रिपोर्टर जयराम प्रसाद यादव जिला सारण
#छपरा- बीबी की मौत का हम नहीं सह पर रिटायर्ड सी बी आई इंस्पेक्टर, कुछ हीं घंटो बाद मौत इलाके में मचा हाहाकार
पत्नि की मौत का सदमा बर्दाश्त नही कर सका पति और पत्नि की मौत के अगले ही दिन पति का भी हार्ट अटैक की वजह से निधन हो गया। महज साढ़े 26 घण्टे के अंतराल पर हुई यह लोमहर्षक घटना माँझी प्रखण्ड के नवलपुर गाँव की है। बताते चलें कि बुधवार की देर शाम लगभग आठ बजे नवलपुर गाँव निवासी व बिहार पुलिस के सीआईडी इंस्पेक्टर के पद से रिटायर गणेश प्रसाद यादव की पत्नी कांति देवी 80 वर्ष का हृदय गति रुकने की वजह से निधन हो गया। बृद्धा के निधन के बाद रुदन क्रन्दन की वजह से गाँव में मातम का माहौल पसर गया।
गुरुवार की सुबह नवलपुर से उनकी शव यात्रा निकली जिसमें गाँव के सैकड़ों लोग व नाते रिश्तेदार आदि शामिल हुए। परिजनों ने बताया कि दाह संस्कार में मुखाग्नि देने के बाद लौटकर वापस घर पहुँचे। मृतका के पति का रो रो कर बुरा हाल था। पत्नि के निधन से वे टूट चुके थे। लोगों ने बताया कि वे अपनी पत्नी से बेहद प्यार करते थे। चंद घण्टों बाद उन्हें दिल का दौरा पड़ा। आनन फानन में शोकाकुल परिजन उन्हें लेकर पहले माँझी सीएचसी में पहुँचे तथा फिर चिकित्सक की सलाह पर छपरा सदर अस्पताल रवाना हो गए। हालाँकि गुरुवार की रात लगभग साढ़े दस बजे छपरा सदर अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने भी दम तोड़ दिया। ततपश्चात अगले दिन शुक्रवार की सुबह उनके पैतृक गाँव नवलपुर से उनकी विराट शवयात्रा निकाली गई।
बड़ी संख्या में शवयात्रा में शामिल ग्रामीण मृतक दम्पत्ति की शादी के दिन अग्नि को साक्षी मान कर लिए गए सात फेरों के अलावा साथ साथ जीने और साथ साथ मरने की घटना की चटखारे लेकर चर्चा कर रहे थे। पत्नी के दाह संस्कार के अगले ही दिन माँझी श्मसान घाट पर ही उनका भी दाह संस्कार सम्पन्न हो गया। मुखाग्नि उनके पुत्र शम्भू प्रसाद यादव ने दी। परिजनों ने बताया कि वे वर्ष 1997 में बिहार पुलिस के सीआईडी इंस्पेक्टर के पद से रिटायर हुए थे। समाजसेवा व आध्यात्मिक गतिविधियों में विशेष रुचि रखने के कारण आसपास के गाँवों के लोग उन्हें काफी सम्मान देते थे। उनके परिवार में एक पुत्र व दो पुत्रियाँ हैं जिनकी वर्षों पूर्व शादी हो चुकी हैं। मृतक के एकमात्र पुत्र शम्भू प्रसाद यादव को भी दो पुत्र व तीन पुत्रियाँ हैं जिनमें से दो पुत्रियों की शादी हो चुकी हैं। पत्नी के निधन के अगले ही दिन पति के भी निधन की खबर की आसपास के गाँवों में ब्यापक चर्चा का विषय बना हुआ है। जो भी सुन रहा है एक बार सोचने पर विवश हो जा रहा है।