संवाददाता सुधीर गोखले
सांगली जिले से
सांगली मिरज और कुपवाड नगर निगम क्षेत्र मे स्थित और नगर निगम के स्वामित्व वाले खाली भूखण्डों एवं आय के रिकॉर्ड की जांच कर रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा । नगर निगम के आयुक्त शुभम् गुप्ता (IAS) के मार्गदर्शन में अब यह कार्रवाई होगी । इस बारे मे हमारे संवाददाता ने आयुक्त शुभम जी से संवाद किये तो उन्होंने कहा कि नगर निगम क्षेत्र मे जो भी खाली भूमि है और जिस पर निगम का स्वामित्व सिद्ध है उनका आय का रिकॉर्ड अब रजिस्टर में होगा और जल्द हि हम इसे कंप्यूटर सिस्टम द्वारा अपडेट करेंगे । और इस प्रक्रिया की शुरुआत भी हमने कर दि है ।
पूर्ववर्ती सांगली,और मिरज नगर पालिकाओं और कुपवाड नगर परिषदों आदि का वर्ष 1998 में एक नगर निगम में विलय हो गया है। चूंकि विभिन्न नगर पालिकाओं का विलय होकर सांगली मिरज और कुपवाड नगर निगम बन गईं, लेकिन रिकॉर्ड अलग-अलग थे। इसे रेकॉर्ड को अद्यतन तरीके से संग्रहित एवं संरक्षित किया जाना चाहिए तथा वास्तविक स्थान की स्थिति के अनुसार रिकार्ड रजिस्टर में दर्ज किया जाना चाहिए। नगर निगम मे मौजूद अपर्याप्त स्टाफ और संसाधनों के कारण ऐसा नहीं हो सका, यह मामला आयुक्त के संज्ञान में लाया गया, संपत्ति विभाग से खुले भूखंडों और अन्य नगर निगम के स्वामित्व वाली आय के रिकॉर्ड को अद्यतन करने और रजिस्टर में प्रविष्टियाँ करने का कार्य शुरू कर दिया गया है । उसके लिए एक मुख्य रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, पांच छह रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, राजस्व विभाग के सेवानिवृत्त नायब तहसीलदार तलाठी को अस्थायी रूप से नियुक्त किया गया है और राजस्व पुस्तक के रिकॉर्ड की जांच करके नगर निगम वहीं, शहरी नियोजन, कराधान, निर्माण, स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से तीनों शहरों के सभी वार्डों में खुले भूखंडों, नगर निगम भवनों की जानकारी जुटाई जा रही है और भूखंड है या नहीं, इसकी जानकारी लेकर निरीक्षण रिकार्ड अपडेट किया जा रहा है। परिसर, क्या यह नगर पालिका के स्वामित्व में है, और कैसे।की आय की खोज की जा रही है। .उक्त सभी दस्तावेजों की जानकारी इकट्ठा करने के बाद, राजस्व वाले रिकॉर्ड को रजिस्टर में जांचा जाएगा, जैसे ही जानकारी कंप्यूटर सिस्टम के माध्यम से इकठ्ठा की जाएगी, यह रिकॉर्ड नगर निगम के संपत्ति विभाग के रिकॉर्ड के साथ अपडेट किया जाएगा।