बिजावर तहसीलदार अभिनव शर्मा को, टीकमगढ़ डीईओ ने शिक्षक मानकर भेज दिया कारण बताओ सूचना पत्र
प्रशासन ओर पत्रकारो जेब में रखकर चलते हैं डीईओ
टीकमगढ़ म प्र से कविन्द पटैरिया पत्रकार

टीकमगढ़ शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही उजागर तहसीलदार को शिक्षक मानकर जारी कर दिया कारण बताओ सूचना पत्र टीकमगढ़:- टीकमगढ़ जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की गंभीर प्रशासनिक चूक एक बार फिर सुर्ख़ियों में है। विभाग ने ई-अटेंडेंस के संबंध में कारण बताओ सूचना पत्र उस व्यक्ति को जारी कर दिया जो पिछले आठ वर्षों से तहसीलदार के पद पर पदस्थ हैं। संबंधित अधिकारी अभिनव शर्मा अब राजस्व विभाग में कार्यरत है, जबकि शिक्षा विभाग ने उन्हें आज भी बरिष्ट अध्यापक मानते हुए नोटिस भेज दिया। इस संबंध में एक शिक्षक ने बताया कि वास्तविक स्थिति यह है कि अभिनव शर्मा लगभग दस वर्ष पूर्व वरिष्ठ अध्यापक के पद पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक-2, टीकमगढ़ में पदस्थ थे और उस समय बर्तमान जिला शिक्षा अधिकारी हनुमंत सिंह चौहान इसी स्कूल में प्राचार्य थे। यह प्रकरण जानकर तत्कालीन प्राचार्य एवं वर्तमान सीईओ द्वारा व्यक्तिगत स्तर पर जारी किया गया प्रतीत होता है। यह अत्यंत गंभीर त्रुटि है टीकमगढ़ DEO हनुमत सिंह चौहान तथा संबंधित शाखा प्रभारी की लापरवाही का परिणाम है, जिन्होंने बिना किसी रिकॉर्ड सत्यापन के ईअटेंडेंस संबंधी कारण बताओं सूचना पत्र जारी कर दिया। यह विभागीय चूक न केवल प्रशासनिक नियमो का उल्लंघन है बल्कि एक राजस्व अधिकारी की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली है। इस घटना ने स्पष्ट किया है कि शिक्षा विभाग में रिकॉर्ड सत्यापन अत्यंत कमजोर है, ई-अटेंडेंस कार्रवाई बिना जांच-पड़ताल के की जा रही है और विभागीय समन्वय की भारी कमी है। इस तया की लापरवाही सरकारी कार्यप्रणाली की विद्युरानीयता पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़ा करती है। कर्मचारी व जनप्रतिनिधियों की मांग इस घटना व बाद शिक्षा विभाग के कर्मचारियों और कुछ जनप्रतिनिधियों ने मांग की है कि इस मामले की उच्चस्तरीय जॉच कर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए। सभी संबंधित रिकॉर्ड का पुनस्यापन सुनिश्क्षित किया जाए। राजस्व विभाग के अधिकारी श्री अभिनव शर्मा से विभागीय लिखित क्षमा याचना की जाए। भविष्य में गलती न हो इसके लिए राख्त जबाबदेही प्रणाली लागू की जाए। यह प्रकरण टीकमगढ़ शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर बड़े सवाल खड़े करता है और तत्काल सुधारात्मक कदमों की माँग करता है।जिला शिक्षा अधिकारी ने मृत और सेवानिवृत हो चुके शिक्षकों को भी ई- अटेंडेंस नहीं लगाने पर कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। इतना ही नहीं जारी नोटिस में ऐसे शिक्षकों को एक ही दिन में जवाब प्रस्तुत करने का आदेश भी दिया गया है। अब डीईओ का यह नोटिस चर्चाओं का विषय बना हुआ है। बता दें कि 5 दिसंबर को हमारे शिक्षक मोबाइल एप से शिक्षकों की दैनिक उपस्थिति दर्ज नहीं करने वाले ऐसे शिक्षकों को जिला शिक्षा अधिकारी ने कारण बताओ नोटिस दिए। उनमें से पांच वर्ष पूर्व मृत हो चुके सहायक
अध्यापक जगदीश प्रसाद सौर जो जीएमएस टपरियन चौहान में पदस्थ थे, इनको भी आनलाइन हाजिरी नहीं डालने पर नोटिस जारी किया गया है। इसी तरह से जीएमएस भगवंतनगर में पदस्थ रहे माध्यमिक शिक्षक स्व. हीरालाल कुशवाहा एवं जीपीएस वालेकापुरा पलेरा में सहायक शिक्षिका स्व. कमलादेवी गुप्ता को भी हाजिरी नहीं लगाने पर नोटिस दिए गए हैं।वहीं सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षक बालकिशन विश्वकर्मा माध्यमिक शाला अजोखर एवं रामकुमार मिश्रा मगरई को भी सेवानिवृत्ति के बाद 5 दिसंबर को आनलाइन हाजिरी नहीं लगाने पर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं जो शिक्षा विभाग में चर्चा का विषय बने हुए हैं। , ने ह हे न बो र बताया जाता है कि शिक्षा विभाग अपने पोर्टल को ही अपडेट नहीं कर पा रहा है जिससे इस तरह के नजारे देखने को मिल रहे हैं। डीईओ ने 5 दिसंबर को दिए गए नोटिस में एक ही दिन में जवाब प्रस्तुत करने का भी उल्लेख किया। इस संबंध में जब जिला शिक्षा अधिकारी हनुमत सिंह चौहान से बात करना चाही तो उन्होंने मोबाइल काल रिसीव करना उचित नहीं समझा

















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