भाकपा माले प्रखंड कमिटी की बैठक संपन्न, लिये गये आंदोलनात्मक निर्णय
पूसा में खेग्रामस कार्यकर्ता पर हमला एवं पुलिसिया कारवाई में शिथिलता पर झोभ प्रकट किया गया
गिरती कानून-व्यवस्था पर आक्रोश व्यक्त करते हुए जीतन सहनी के हत्यारे को गिरफ्तार करने की मांग
राजीव कुमार सिन्हा
ताजपुर/समस्तीपुर
18 जुलाई 2024
भाकपा माले प्रखंड कमिटी की बैठक बृहस्पतिवार को नगर परिषद क्षेत्र के फलमंडी में संपन्न हुई। बैठक में पिछले कार्यों की समीक्षा के बाद लोकयुद्ध एवं पार्टी सदस्यता बढ़ाने, पार्टी को और अधिक मजबूत बनाने समेत आगामी आंदोलन पर गंभीर चर्चा की गई।
बैठक से किसान हित की मांगों को लेकर 19 जुलाई को किसान महासभा के बैनर तले जुलूस निकालकर गांधी चौक पर मुख्यमंत्री का पूतला फूंकने, बढ़ते अपराध के खिलाफ 20 जुलाई को जिला मुख्यालय में प्रतिरोध मार्च को सफल बनाने, एनटीए के खिलाफ 23 जुलाई को आइसा के विधानसभा मार्च को सफल बनाने, 24 जुलाई को रसोईया का विधानसभा पर प्रदर्शन को सफल बनाने, 25 जुलाई को खेग्रामस द्वारा विधानसभा पर प्रदर्शन को सफल बनाने, 28-31 जुलाई तक हक दो- वादा निभाओ अभियान के तहत सभी शाखाओं की बैठक करने समेत गांव-टोला में जनता बैठक करने समेत अन्य आंदोलनात्मक निर्णय लिया गया।
बैठक में संजीव राय, शंकर महतो, मनोज कुमार सिंह, आसिफ होदा, मो० एजाज, मो० क्यूम, मुंशीलाल राय, ललन दास, मुकेश कुमार गुप्ता, नौशाद तौहीदी, मो० अबुबकर, मो० कलीम परवेज, मो० अरशद कमाल बबलू, मो० ज़ुबैर, आदि ने भाग लेकर अपने- अपने विचार व्यक्त किया।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि नीतीश सरकार ने 94 लाख गरीब परिवारों को 2-2 लाख रूपये सहायता राशि देने की घोषणा की थी। इसके लिए 72 हजार रूपए वार्षिक आय प्रमाण-पत्र का शर्त लागू किया गया है लेकिन कोई भी अंचलाधिकारी 72 हजार रुपए आय का प्रमाण-पत्र बनाने के लिए तैयार नहीं है। इसके खिलाफ अंचल पर निर्णायक संघर्ष शुरू किया जाएगा। बढ़ती महंगाई के मद्देनजर वृद्धा, दिव्यांग एवं मोसमाती पेंशन 4 हजार रूपये करने, मनरेगा में काम नहीं मिलने पर 15 सौ रूपये बेरोजगारी भत्ता देने, प्रखंड में बिजली सुधार, बाजार क्षेत्र में नाला एवं जर्जर सड़क मरम्मतीकरण करने, खेत से जलनिकासी करने, सरकारी जमीन पर भूमाफिया द्वारा अवैध कब्जा के खिलाफ संघर्ष तेज करने का शंखनाद किया गया।
बैठक के अंत में पूसा प्रखंड में खेग्रामस कार्यकर्ता पर मनरेगा माफिया द्वारा हमले एवं पुलिसिया कारवाई पर झोभ प्रकट एवं वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या पर आक्रोश व्यक्त करते हुए बढ़ते हत्या-अपराध पर रोक लगाने अन्यथा आंदोलन तेज करने की घोषणा भी की गई।