सुपौल जिले के किशनपुर प्रखंड क्षेत्र के अंदौली पंचायत स्थित 15वीं वित्त योजना से बन रहे डब्ल्यूपीयू भवन निर्माण
कार्य में भारी अनियमितता को लेकर गुरूवार को ग्रामीणों ने डब्ल्यूपीयू भवन के समीप पंचायत के मुखिया और भवन निर्माण कर रहे संवेदक के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे पार्वती देवी,दूर्गा देवी,चंदा देवी, अनिता देवी,सुमिता देवी, रानी देवी,आरती देवी,शुशीला देवी,गीता देवी, जानकी देवी,रिंकू देवी ,धनिक लाल सदा,शिबू सदा आदि लोगों ने बताया कि अंदौली स्थित एनएच 327 ए से सटे पूर्वी भाग में पंचायती योजना से डब्लूटीसी भवन का निर्माण कार्य चल रहा है। इस भवन के निर्माण कार्य में एक तरफ जहां घटिया किस्म के सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। वहीं चार दीवारी और भवन निर्माण कार्य अंतिम चरन पर है। उसके बावजूद भी कार्यस्थल पर बिना सूचना बोर्ड का ही कार्य किया जा रहा है। इस मामले को लेकर स्थानीय मुखिया के द्वारा संबंधित ठेकेदार को कार्य स्थल पर सूचना बोर्ड लगाने और एस्टीमेट के अनुसार कार्य करने को लेकर बार-बार कहने के बावजूद भी इस और कोई ध्यान नहीं दिया गया। सबसे हैरत की बात है कि किसी भी तरह का सरकारी निर्माण कार्य जेई की निगरानी में होता है। लेकिन कार्य स्थल पर बिना सूचना बोर्ड का कार्य करना पंचायत की मुखिया की उदासीनता को दर्शाता है। ग्रामीणों ने कहा कि भवन निर्माण और चारदीवारी निर्माण में घटिया किस्म के बालू, गिट्टी, सरिया,सीमेंट,ईट आदि सामग्री की प्रयोग किया गया है। कहां की इसकी शिकायत कई बार पंचायत के मुखिया और पंचायत सचिव और विभागीय जेई के पास शिकायत करने के बावजूद भी कार्य में कोई सुधार नहीं हुआ। जिसका नतीजा है कि अभी डब्ल्यूपीयू निर्माण कार्य पूरा हुआ भी नहीं है। लेकिन धीरे धीरे भवन जर्जर होते जा रहा है।
उधर जेई पुष्पम कुमार ने बताया कि साढ़े सात लाख की राशी से डब्ल्यूपीयू भवन निर्माण कार्य किए गए है। इसके अलावा चार दीवारी निर्माण हुआ अन्य कामों के लिए साढ़े सात लाख की राशि खर्च हुई है। उन्होंने कहा कि कार्यस्थल पर पत्थर का सूचना बोर्ड लगाया जाएग।
सुपौल से ब्यूरो चीफ पंकज कुमार