कुरुक्षेत्र: पवित्र ब्रह्म सरोवर तट पर अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव का गुरुवार को शिल्प और सरस मेले के उद्घाटन के साथ आगाज होगा। सरस और शिल्प मेले का उद्घाटन राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय करेंगे। ब्रह्मसरोवर के तट पर 25 राज्यों की लोकसंस्कृति का जलवा बिखरेगा। इन राज्यों के कलाकार गीता महोत्सव में आज से धूम मचाएंगे। शिल्प और सरस मेले में एक दिन पहले ही विभिन्न राज्यों के शिल्पकार पहुंचने लगे हैं। दुकानें भी सजने लगी हैं। वही ब्रह्म सरोवर और आसपास के एरिया को पूरी तरह से सजा दिया गया है।
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आगाज शिल्प व सरस मेले के साथ होगा। महोत्सव में देश भर के 300 से ज्यादा शिल्पकार पहुंचेंगे। अधिकतर शिल्पकार एक दिन पहले ही बुधवार को यहां पहुंच गए और उन्होंने अपनी-अपनी दुकानें भी सजानी शुरू कर दी। शिल्प और सरस मेले का शुभारंभ आज राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय करेंगे। वे केडीबी की ओर से से बनाए गए मीडिया सेंटर का भी उद्घाटन करेंगे। 28 नवंबर से लेकर 15 दिसंबर तक चलने वाले शिल्प व सरस मेले की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है।
गीता महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 5 दिसंबर से 11 दिसंबर तक होंगे। इस दौरान सहभागी राज्य उड़ीसा और तंजानिया के कलाकार भी अपनी-अपनी संस्कृति की छाप छोड़ेंगे। डीआरडीए की तरफ से 19 राज्यों के सेल्प हेल्प ग्रुप और बेहतरीन शिल्पकारों को आमंत्रित किया गया है। एनजेडसीसी के शेड्यूल के अनुसार 28 नवंबर से 3 दिसंबर तक हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कलाकार अपने-अपने प्रदेश के प्रमुख लोक नृत्यों की प्रस्तुति करेंगे .
डीसी नेहा सिंह ने बताया कि ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में देश की सांस्कृतिक विरासत को देखने का अनोखा अवसर मिलेगा। गीता महोत्सव में देश के विभिन्न राज्यों के शिल्पकार अपनी शिल्प कला के साथ धर्म क्षेत्र कुरुक्षेत्र में पहुंच चुके हैं। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय केडीबी की तरफ से बनाए गए मीडिया सेंटर का भी उद्घाटन करेंगे। अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में शिल्प और सरस मेला 28 नवंबर से लेकर 15 दिसंबर तक चलेगा। कार्यक्रम की सभी तैयारियां केडीबी की ओर से पूरी कर ली गई हैं।
शिल्प मेले में एनजेडसीसी की तरफ से विभिन्न राज्यों से शिल्पकारों को आमंत्रित किया गया है। इन शिल्पकारों में राष्ट्रीयअवार्डी, राज्य अवार्डी और अन्य राज्यों के मेरिट प्रमाण पत्र हासिल करने वाले शिल्पकार पहुंचेंगे। वहीं डीआरडीए की तरफ से 19 राज्यों के सेल्फ हेल्प ग्रुप और बेहतरीन शिल्पकारों को आमंत्रित किया गया है जबकि हरियाणा के 22 जिलों के शिल्पकार सरस मेले में अपनी शिल्पकला का प्रदर्शन करेंगे।
28 नवंबर से लेकर 15 दिसंबर तक ब्रह्मसरोवर के घाटों पर पर्यटकों और दर्शकों का मनोरंजन करने के साथ-साथ अपने-अपने राज्यों की सांस्कृतिक विरासत से रूबरू करवाने के लिए कलाकारों को आमंत्रित किया गया है। यह कलाकार ब्रह्मसरोवर की अलग-अलग दिशाओं में बने घाटों के साथ ब्रह्मसरोवर के चारों तरफ दशकों के बीच अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। इसके साथ ही पुरुषोत्तमपुरा बाग के मुख्य मंच पर दिन और रात्रि के समय भी अपना प्रदर्शन करेंगे।
आज से तीन दिसंबर तक इन राज्यों के कलाकार बांधेंगे समां
आज वीरवार से तीन दिसंबर तक हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कलाकार अपने-अपने प्रदेश के प्रमुख लोक नृत्यों की प्रस्तुति करेंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों को लेकर पर्यटकों में उत्साह बना हुआ है। वहीं जैसे ही मेले से एक दिन पहले बुधवार को ही शिल्पकार विभिन्न राज्यों से पहुंचने लगे तो बड़ी संख्या में पर्यटक भी ब्रह्मसरोवर पर पहुंचे और शाम के समय मेले जैसा ही नजारा दिखाई देने लगा।
आज पहले दिन के ये रहेंगे मुख्य आर्कषण
सुबह 7:00 बजे, पुरूषोत्तमपुरा बाग से गीता रन शुरू होगी, कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी दिखाएंगे हरि झंडी।
दोपहर 3:30 बजे, ब्रह्मसरोवर तट पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय शिल्प व सरस मेले एवं मीडिया सेंटर का उद्घाटन करेंगे।
22 जिलों के शिल्पकार भी आएंगे
डीसी नेहा सिंह ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 के मेले में देशभर के शिल्पकार पहुंच चुके हैं। यह शिल्पकला अपने आप में एक अनूठी कला है जो पर्यटकों को 18 दिन अपनी तरफ आकर्षित करेगी। इस पर देश के पर्यटक साल भर इन शिल्पकारों का इंतजार करते हैं। इस शिल्प मेले में एनजेडसीसी की तरफ से देशभर के शिल्पकारों को आमंत्रित किया गया है। इन शिल्पकारों में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता, राज्य पुरस्कार विजेता और अन्य राज्यों के मेरिट प्रमाण पत्र हासिल करने वाले शिल्पकार पहुंचेंगे। इन कलाकारों के ठहरने, खाने की व्यवस्था कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से की गई है। हरियाणा के 22 जिलों के शिल्पकार सरस मेले में अपनी शिल्पकला का प्रदर्शन करेंगे।
मंच पर दिन और रात के समय भी कार्यक्रम
उपायुक्त ने कहा कि एनजेडसीसी की तरफ से 28 नवंबर से लेकर 15 दिसंबर तक ब्रह्मसरोवर के घाटों पर पर्यटकों और दर्शकों का मनोरंजन करने के साथ-साथ अपने-अपने राज्यों की सांस्कृतिक विरासत से रूबरू करवाने के लिए कलाकारों को आमंत्रित किया गया है। यह कलाकार ब्रह्मसरोवर की अलग-अलग दिशाओं में बने घाटों के साथ-साथ ब्रह्मसरोवर के चारों तरफ दशकों के बीच अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। इसके साथ ही निर्धारित शेड्यूल के अनुसार पुरुषोत्तमपुरा बाग के मुख्य मंच पर दिन और रात के समय भी अपना प्रदर्शन करेंगे।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव (आईजीएम) -२०२४ के हिस्से के रूप में सरस और शिल्प मेले, गुरुवार को कुरुक्षेत्र में ब्रह्मा सरोवर के तट पर शुरू होंगे।
तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्था की जांच के लिए कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों ने बुधवार शाम ब्रह्मा सरोवर में स्टालों का निरीक्षण किया। महोत्सव में विभिन्न राज्यों के शिल्पकार अपनी कृतियों का प्रदर्शन करने कुरुक्षेत्र पहुंचने लगे हैं।
केडीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पंकज सेतिया, मानद सचिव उपेंदर सिंघल और पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) निर्मल सिंह ने अन्य अधिकारियों के साथ ब्रह्मा सरोवर का दौरा किया।
सिंघल ने कहा, “राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। सभी तैयारियां कर ली गई हैं और बोर्ड द्वारा कारीगरों को स्टॉल आवंटित कर दिए गए हैं।”
शिल्प और सरस मेला 28 नवंबर से लेकर 15 दिसंबर तक चलेगा
डीसी नेहा सिंह ने बताया कि ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में देश की सांस्कृतिक विरासत को देखने का अनोखा अवसर मिलेगा। गीता महोत्सव में देश के विभिन्न राज्यों के शिल्पकार अपनी शिल्प कला के साथ धर्म क्षेत्र कुरुक्षेत्र में पहुंच चुके हैं। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय केडीबी की तरफ से बनाए गए मीडिया सेंटर का भी उद्घाटन करेंगे। अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में शिल्प और सरस मेला 28 नवंबर से लेकर 15 दिसंबर तक चलेगा। कार्यक्रम की सभी तैयारियां केडीबी की ओर से पूरी कर ली गई हैं।