सत्यम कुमार आर्य पश्चिमी चंपारण बिहार
KK Pathak बिहार में शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए सख्त फैसलों को लेकर चर्चा में आए विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने अब विश्वविद्यालयों पर अपनी सख्ती बढ़ा दी है। इसी क्रम में शिक्षा विभाग प्रदेश के विभिन्न विवि के कुलपतियों-अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित कर रहा है। परंतु गुरुवार को हुई बैठक में तीन विवि के कुलपति-अफसर अनुपस्थित रहे।KK Pathak बिहार में शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए सख्त फैसलों को लेकर चर्चा में आए विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने अब विश्वविद्यालयों पर अपनी सख्ती बढ़ा दी है। इसी क्रम में शिक्षा विभाग प्रदेश के विभिन्न विवि के कुलपतियों-अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित कर रहा है। परंतु गुरुवार को हुई बैठक में तीन विवि के कुलपति-अफसर अनुपस्थित रहे।शिक्षा विभाग ने तीनों विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से स्पष्टीकरण मांगते हुए यह पूछा है कि क्यों नहीं उन्हें पदच्युत करने की कार्रवाई प्रारंभ की जाए।विभाग ने तीन विश्वविद्यालयों के सभी खातों रोक लगाते हए उनके कुलपतियों से पूछा है कि आपके बैठक में नहीं आने से विभागीय एवं विश्वविद्यालय के अधिकारियों का समय भी व्यर्थ हुआ।
कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर इसलिए चर्चा नहीं हुई कि आप अनुपस्थित थे। बजट संबंधी मामला अतिगंभीर होता है। इसमें कुलपति का स्वयं रहना अति आवश्यक होता है।
यह विश्वविद्यालय अधिनियम की धारा 11 (1) एवं (11) के तहत आपकी उदासीनता को इंगित करता है और यह दर्शाता है कि आप विश्वविद्यालय के अति महत्वपूर्ण कार्यों के प्रति उदासीन हैं।
यह विश्वविद्यालय अधिनियम की धारा 48 एवं 50 का उल्लंघन है। बता दें कि इन तीनों विश्वविद्यालयों के कुलपति विश्वविद्यालयों के वर्तमान वित्तीय वर्ष के प्रस्तावित बजट की समीक्षा के लिए विभाग द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं हुए थे।
चूंकि, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति ने व्यस्तता की वजह से बैठक में शामिल नहीं होने की सूचना दी थी, इसलिए उनकी बैठक 21 मई को होगी