न्यूज रिपोर्टर मनोज मूंधड़ा बीकानेर श्रीडूंगरगढ़
हेल्थ एक्सपर्ट्स 2 से 5 साल के बच्चे की डाइट का खास ख्याल रखने की सलाह देते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस उम्र में बच्चा क्या खाता-पीता है, इसका सीधा असर भविष्य में उसकी ईटिंग हैबिट्स पर पड़ता है। स्वास्थ्य मंत्रालय और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) बच्चे को 6 महिने तक मां का दूध पिलाने की सलाह देते हैं। 6 महिने बीत जाने के बाद बच्चा दो साल तक मुलायम फल, पतली दाल, दही-दूध आदि चीजों का सेवन करता है। वहीं, मासूम के 2 साल का होते ही मां-बाप को चिंता सताने लगती है कि अब वे अपने चांद के टुकड़े को क्या खिलाएं? पेरेंट्स के मन में अक्सर ये सवाल रहता है कि उनके बच्चे के लिए किस तरह की डाइट ठीक होगी या किस तरह का खाना उसके ब्रेन और बॉडी दोनों को हेल्दी रखने का काम करेगा? दूसरी ओर हेल्थ एक्सपर्ट्स भी 2 से 5 साल के बच्चे की डाइट का खास ख्याल रखने की सलाह देते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस उम्र में बच्चा क्या खाता-पीता है, इसका सीधा असर भविष्य में उसकी ईटिंग हैबिट्स पर पड़ता है। साथ ही इस उम्र में सही खानपान बच्चे की इम्यूनिटी को बढ़ाकर तमाम तरह के रोगों के खिलाफ लड़ने में उसके शरीर को सक्षम बनता है। इसी कड़ी में इस लेख में हम 2 से 5 साल के बच्चे के लिए हफ्तेभर का स्पेशल डाइट प्लान लेकर आएं हैं। इस डाइट प्लान में बताया गया खाना ना केवल आपके बच्चे की इम्यूनिटी को स्ट्रांग करेगा, बल्कि इसे फॉलो करने से उसका विकास भी ठीक ढंग से हो पाएगा। साथ ही ये प्लान बच्चे के दिमाग को तेज कर उसे हमेशा ऊर्जा से भरा रखने में भी असरदार साबित हो सकता है।
तेज दिमाग, लंबी हाइट और हेल्दी बॉडी के लिए फॉलो करें ये डाइट प्लान
सोमवार
-सोमवार के दिन आप अपने बच्चे के दिन की शुरुआत उसे घर पर बनाए गए मक्शन के साथ मेथी या दाल के पराठे खिलाकर कर सकते हैं, साथ ही उसे एक गिलास दूध भी पिलाएं। लंच में बच्चे को सादी रोटी के साथ कोई भी हरी सूखी सब्जी, जैसे बीन्स या भिंडी, एक छोटी कटोरी रेशे वाले काले छोले की सब्जी और सलाद खिलाएं। शाम के वक्त भूख लगने पर एक सेब काटकर उसे दें। डिनर में सोयाबीन की सब्जी बनाएं और रोटी या चावल के साथ उसे खिलाएं।
मंगलवार
-मंगलवार के दिन ब्रेकफास्ट में दूध से दलिया बनाकर तैयार करें, साथ ही एक केला भी बच्चे को खिलाएं। लंच में दाल-चावल और खीरे का रायता बनाएं।
शाम के वक्त स्नैक्स के तौर पर बच्चे को एक चीकू या चुकंदर खिलाएं। डिनर में सबके लिए आलू मटर की रसभरी सब्जी तैयार करें और उसमें थोड़ा सा घी डालकर रोटी के साथ बच्चे को खिलाएं।
बुधवार
-नाश्ते में बच्चे को मूंगदाल का चीला, एक गिलास दूध और सलाद खिलाएं। लंच में राजमा-चावल दही के साथ खिलाएं। शाम के स्नैक्स में बच्चे को थोड़े से काले नमक के साथ केला खिलाएं। डिनर में मूंग दाल की खिचड़ी बनाकर उसे दें।
गुरुवार
-गुरुवार को बच्चे के दिन की शुरुआत एक गिलास ताजे फलों के जूस के साथ करें। इसके साथ ही ओट्स भी खिलाएं। लंच में अरबी की भजिया, सफेद छोले की सब्जी के साथ चावल, रोटी और एक गिलास छाछ पिलाएं। शाम के स्नैक्स में आप उसे तरबूज या संतरा खिला सकते हैं। डिनर में सांभर और चावल खिलाएं।
शुक्रवार
-नाश्ते में बच्चे को आलू और प्याज का परांठा दही के साथ खिलाएं। लंच में उसके लिए लौकी की सब्जी और रोटी बनाएं। साथ ही दही या रायता भी दिया जा सकता है। स्नैक्स में बच्चे को ताजे फलों और सब्जियों की स्मूदी बनाकर पिलाएं। डिनर में पनीर, सोयाबिन और सब्जियां डालकर पुलाव खिलाएं।
शनिवार
-नाश्ते में घर पर बना हुआ डोसा और सांभर खिलाएं। लंच में कढ़ी-चावल और आलू जीरा की सब्जी बनाएं। स्नैक्स में बच्चे को मिक्सड वेजिटेबल सैंडविच बनाकर दें। डिनर में सूखी बीन्स की सब्जी के साथ रोटी और सलाद खिलाएं।
रविवार
-रविवार के दिन की शुरुआत बच्चे को पनीर की भुर्जी के साथ रोटी खिलाकर करें। लंच में बच्चे को घर पर ही इडली सांभर बनाकर खिलाएं। स्नैक्स में आप उसे एक सेब खिला सकते हैं। डिनर में मशरूम, मटर और मकई की रसदार सब्जी के साथ रोटी खिलाएं। इस तरह का खाना बच्चे को शरीर के लिए हर जरूरी पोषक तत्व देने के काम करेगा, इससे वो सही तरह के ग्रो कर पाएगा, साथ ही उसके दिमाग का विकास भी सही ढंग से होगा।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।