सांगली, मिरज और कुपवाड नगर निगम के कचरा कुडा अपशिष्ट प्रबंधन के लिए समयबद्ध कार्य योजना की प्रगति की समीक्षा के लिए नेशनल ग्रीन आर्बिट्रेटर (पश्चिम डिवीजन बेंच), पुणे द्वारा गठित उच्च स्तरीय नियंत्रण समिति की 20 वीं बैठक सांगली में आयोजित की गई थी। तदनुसार, पुणे विभाग के कमिश्नर डॉ. चंद्रकांत पुलकुंदवार की अध्यक्षता में नगर निगम के मुख्यालय में कलेक्टर डॉ. राजा दयानिधि ने डॉ. चंद्रकांत पुलकुंदवार का स्वागत किया. नगर निगम आयुक्त शुभम गुप्ता (IAS), अतिरिक्त आयुक्त रविकांत अडसुल, उपायुक्त (मुख्यालय) वैभव साबले, स्वास्थ्य अधिकारी (कचरा कुडा अपशिष्ट प्रबंधन) डॉ. रवींद्र ताटे, महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के उप क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. वी वी किल्लेदार, वालचंद कॉलेज के प्रो. प्रताप सोनवणे एवं पर्यावरण अभियंता अजीत गुजराती उपस्थित थे। इस बैठक में एनजीटी द्वारा दिये गये सुझावों के अनुरूप कचरा कुडा अपशिष्ट परियोजना की मुद्देवार समीक्षा की गयी। आम तौर पर 11 मुद्दों पर चर्चा हुई. पुराने संग्रहित कचरे को किस प्रकार प्रक्रिया कि जाती है तथा प्रतिदिन इकट्ठा होने वाले कचरे को प्रोसेस करने के लिए कौन-कौन से उपकरण लगेंगे, इसके बारे में भी विस्तार से चर्चा चर्चा हुई । पुणे विभाग के कमिश्नर ने कचरे के वर्गीकरण के सम्बन्ध में सख्त निर्देश दिये। इस दौरान यह भी निर्देश दिए गए कि घर से एकत्रित होने वाले कूड़े की शत-प्रतिशत छंटाई करने के बाद ही कूड़ा उठाया जाए। पूना विभाग के आयुक्त को जानकारी देते हुए उपायुक्त वैभव साबले ने कहा कि हमेशा चर्चा मे रही कृष्णा नदी के जल प्रदूषण का कारण बनने वाले शेरिनाला के निर्माण के लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट भी तैयार की जा रही है. एमपीसीबी को बिल्डिंग निर्माण कार्य का राडारोडा और सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंध के संबंध में प्लास्टिक निर्माताओं के खिलाफ कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गए हैं और सिंगल यूज प्लास्टिक बेचने वाले प्रतिष्ठानों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं।