सवांददाता मीडिया प्रभारी मनोज मूंधड़ा बीकानेर श्रीडूंगरगढ
नशे की ओर जा रही युवा पीढ़ी को सात्विक जीवन जीने के लिए प्रेरणा स्रोत साबित हो सकता है योग : ओम योग सेवा संस्था
श्रीडूंगरगढ़ कस्बे की ओम योग सेवा संस्था के निदेशक योगाचार्य ओम प्रकाश कालवा ने जानकारी देते हुए बताया। युवा वर्ग को नशे से दूर रखने के लिए प्रयास जरूरी हैं। इसके लिए जागरूकता बढ़ाने सकारात्मक मार्गदर्शन प्रदान करने और सही शिक्षा प्रदान करने पर ध्यान दिया जाए। इसके अलावा समाज में सामाजिक समरसता बढ़ानी चाहिए। युवाओं को किसी भी क्षेत्र में कुशलता हासिल करने पर जोर देना चाहिए। नशे की ओर जा रही युवा पीढ़ी को सात्विक जीवन जीने के लिए प्रेरणा स्रोत साबित हो सकता है योग वर्तमान समय में देखा जाए तो युवा पीढ़ी दिन प्रति दिन नशे की ओर अग्रसर होती जा रही है इसके पीछे कई कारण है। तेजी से बढ़ती जन संख्या ईच्छाओं की अधिकता,तनाव,गलत व्यवहार,गलत खानपान,अस्त व्यस्त दैनिक दिनचर्या,बढ़ती बेरोजगारी और भुखमरी,परिवारों में बढ़ते लड़ाई- झगड़े आत्महत्या जैसे बढ़ते मामले,संस्कारों की कमी,मोबाईल की लत ने युवा पीढ़ी को गर्त में धकेल दिया है। कालवा ने कहा कि इन सभी का समाधान योग में है। जिससे आज कि युवा पीढ़ी को बचाया जा सकता है। और जीवन जीने के लिए नई राह दिखा सकता है। योग जैसे की आज के युग में साफ देखा जा सकता है कि योग की बढ़ती लोकप्रियता विश्व पटल पर देखी जा सकती है। मनुष्य में तीन प्रकार की शक्तियां संचालित होती हैं जो इस प्रकार है शारीरिक मानसिक और आध्यात्मिक योग इन तीनों शक्तियों को मजबूती प्रदान करता है। यम नियम की पालना,आसन और प्राणायाम प्रत्याहार धारणा ध्यान तक भी मनुष्य अगर सीखता है। तो निश्चित रूप से व्यक्ति का सर्वांगीण विकास हो सकता है।