नई दिल्ली: 288 विधानसभा सीटों वाले महाराष्ट्र और 81 सीटों वाले झारखंड में बाकी बची 38 विधानसभा सीटों के लिए सोमवार शाम 6 बजे चुनाव प्रचार थम गया। 20 नवंबर को मतदान होना है। इसके साथ ही उपचुनाव के लिए भी चुनाव प्रचार थम गया। अब कोई भी उम्मीदवार, पार्टी या नेता कोई चुनावी रैली या किसी भी तरह से प्रचार नहीं कर सकता। दोनों राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और 15 राज्यों की 48 विधानसभा और दो लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए भी वोटों की गिनती 23 नवंबर शनिवार को की जाएगी।
चुनाव आयोग ने बताया कि इस दौरान इन सभी राज्यों में उम्मीदवार, इनके समर्थक, कार्यकर्ता या अन्य किसी भी तरह से मतदाताओं को लुभाने के लिए जो भी गैर कानूनी कार्य करने की कोशिश की जा रही थी। उस सिलसिले में विभिन्न राज्यों में पुलिस बल और अन्य एजेंसियों ने 1082 करोड़ रुपये की नकदी, शराब, ड्रग्स, कीमती मेटल और गिफ्ट की जब्ती की। विधनसभा चुनाव 2024 और लोकसभा उपचुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई की है। दरअसल सोमवार को चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि चुनाव खत्म होने से पहले अब तक 1082 करोड़ रुपये जब्त किए जा चुके हैं। बता दें ये पैसा चुनाव में वोट अपने हक में करने में खर्च होना था।
20 नवंबर को महाराष्ट्र की सभी और झारखंड की बाकी विधानसभा सीटों पर मतदान है। चुनाव से पहले प्रवर्तन एजेंसियों ने एक हजार करोड़ रुपये की कीमत का अवैध सामान बरामद किया है। चुनाव आयोग के मुताबिक झारखंड और महाराष्ट्र में इस साल बरामदगी 2019 की तुलना में सात गुना अधिक है। चुनाव आयोग ने दो दिन तक कड़ी निगरानी का निर्देश दिया है।
चुनाव आयोग के अनुसार कुल 1000 करोड़ रुपये में से 858 करोड़ रुपये अकेले महाराष्ट्र और झारखंड से जब्त किए गए हैं। चौंकाने वाली बात ये है कि 2019 के विधानसभा चुनावों में जब्त रकम के मुकाबले ये रकम करीब 7 गुना ज्यादा है। बता दें झारखंड में 20 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान है। इसी दिन महाराष्ट्र में भी वोटिंग होगी। इसके बाद दोनों राज्यों में 23 नवंबर को नतीजों की घोषणा की जाएगी।
महाराष्ट्र, झारखंड और 14 राज्यों में चला जांच अभियान
जानकारी के अनुसार 2019 के विधानसभा चुनावों में महाराष्ट्र से 103.61 करोड़ की जब्ती दर्ज की गई, जबकि झारखंड में यह संख्या 18.76 करोड़ थी। चुनाव आयोग ने बताया कि इस बार प्रवर्तन एजेंसियों ने महाराष्ट्र, झारखंड और 14 राज्यों में चल रहे उपचुनावों के दौरान 1000 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी, शराब और अन्य प्रलोभन सामग्री जब्त की है।
महाराष्ट्र और झारखंड में कुल 858 करोड़ रुपये की जब्ती की गई है। यह आंकड़ा 2019 विधानसभा चुनाव की तुलना में सात गुना अधिक है। 2019 में चुनाव के वक्त महाराष्ट्र में 103.61 और झारखंड में 18.76 करोड़ की जब्ती की गई थी।
दो दिनों तक कड़ाई का निर्देश
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सभी प्रवर्तन एजेंसियों, केंद्रीय पर्यवेक्षकों और पड़ोसी राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों को चुनावों में धनबल की भूमिका पर अंकुश लगाने का निर्देश दिया। अगले दो दिनों तक कड़ी निगरानी रखने को भी कहा गया है। चुनाव आयोग के मुताबिक महाराष्ट्र के पालघर जिले के वाडा पुलिस स्टेशन क्षेत्र में एक जीप से 3.70 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई। बुलढाणा जिले के जामोद एसी में 4.51 करोड़ रुपये का 4500 किलोग्राम गांजा तब्त किया गया। रायगढ़ में 5.20 करोड़ रुपये की चांदी की छड़ें भी मिलीं।
गांजा और चांदी भी पकड़ी गई
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि महाराष्ट्र में सभी जिलों में सभी समूहों में जब्ती दर्ज की गई, जो पिछले विधानसभा चुनावों की तुलना में काफी अधिक है। कुछ उल्लेखनीय कार्रवाइयों की बात करें तो पालघर जिले के वाडा पुलिस स्टेशन क्षेत्र में एक संदिग्ध जीप से 3.70 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुए। इसके अलावा बुलढाणा जिले के जामोद एसी में 4.51 करोड़ रुपये मूल्य के 4500 किलोग्राम गांजा के पौधे जब्त किए गए। वहीं, रायगढ़ में 5.20 करोड़ रुपये मूल्य की चांदी पकड़ी गई है।
झारखंड में अवैध खनन सामग्री जब्त
झारखंड में भी पिछले चुनाव की तुलना में इस बार अधिक जब्ती की गई है। मगर इस बार चुनाव आयोग का अधिक फोकस अवैध खनन पर था। नतीजा यह हु कि प्रवर्तन एजेंसियों ने अवैध खनन सामग्री और मशीनों को जब्त किया। साहिबगंज जिले के राजमहल में 2.26 करोड़ रुपये की अवैध खनन सामग्री जब्त की गई। पड़ोसी राज्यों से आने वाली नशे की खेप पर भी प्रवर्तन एजेंसियों की निगाह थी। डाल्टनगंज में 687 किलोग्राम पोस्ता भूसा और हजारीबाग में 48.18 किलोग्राम गांजा जब्त किया गया।
झारखंड में 14.84 करोड़ नकद, 7.84 करोड़ शराब, 14.84 करोड़ नशीली दवाएं, 8.38 धातु वस्तुएं और 152.22 करोड़ रुपए के मुफ्त उपहार जब्त किए गए हैं. वहीं, चुनाव में कार्यरत अधिकारियों को अगले दो दिनों में प्रलोभनों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सीईओ, डीईओ, एसपी सहित सभी अधिकारियों को मतदान होने तक कड़ी निगरानी जारी रखने को कहा है.
राजस्थान में शराब की खेप बरामद
चुनाव आयोग की सख्ती की वजह से कई स्थानों पर भारी मात्रा में शराब भी बरामद की गई। राजस्थान के नागौर में शराब के 449 कार्टून को पकड़ा गया। शराब की इस खेप को आलू के पीछे छिपाया गया था। आयोग का कहना है कि कड़ी निगरानी की वजह से ही जब्ती में इजाफा हुआ है। 20 नवंबर को महाराष्ट्र की सभी 288 विधानसभा सीटों पर मतदान है। इसी दिन झारखंड की बाकी सीटों पर वोटिंग होगी। झारखंड में पहले चरण का मतदान 13 नवंबर को हुआ था। 23 नवंबर को मतगणना होगी।
महाराष्ट्र में अब तक 71.13 करोड़ रुपए की शराब जब्त
महाराष्ट्र और झारखंड में नकदी के अलावा बड़ी मात्रा में शराब और ड्रग्स जब्त किए गए. महाराष्ट्र में अब तक 153.48 करोड़ रुपए नकद, 71.13 करोड़ रुपए की शराब, 72.14 करोड़ रुपए की ड्रग्स, 80.94 करोड़ रुपए के मुफ्त उपहार और 282.49 करोड़ रुपए की कीमती धातुएं जब्त की गई हैं.
महाराष्ट्र में वोटरों को ऐसे लुभाया गया
आयोग ने बताया कि महाराष्ट्र में वोटरों को लुभाने के लिए सबसे अधिक 282 करोड़ रुपये का कीमती मेटल से बने विभिन्न तरह के सामान पकड़े गए। दूसरे नंबर पर यहां 153 करोड़ रुपये की नकदी पकड़ी गई। जो वोटरों को बांटने या उन्हें किसी भी तरह से लुभाने के लिए ले जाई जा रही थी।
81 करोड़ रुपये के गिफ्ट पकड़े गए
तीसरे नंबर पर करीब 81 करोड़ रुपये के गिफ्ट पकड़े गए। इसी तरह से झारखंड में सबसे अधिक 152 करोड़ रुपये के गिफ्ट पकड़े गए। दूसरे और तीसरे नंबर पर करीब 15-15 करोड़ रुपये की नकदी और ड्रग्स जब्त की गई। उपचुनावों के लिए भी सबसे अधिक 121 करोड़ रुपये से अधिक की कीमत के गिफ्ट आइटम पकड़े गए।
चुनाव आयोग की ओर से चुनावों की घोषणा होते ही आचार संहिता लागू हो जाती है. साथ ही चुनाव आयोग व्यापक निगरानी रखना शुरू कर देता है. इसका मुख्य काम चुनावों में इस्तेमाल होने वाले धनबल पर लगाम लगाना है. 2019 के चुनाव में महाराष्ट्र और झारखंड में करीब 123 करोड़ रुपए जब्त किए गए थे.
महाराष्ट्र-झारखंड में कुल 858 करोड़ रुपए की जब्ती
चुनाव आयोग के तहत प्रवर्तन एजेंसियों ने महाराष्ट्र, झारखंड के विधानसभा चुनावों और उपचुनावों में कुल 1082.2 करोड़ रुपए की जब्ती की है. इसमें नकदी, शराब, ड्रग्स, मुफ्त उपहार और अन्य प्रलोभन वाले सामान शामिल हैं. महाराष्ट्र और झारखंड में कुल 858 करोड़ रुपए की जब्ती हुई है. यह दोनों राज्यों में हुए पिछले चुनाव से 7 गुना अधिक है.