रिपोर्टर रजनीश पाण्डेय सूरत गुजरात सत्यार्थ न्यूज़
सूरत वर्षा जल संचयन को लेकर बड़ी पहल, जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
6 सितंबर को प्रधानमंत्री की वर्चुअल मौजूदगी में सूरत के इंडोर स्टेडियम में वर्षा जल संचयन पर कार्यक्रम होगा,
सूरत में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने दक्षिण गुजरात के लोगों से वर्षा जल संचयन के लिए आगे आने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि ‘कैच द रेन’ अभियान के तहत वर्षा के पानी को जमीन में सोखने के प्रयास किए जा रहे हैं। आगामी 6 सितंबर को प्रधानमंत्री की वर्चुअल मौजूदगी में सूरत के इंडोर स्टेडियम में वर्षा जल संचयन पर कार्यक्रम होगा, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों से शामिल होने का भी आग्रह किया गया है।
इस कार्यक्रम में मंत्री ने बताया कि गुजरात में विशेषकर दक्षिण गुजरात में पानी की समस्या गंभीर है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश और राजस्थान की 20 नदियों को जोड़ने की योजना है और गुजरात में 24,800 बोरवेल ड्रिल किए जाएंगे।
मंत्री ने कहा, “दुनिया की 18 प्रतिशत आबादी भारत में रहती है, लेकिन हमारे पास सिर्फ 4 प्रतिशत पानी है। अगर हम इस पानी का सही उपयोग करें तो भविष्य में पानी की समस्या नहीं होगी।”
इस अवसर पर राज्य सरकार के मंत्री मुकेश पटेल ने भी वाटर रिचार्जिंग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि हाल ही में ऑलपाड के डेलाद में 136 बोरवेल ड्रिल किए गए हैं जिससे पानी की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
सूरत नगर निगम आयुक्त शालिनी अग्रवाल ने कहा कि नगर निगम ने भी वर्षा जल संचयन के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। नगर निगम आयुक्त शालिनी अग्रवाल ने बताया कि नगर निगम 70 प्रतिशत, पदाधिकारी 20 प्रतिशत और नगर निगम की अपनी निधि से 10 प्रतिशत धनराशि प्रदान कर रहा है।
सूरत जिला कलेक्टर डॉ. सौरभ पारधी ने बताया कि निकट भविष्य में सूरत जिले में 2031 तक वर्षा जल संचयन के कार्य किए जाएंगे, जिसका ब्यौरा देते हुए सहयोग से अधिक से अधिक मात्रा में पानी संचय करने, वर्षा जल को भूमिगत करने का अभियान चलाया जाएगा। ग्राम, तालुका पंचायतों से उद्योगों को स्व-वित्त पोषण दिया गया
इस अवसर पर वित्त मंत्री कनुभाई देसाई, गृह राज्य मंत्री हर्षभाई संघवी, जनजातीय विकास राज्य मंत्री कुँवरजीभाई हलपति, सांसद मुकेशभाई दलाल, प्रभुभाई वसावा, धवल पटेल, महापौर दक्षेशभाई मावानी, दक्षिण गुजरात के सूरत सहित नवसारी, वलसाड, तापी और डांग जिलों के विधायक, बड़ी संख्या में कलेक्टर, जिला पंचायत अध्यक्ष और पदाधिकारी जन जागरूकता सेमिनार मेंशामिल हुए।