सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ़-सवांददाता ब्युरो चीफ
कस्बें के बिग्गा बास निवासी एक स्वर्णकार परिवार जिस पर पूर्व में छः मुकदमे दर्ज है। और अब एक बार फिर विवादों के दायरों में आ गया है। परिवार अब एक नई आपराधिक शिकायत के दायरे में आ गया है। न्यायालय ने पीड़िता के प्रार्थना पत्र पर संज्ञान लेते हुए श्रीडूंगरगढ़ थाने को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 175(3) के तहत मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं। मिली जानकारी के अनुसार आडसर बास निवासी कमलेश देवी पत्नी दिवंगत बुद्धप्रकाश सुनार के परिवार के साथ 13 सितंबर 2024 को एक गंभीर सड़क दुर्घटना घटित हुई थी। इस दुर्घटना में उनके दो पुत्र रमेश व गोपी,पुत्रवधु पूजा गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जबकि पौत्र की मौके पर ही मृत्यु हो गई थी। घायलों को बीकानेर और फिर जयपुर रेफर किया गया। इस दौरान इलाज के लिए पैसों की सख्त आवश्यकता पड़ने पर कमलेश देवी के जानकार मदनलाल सुनार की पत्नी राधादेवी और पुत्र श्रवणकुमार उनके घर आए और मदद की पेशकश की। उन्होंने गहने देने के बदले बाजार से 10 लाख रुपये लाकर देने की बात कही। कमलेश देवी ने उमाशंकर पुत्र रुखमानंद सुनार की उपस्थिति में अपने सोने के गहने वजन करवाकर सौंप दिए। जब तीन दिन बीत गए और जब गहनों के बदले पैसे नहीं मिले तो उमाशंकर को तकादा करने भेजा गया,परंतु कोई संतोषजनक जबाब नहीं मिला। इस बीच परिवार की हालत और बिगड़ती गई,और 25 सितंबर को एक पुत्र की मृत्यु हो गई। सामाजिक रीति-रिवाजों के बाद जब कमलेश देवी ने पुनः अपने गहनों या पैसों की मांग की तो आरोपियों ने स्पष्ट मना कर दिया। आखिरकार, पीड़िता ने न्यायालय की शरण ली। न्यायालय ने मामले की गंभरीता को देखते हुए श्रीडूंगरगढ़ पुलिस थाने को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है।


















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