मौत को दावत देता हाईटेंशन तार के नीचे हो रहा खनन का खेल मो. सेराज हुसैन
सोनभद्र /संतेश्वर सिंह
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सोनभद्र। सोनभद्र की पत्थर खदानों को हाइग्लि डेंजरस जोन बनाने में सम्बंधित विभागों का अहम रोल है। पत्थर खदानों में होने वाली दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण सम्बंधित विभाग ही हैं। इनकी लचर व्यवस्था के चलते अनगिनत गरीब मज़दूर असमय ही मौत के घाट उतार दिए जाते हैं। लगातार लोगों के द्वारा शिकायत करने पर भी इनके कानों पर जुई भी नहीं रेंगती। नियम विपरीत खनन लगातार हो रहा है। परन्तु खनिज विभाग और जिला प्रशासन कुम्भकर्णी नींद सो रहा है। प्रशासन की नींद तभी टूटती है जब खदान में कोई हादसा होता है।
जनपद सोनभद्र में अवैध खनन अपने चरम पर पहुंच चुका है।
इस पर खनिज विभाग आंखे मूंदे हुए है। जय हिन्द मानवाधिकार जिला अध्यक्ष मोहम्मद सेराज हुसैन की तरफ से सम्बंधित विभाग से गुहार लगाई गई थी कि राधे राधे इंटर प्राइजेज की पत्थर खदान में नियमों को ताक पर रखकर हाईटेंशन तार के नीचे अवैध खनन किया जा रहा है। जबकि हाईटेंशन तार से खदान की दूरी निर्धारित50 मीटर से कम है। इसके बाद भी बिल्ली मारकुंडी के उक्त खदान में अवैध खनन धड़ल्ले से किया जा रहा है। इस पर खनन विभाग सोनभद्र का कहना है कि उक्त खदान से हाईटेंशन लाइन की दूरी 50 मीटर से अधिक है। जबकि स्थानीय लोगों का दावा है कि खनिज विभाग गुमराह कर रहा है। हकीकत में हाईटेंशन लाइन की दूरी50 मीटर से कम है। आखिर क्या बात है कि खनिज विभाग आने वाले खतरों से आंख मूंदे हुए है। खदान में हैवी ब्लास्टिंग होने से कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है। ऐसे में ज़िम्मेदार मोहकमा एक दूसरे पर गलतियां थोपते हुए जांच के नाम पर लीपापोती कर देंगे। निराश होकर जय हिंद मानवधिकार एसोसिएशन सोनभद्र अब इस प्रकरण में डीजीएमएस वाराणसी परीक्षत्र से शिकायत कर जांच की कार्रवाई अमल में लाएगा। जहां हाईटेंशन लाइन छतिग्रस्त होने पर ग्रिड फेल होने से करोड़ों का नुकसान हो सकता है। वहीं दूसरी ओर खदान में दुर्घटना की आशंका लगातार बनी हुई है।