नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर करीब 9 महीने बाद धरती पर लौट आए हैं। भारतीय समय के अनुसार, स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल ने फ्लोरिडा के तट पर तड़के करीब 3:30 बजे समुद्र में लैंड किया। जिस समय स्पेसएक्स का ड्रैगन कैप्सूल लैंड कर रहा था, उस वक्त पूरी दुनिया की निगाहें वहां टिकी हुई थीं। कैमरे में वो पल कैद हुआ जब समंदर में कैप्सूल की सफल लैंडिंग हुई। लैंडिग और उसके बाद का वीडियो सामने आया है। वीडियो में सुनीता विलियम्स मुस्कुराते हुए नजर आ रही हैं। नीचे दिए गए वीडियो आप पूरा मंजर देख सकते हैं।
ड्रैगन कैप्सूल से सुनीता विलियम्स के बाहर आने का वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में सुनीता विलियम्स मुस्कुराते हुए नजर आ रही हैं। ड्रैगन कैप्सूल से बाहर आते हुए उन्होंने हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन स्वीकार किया। नीचे दिए गए वीडियो में आप देख सकते हैं।
भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके तीन सहकर्मी अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से सफलतापूर्वक पृथ्वी पर लौट आए हैं। नासा के स्पेसएक्स क्रू-9 मिशन के तहत उन्होंने बुधवार (19 मार्च) को भारतीय समयानुसार 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट पर लैंडिंग की। इस दल में बुच विल्मोर, निक हेग और अलेक्जेंडर गोरबुनोव भी शामिल थे।
धरती पर लौटे अंतरिक्ष यात्रियों को एक सुंदर और अप्रत्याशित अनुभव हुआ। उनका स्वागत डॉल्फिन्स ने किया। ड्रैगन कैप्सूल के समुद्र में उतरते ही डॉल्फिन कैप्सूल के आसपास तैरते हुए देखे गए। यह एक लगभग जादुई क्षण था जब डॉल्फिन ने ड्रैगन कैप्सूल के चारों ओर चक्कर लगाया, इससे पहले कि इसे रिकवरी पोत पर रखा जाता। रिकवरी टीम ने कैप्सूल के साइड हैच को सावधानी से खोला, जो सितंबर के बाद से पहली बार खुला था। अंतरिक्ष यात्रियों को कैप्सूल से बाहर निकाला गया और 45 दिनों के पुनर्वास कार्यक्रम के लिए ह्यूस्टन ले जाया गया। क्रू-9 की पृथ्वी पर वापसी में अपनी चुनौतियां थीं।
समुद्र में सुरक्षित लैंडिंग के बाद कंट्रोल सेंटर से संदेश दिया गया ‘निक, एलेक, बुच, सुनीता – स्पेसएक्स की ओर से घर में आपका स्वागत है।’ इस पर कमांडर निक हेग ने जवाब दिया क्या शानदार यात्रा थी!

इसके तुरंत बाद रिकवरी टीम तेज नावों से कैप्सूल तक पहुंचीं और उन्हें सुरक्षित निकाला। सबसे पहले निक हेग को कैप्सूल से बाहर निकाला गया, उसके बाद अलेक्जेंडर गोरबुनोव फिर सुनीता विलियम्स और अंत में बुच विल्मोर बाहर आए। सभी ने मुस्कुराते हुए हाथ हिलाकर अभिवादन किया और उन्हें मेडिकल टेस्ट के लिए रोलिंग स्ट्रेचर पर ले जाया गया।
अंतरिक्ष में करीब 9 महीनों का सफर तय कर नासा की एस्ट्रोनॉट्स सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की घर वापसी हो गई। नासा और स्पेसएक्स ने मिलकर इस मिशन को सफल बनाया। सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की फ्लोरिडा तट पर लैंडिंग हुई। उसके बाद उनकी मेडिकल जांच की गई। जिसमें सभी स्वस्थ पाए गए। उनका अंतरिक्ष से धरती तक का सफर कई कारणों से अनोखा रहा।
9 महीने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में बिताने के बाद कुछ घंटे पहले सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर वाला स्पेसएक्स कैप्सूल पैराशूट से मैक्सिको की खाड़ी में उतरा गया। इसके बाद पूरी दुनिया में खुशी की लहर दौड़ गई। करीब 1 घंटे बाद कैप्सूल से अंतरिक्ष यात्री बाहर निकल कर आए और कैमरों के सामने हाथ हिलाते और मुस्कुराते हुए दिखाई दिए।


इसके बाद उन्हें मेडिकल जांच के लिए भेज दिया। अब सवाल यह है कि सुनीता विलियम्स की धरती पर वापसी के बाद अब कैसी हैं, क्या सभी अंतरिक्ष यात्री सेफ हैं? ऐसे कई सवाल है जो काफी ज्याद महत्वपूर्व है। चलिए जानते है अंतरिक्ष से लेकर उनके धरती तक के सफर की पूरी कहानी

मिशन की शुरुआत
सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर 5 जून, 2024 को बोइंग स्टारलाइनर के पहले क्रूड टेस्ट मिशन पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए रवाना हुए। यह मिशन मूल रूप से 8 दिन का था। जिसके बाद स्टारलाइनर में तकनीकी खराबी (थ्रस्टर फेल होना और हीलियम लीक) के कारण उनकी वापसी टल गई। नासा ने सुरक्षा कारणों से स्टारलाइनर को बिना क्रू के वापस भेजा, और वे ISS पर रुक गए।
वर्तमान स्थिति
सुनीता और बुच अब तक 286 दिनों से ज्यादा अंतरिक्ष में बिता चुके हैं। वे 18 मार्च, 2025 को स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन के जरिए धरती पर लौट आए हैं। लंबे समय तक माइक्रोग्रैविटी में रहने से उनकी मांसपेशियों और हड्डियों पर असर पड़ा। वापसी के बाद तस्वीरों में वे पतली और कमजोर दिखीं, लेकिन नासा ने कहा कि वे स्थिर हैं। धरती पर लौटने के बाद, उन्हें मांसपेशियों की कमजोरी और ग्रैविटी के अनुकूल ढलने में समय लगेगा। नासा के मुताबिक, 45 दिन का रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम उनकी रिकवरी के लिए तैयार है।नासा और स्पेसएक्स ने उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की। क्रू-9 मिशन के तहत ड्रैगन कैप्सूल ने फ्लोरिडा तट पर सफल plashdown किया, जो उनकी सुरक्षा का प्रमाण है।