सवांददाता ब्यूरो चीफ रमाकांत झंवर बीकानेर श्रीडूंगरगढ़
श्रीडूंगरगढ स्थानीय वसुंधरा नगर में स्थित सृजन पब्लिक स्कूल श्रीडूंगरगढ़ में आज तालुका विधिक सेवा समिति श्रीडूंगरगढ़ द्वारा मानवाधिकार पर एक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया।जिसकी अध्यक्षता पूर्व प्रिंसीपल लीलाधर जी सारस्वत ने की ओर अपने अध्यक्षीय भाषण में सम्बोधित करते हुए कहा कि आज समाज मे बालिकाओं को शिक्षा में आगे आने के साथ ही व्यवहार कुशल होना आवश्यक है साथ ही कंही भी कोई असहजता महसूस होने पर सबसे पहले अपने अभिभावकों ओर गुरुजनों को बताना चाहिये और अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना चाहिए।मुख्य अतिथि के रूप में पधारे बार संघ अध्यक्ष श्रीसत्यनारायण प्रजापत ने शिक्षा के प्रति समर्पित हो कर अपने मानवाधिकार हनन का विरोध करना चाहिए तथा अधिकार और कर्तव्यों के प्रति भी जानकर बनने की बात कही ।न्यायालय में गरीब और निर्धनव्यक्ति को भी न्याय मिलेगा जिसके लिये न्यायालय में विधिक सेवा समिति बनी हैं। अतिथि वक्ता बार के मीडिया प्रभारी सेंट्रल नोटेरी पुखराज तेजी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि सभी को मानवाधिकार के बारे में जानकारी हो कि कुछ अधिकार ऐसे ह जो समाज ,कानून व्यवस्था से जुड़े हैं और कुछ समाज व्यवस्था और मानव द्वारा निर्धारित किया है जिनको मानवाधिकार में माना गया हैं ।निजता का अधिकार स्वतंत्रता का अधिकार, वाक अभिव्यक्ति का अधिकार जो हर व्यक्ति को जन्म से मिलते हैं। तेजी ने यह भी कहा कि कोई भी विद्यार्थियों के नोटेरिल डोकोमेन्ट हो उनको में सेवा भाव से निःशुल्क करूँगा।
न्यायालय के अभियोजन अधिकारी सपन कुमार ने बताया कि महिलाओं के बारे घरेलु हिंसा होती हैं पति सास ससुर या पिता कोई भी महिला को मारपीट करें, घर का बिल नही भरे या परचून उपलब्ध नहीं करता हो या शराब पीकर पैसे उड़ा देता हैं तो यह घरेलू हिंसा हैं जिसकी शिकायत न्यायालय में की जा सकती हैं विधिक सेवा में निशुल्क वकील खड़ा कर सकती हैं। बच्चों से सवाल जबाब कर संवाद भी किया ।तालुका विधिक समिति के सचिव जगदीश व अधिवक्ता जयप्रकाश मीणा ने भी सम्बोधित कर बेड टच गुड टच के बारे में बताया ।शाला के प्रिंसिपल प्रमोद सारस्वत ने आभार व्यक्त किया।सेकड़ो बच्चे व अध्यापकगण मौजूद रहे।