जिला संवाददाता विमल गुप्ता यूपी
जनपद कानपुर देहात
अकबरपुर माती
वर्तमान समय में एंबुलेंस सेवा अपने लक्ष्य से भटकी, स्थानीय जिम्मेदार अपने अपने वर्चस्व के लिए आंतरिक रूप से गुटबाजी में उलझे
कानपुर देहात । वर्ष 2021 में प्रोन्नति होने के कारण जनपद कानपुर देहात से 102 /108 एंबुलेंस सेवा के तत्कालीन प्रोग्राम प्रबंधक अमित कुमार मिश्रा के जनपद से जाने के बाद जनपद में संचालित उपरोक्त एंबुलेंस सेवा की संचालन व्यवस्था में ग्रहण लग गया । वर्ष 2019 में फतेहपुर जनपद से स्थानांतरित होकर जनपद कानपुर देहात की उपरोक्त एंबुलेंस सेवा के प्रोग्राम प्रबंधक के पद का दायित्व संभालने के बाद अपने बेहतरीन अनुभवों के बल पर अमित मिश्रा ने कड़ा परिश्रम करके एवं अपनी बेहतरीन टीम तैयार करने के बाद उपरोक्त एंबुलेंस सेवा का संचालन शासन के मंशा के अनुरूप कराना शुरू कर दिया और इस दौरान वास्तव में हर जरूरतमंद व्यक्ति को उपरोक्त एंबुलेंस सेवा का समय से लाभ मिला । उपरोक्त एंबुलेंस सेवा के तत्कालीन प्रोग्राम प्रबंधक अमित कुमारमिश्रा के नेतृत्व में एवं तत्कालीन एमरजैंसी मैनेजमेंट एजुकेटिव आदित्य सक्सेना, राहुल यादव एवं अभिषेक तिवारी के द्वारा कड़ा परिश्रम करके जनपद के प्रत्येक लोकेशनों पर मौजूद रहने वाले एंबुलेंस वाहनो के चालको एवं इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियनों को सेवा ही धर्म का पाठ पढ़ाकर उपरोक्त एंबुलेंस सेवा के संचालन की गुणवत्ता में सुघार ही नहीं किया बल्कि उपरोक्त एंबुलेंस सेवा कोविड काल के दौरान जनपद वासियों के लिए वरदान सिद्ध हुई और इस दौरान हर जनपद वासी उपरोक्त एंबुलेंस सेवा को जीवनदायिनी एंबुलेंस सेवा जैसे शब्दों से संबोधित करने के लिए मजबूर हो गया । वहीं बीते वर्षों पुखरायां रेलवे स्टेशन के पास कानपुर झांसी रेलवे मार्ग पर हुए ट्रेन हादसे के दौरान भी उपरोक्त एंबुलेंस सेवा ट्रेन हादसे में शिकार मुसाफिरों के लिए भी जीवन दायिनी सिद्ध हुई । वर्ष 2021 में उपरोक्त एंबुलेंस सेवा के तत्कालीन प्रोग्राम प्रबंधक कानपुर देहात अमित कुमार मिश्रा की बेहतरीन सेवाओं से प्रसन्न उपरोक्त एंबुलेंस सेवा का संचालन करने वाली जीवीके कंपनी के द्वारा आर,एम पद पर प्रमोशन करके उन्हें शाहजहांपुर जनपद में नियुक्ति दे दी गई । इसके बाद से जनपद कानपुर देहात की उपरोक्त एंबुलेंस सेवा को पूरी तरीके से अव्यवस्थाओं का ग्रहण लग गया और उपरोक्त एंबुलेंस सेवा अपने लक्ष्य से भटक गई । मालूम हो कि वर्ष 2019 में उक्त एंबुलेंस सेवा का संचालन करने वाली जीवीके कंपनी के द्वारा सीतापुर जनपद के मूल निवासी स्वभाव से मृदभाषी अमित कुमार मिश्रा को फतेहपुर जनपद से स्थानांतरित करके उक्त एंबुलेंस सेवा के प्रोग्राम प्रबंधक कानपुर देहात की पद का दायित्व दिया गया था उपरोक्त पद का दायित्व संभालने के बाद अमित कुमार मिश्रा ने अपने पुराने अनुभवों के बलबूते पर सबसे पहले अपने टीम के सदस्यों में एंबुलेंस वाहनों की चालकों एवं इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियनो को सेवा को ही धर्म का पाठ पढ़ा करके उन्हें उनके कर्तव्यों के प्रति जागरूक किया एवं स्वयं श्री मिश्र ने उपरोक्त एंबुलेंस सेवा का शासन की मनसा के अनुरूप संचालन करने के लिए जिला अस्पताल परिसर में खड़ी एक जामुन के पेड़ के नीचे अपना कार्यालय बनाया,,, और स्वयं एंबुलेंस कर्मियों के साथ मैदान में रहकर उनका हौसला बढ़ाकर उपरोक्त एंबुलेंस सेवा की गुणवत्ता को बेहतरीन बनाकर जनपद वासियों को आपातकालीन स्थिति में उपरोक्त एंबुलेंस सेवा का लाभ दिलाया श्री मिश्र एवं उनके टीम के सदस्यों की कड़ी मेहनत जनपद में कोविड काल के दौरान जनपद वासियों के लिए वरदान सिद्ध हुई और इस आपात स्थिति में यह एंबुलेंस सेवा जनपद वासियों के लिए जीवन दायिनी सिद्ध हुई । वर्ष 2021 में श्री मिश्रा का एंबुलेंस सेवा का संचालन करने वाली जीवीके कंपनी के द्वारा रीजनल मैनेजर के पद पर प्रमोशन कर दिया गया और उन्हें जनपद कानपुर देहात से शाहजहांपुर जनपद के लिए भेज दिया गया 2021 में श्री मिश्र के जनपद से जाने के बाद वहीं उनके टीम के सदस्यों में आदित्य सक्सेना एवं राहुल यादव के भी यहां से जाने के बाद जनपद कानपुर देहात की उपरोक्त एंबुलेंस सेवा अपने लक्ष्य से भटक गई और अव्यवस्थाओं का शिकार हो गई । वहीं श्री मिश्र के स्थानांतरण के बाद उनके द्वारा तैयार की गई टीम के सदस्यों का भी मनोबल टूट गया । हालांकि जीवीके कंपनी के द्वारा श्री मिश्रा के प्रमोशन होने के कारण रिक्त हुए प्रोग्राम प्रबंधक के पद पर नियुक्ति की गई लेकिन वर्ष 2021 में कंपनी द्वारा भेजे गए प्रोग्राम प्रबंधक ने अपने पद के दायित्व के प्रति पूरी लापरवाही की जिसके फल स्वरुप उपरोक्त एंबुलेंस सेवा पूरी तरीके से अव्यवस्थित होने की स्थिति में आ गई । तत्पश्चाप जीवीके कंपनी को श्री मिश्र के स्थान पर भेजे गए प्रोग्राम प्रबंधक ने अपने पद से त्यागपत्र सौंप दिया तत्पश्चात उपरोक्त का प्रभार एमरजैंसी मैनेजमेंट एजुकेटिव अभिषेक तिवारी ने संभाला, श्री तिवारी ने भी अपने पुराने अनुभवों एवं अपनी मजबूत टीम के सहयोग से बलबूते पर उपरोक्त एंबुलेंस सेवा का संचालन का कार्य देखना शुरू किया तथा इस दौरान उन्होंने अव्यवस्थित होती जा रही उपरोक्त एंबुलेंस सेवा की व्यवस्थाओं को सुधारने के प्रयास शुरू किये । लेकिन वह अकेले होने के कारण अपने लक्ष्य पर सफल नहीं हो सके
। वर्तमान समय में जनपद की उपरोक्त एंबुलेंस सेवा के प्रोग्राम प्रबंधक का दायित्व जनपद इटावा के भरथना कस्बा निवासी सुनील कुमार यादव निभा रहे हैं । हालांकि वर्तमान प्रोग्राम प्रबंधक उपरोक्त एंबुलेंस सेवा के संचालन में पूरी तरीके से हावी अव्यवस्थाओं को व्यवस्थाओं में तब्दील करने के प्रयास करने में जुटे हैं लेकिन प्रोग्राम प्रबंधक के तमाम प्रयासों के बाद भी उपरोक्त एंबुलेंस सेवा के संचालन की गुणवत्ता में सुधार नहीं हो पा रहा है। वही उपरोक्त संबंध में स्थानीय लोगों ने भी उपरोक्त एंबुलेंस सेवा के प्रोग्राम प्रबंधक के पद का वर्ष 2019 से 2021 तक जिम्मेदारी निभाने वाले अमित कुमार मिश्रा की बेहतरीन कार्य प्रणाली की प्रशंसा करते हुए कथन किया है कि श्री मिश्र निरंतर आम जनमानस के करीब रहते थे और उन्होंने जिला अस्पताल परिसर में खड़े हुए जामुन के पेड़ के नीचे अपना कार्यालय बना रखा था तथा जिला अस्पताल के वार्डों में घूम कर वह मरीजों तथा तीमारदारों को उपरोक्त एंबुलेंस सेवा का लाभ लेने के लिए प्रेरित करते रहते थे । श्री मिश्र का सूचना तंत्र इतना मजबूत था कि किसी भी एंबुलेंस कर्मी के द्वारा कहीं भी की गई कोई छोटी से छोटी गलती की भी जानकारी उनके पास आ जाती थी और वह उसे बड़ी ही शालीनता की भाषा में समझ कर उससे दोबारा गलती न करने की हिदायत देकर अपने पद के कर्तव्यों के प्रति पूरी सजगता से काम करने की शपथ दिला देते थे । श्री मिश्र को अपनी टीम के सदस्यों से काम लेने का एक अच्छा तजुर्बा था वह कभी अपने कर्मचारियों को गुस्से में नहीं डांटते बल्कि उसे मुस्कुरा करके इतना शर्मिंदा कर देते थे कि वह दोबारा गलती करने के लिए सोचता था। स्थानीय लोगों ने आगे कथन किया है कि जनपद कानपुर देहात से अमित मिश्रा के जाने के बाद से उपरोक्त एंबुलेंस सेवा की गुणवत्ता दिनों दिन खराब होती चली गई और उपरोक्त एंबुलेंस सेवा के संचालन के प्रबंधन एवं रखरखाव की व्यवस्था दिनों दिन चौपट होती चली गई वर्तमान समय में जनपद कानपुर देहात में उपरोक्त एंबुलेंस सेवा का संचालन का कार्य देखने के लिए भेजे गए जिम्मेदारों के बीचआंतरिक गुटबाजी पूरी तरीके से हावी होने के कारण यहां की एंबुलेंस संचालन व्यवस्था प्रभावित है जबकि शासन के द्वारा उपरोक्त एंबुलेंस सेवा का संचालन करने के लिए प्रतिमाह करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं,,, वहीं स्थानीय लोगों ने यह भी कथन किया है कि उपरोक्त एंबुलेंस सेवा के संबंध में आम जनमानस के बीच पर्याप्त प्रचार प्रसार न किए जाने के कारण आज भी जनपद के ग्रामीण अंचलों में रहने वाले लोगों में से कुछ लोग उपरोक्त एंबुलेंस सेवा के बारे में पूरी तरीके से अनजान है जो अज्ञानता के चलते आपातकालीन स्थिति में उपरोक्त एंबुलेंस सेवा का लाभ नहीं ले पा रहे हैं,,, स्थानीय लोगों ने उपरोक्त संबंध में जनपद कानपुर देहात के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अरुण कुमार सिंह से जनहित में जनपद के ग्रामीण अंचलों में स्थित गांवों में रहने वाले लोगों के बीच एंबुलेंस सेवा के प्रोग्राम प्रबंधक एवं एमरजैंसी मैनेजमेंट एजुकेशन स्तर के अधिकारियों के द्वारा चौपाल लगाकर आम जनमानस के बीच उपरोक्त एंबुलेंस सेवा के माध्यम से मिलने वाली सुविधाओं के बारे में प्रचार प्रसार कराए जाने का आग्रह करते हुए कहा है कि जब जनपद के सभी ग्रामीणों को उपरोक्त एंबुलेंस सेवा के संबंध में जानकारी होगी तभी जनपद का हर नागरिक आपातकालीन स्थिति में उपरोक्त एंबुलेंस सेवा का लाभ ले सकेगा और शासन के द्वारा संचालित की जा रही उपरोक्त एंबुलेंस सेवा का लक्ष्य वास्तव में सार्थक सिद्ध होगा।