुस्तक “वंदनी राष्ट्रसंत राष्ट्रभक्ति” की आज यह आवश्यकता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ राजाराम जनार्दन बोथे ने की. मुख्य अतिथि पत्रकार धनराज बारबुद्धे, शरद कांडलकर, अजय सुरटकर, हेमन्त पखाले, हेमन्त बोके थे। इस अवसर पर मुख्य अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ देकर किया गया। कार्यक्रम का संचालन अमोल बांबल ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन अजय सुरटकर ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में गांव के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे ।