Share Market Closing 6th November, 2024: आज भारतीय शेयर बाजार पर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत का साफ असर देखने को मिला. मंगलवार को बड़ी बढ़त के साथ बंद हुआ शेयर बाजार आज यानी बुधवार को अच्छी बढ़त लेकर खुला. अमेरिकी चुनाव में जैसे-जैसे ट्रंप की जीत पक्की होती गई, वैसे-वैसे बाजार की बढ़त भी बढ़ती चली गई और अंत में सेंसेक्स 901.50 अंकों की तेजी के साथ 80,378.13 अंकों पर बंद हुआ और निफ्टी 50 भी 270.75 अंकों की तेजी के साथ 24,484.05 अंकों पर बंद हुआ. बुधवार को आईटी सेक्टर के शेयरों में सबसे अधिक तेजी देखने को मिली.
भारतीय शेयर बाजार में लगातार दो सेशन में तेजी देखने को मिली। जहां मंगलवार को सेंसेक्स 694.39 अंकों की बढ़त के साथ 79,476.63 अंकों पर बंद हुआ तो वहीं दूसरी ओर निफ्टी 50 भी 217.95 अंकों की तेजी के साथ 24,213.30 अंकों पर बंद हुआ था। इसके बाद आज बुधवार को सेंसेक्स 901.50 अंकों की तेजी के साथ 80,378.13 अंकों पर बंद हुआ और निफ्टी 50 भी 270.75 अंकों की तेजी के साथ 24,484.05 अंकों पर बंद हुआ।
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निवेशकों की संपत्ति में 10.47 लाख करोड़ रुपये का उछाल
भारतीय शेयर बाजार में आज आई तेजी के पीछे अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत मुख्य वजह रही। ट्रंप की जीत से भारतीय आईटी कंपनियों के शेयरों में जोरदार उछाल देखने को मिला। भारतीय बाजार में लगातार दो दिनों की तेजी के बीच बीएसई में 2 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया है। इन दो दिनों की तेजी की वजह से शेयर बाजार निवेशकों की संपत्ति में 10.47 लाख करोड़ रुपये की भारी-भरकम बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
सेंसेक्स ने फिर भरी ऊंची उड़ान
बीएसई का 30 कंपनियों वाला इंडेक्स सेंसेक्स दिन में कारोबार के दौरान 80,569.73 अंक के हाई लेवल पर पहुंच गया. जबकि बाद में मार्केट बंद होने के करीब ये तेज 900 अंक के आसपास रह गई. बीएसई सेंसेक्स 80,378.13 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह एनएसई निफ्टी करीब 100 अंक की तेजी के साथ खुला, जो ट्रंप के जीत दर्ज करने के बाद 24,487 अंक के हाई लेवल पर पहुंच गया. मार्केट बंद होने के करीब इसमें 270 अंक के आसपास की तेजी दर्ज की गई और ये 24,484.05 अंक पर बंद हुआ.
आज सेंसेक्स की 30 में से 25 कंपनियों के शेयर तेजी के साथ हरे निशान में बंद हुए जबकि बाकी की 5 कंपनियों के शेयर लाल निशान में बंद हुए. इसी तरह, निफ्टी 50 की भी 50 में से 41 कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ हरे निशान में और बाकी की 9 कंपनियों के शेयर हानि के साथ लाल निशान में बंद हुए. बुधवार को आईटी कंपनियों के शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिली जबकि बैंकिंग स्टॉक्स में गिरावट दर्ज की गई है.
TCS, Infosys, Tech Mahindra, HCL ने मचाया बवाल
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद शेयर बाजार में आईटी कंपनियों के स्टॉक्स मेंजबरदस्त तेजी देखी गई. सेंसेक्स में शामिल टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (TCS) का शेयर टॉप गेनर रहा. इसके प्राइस में 4 प्रतिशत से अधिक का उछाल देखा गया. इसी तरह इंफोसिस का शेयर भी 4 प्रतिशत से अधिक तेजी के साथ बंद हुआ. वहीं एचसीएल टेक और टेक महिंद्रा जैसे शेयर टॉप-5 गेनर स्टॉक में शामिल रहे. इनमें भी 3.5 से 4 प्रतिशत तक का उछाल देखा गया.
सेंसेक्स की कंपनियों में शामिल टीसीएस के शेयरों में आज सबसे अधिक 4.21 फीसदी की बढ़त देखने को मिली. इंफोसिस के शेयर 4.06 प्रतिशत, टेक महिंद्रा 3.85 प्रतिशत, एचसीएल टेक 3.71 प्रतिशत, अडाणी पोर्ट्स 3.21 प्रतिशत, लार्सन एंड टुब्रो 1.97 प्रतिशत, मारुति सुजुकी 1.62 प्रतिशत, सनफार्मा 1.55 प्रतिशत, रिलायंस 1.50 प्रतिशत, एनटीपीसी 1.43 प्रतिशत, भारती एयरटेल के शेयर 1.26 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुए.
453 लाख करोड़ हुआ मार्केट कैप
शेयर बाजार में तेजी का असर ये हुआ कि बीएसई पर लिस्टेड सभी कंपनियों का टोटल मार्केट कैपिटलाइजेशन बुधवार को 5.37 ट्रिलियन डॉलर (करीब 453 लाख करोड़ रुपए) हो गया. बाजार में निवेशकों को एक दिन में करीब 8 लाख करोड़ रुपए (मार्केट कैपिटलाइजेशन में 7.91 लाख करोड़ रुपए का इजाफा) का मुनााफा हुआ. बाजार में 458 स्टॉक्स में आज अपर सर्किट लगा
आपको बता दें कि शेयर बाजार में लगातार दो दिन की तेजी से निवेशकों की पूंजी 10.47 लाख करोड़ रुपये बढ़ी है. इस दौरान बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स दो प्रतिशत चढ़ा है. बुधवार को कारोबार बंद होने के समय बीएसई की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) दो दिन के दौरान 10,47,565.48 करोड़ रुपये बढ़कर 4,52,58,633.53 करोड़ रुपये (5,370 अरब डॉलर) पहुंच गया.
क्या है इसका पहला कारण
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘अमेरिकी चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत से वैश्विक शेयर बाजारों पर अच्छा असर पड़ा है, जिसमें स्थानीय सूचकांक भी शामिल हैं. इस दौरान सेंसेक्स 80,000 अंक के स्तर को पार कर गया है. पिछले सप्ताह तक ईरान-इजरायल युद्ध की वजह से भारत सहित दुनियाभर के शेयर बाजार दबाव में थे, लेकिन ट्रंप की वापसी से माहौल अचानक बदल गया है.
दूसरा कारण और भी बड़ा
अमेरिका सहित दुनियाभर के शेयर बाजारों तेजी की दूसरी सबसे बड़ी वजह अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में संभावित कटौती को माना जा रहा है. सीएमई के फेडवॉच का मानना है कि इस बार फेडरल रिजर्व 0.25 फीसदी की कटौती कर सकता है. इसकी संभावना 98 फीसदी है और ऐसा होता है तो शेयर बाजार सहित दुनियाभर की इकनॉमी पर इसका सकारात्मक असर दिखेगा.
चीन से आ रही तीसरी खबर
ग्लोबल इकनॉमी के लिए तीसरी अच्छी खबर चीन से आ रही है. चीन भी इस सप्ताह आर्थिक पैकेज जारी कर सकता है, जिसके असर से मेटल सेक्टर में तेजी आ रही है. चीन की संसद शुक्रवार को बैठक के बाद राहत पैकेज जारी करेगी. इसके बाद चीन की आर्थिक गतिविधियों में तेजी की संभावना जताई जा रही है. इसका असर एशिया के बाजारों पर सकारात्मक रूप में दिखेगा.