सोन साहित्य संगम ने मुंशी प्रेमचन्द को किया याद
(मुंशी प्रेमचंद जी की जयंती पर सोन साहित्य संगम ने किया श्रद्धा सुमन अर्पित)
(साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए ओम प्रकाश त्रिपाठी का हुआ सम्मान)
सोनभद्र /संतेश्वर सिंह
Mo 9580757830
सोनभद्र। महान साहित्यकार उपन्यासकर मुंशी प्रेमचंद जी की जयंती पर सोन साहित्य संगम के नगर स्थित कार्यालय में सोन साहित्य संगम के तत्वाधान में एक साहित्यिक गोष्ठी आयोजित की गई जिसमे उपस्थित साहित्य प्रेमियों ने मुंशी प्रेमचंद्र जी के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए प्रेमचंद्र जी के साहित्यिक जीवन पर अपने अपने विचार व्यक्त किए। इस दौरान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि विश्व हिंदी साहित्य संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष साहित्यकार पंडित ओम प्रकाश त्रिपाठी जी मौजूद रहे। अध्यक्षता संस्था के संयोजक राकेश शरण मिश्र ने एवम संचालन अधिवक्ता प्रदीप धर दिवेदी ने किया। गोष्ठी में विशिष्ट अतिथि के रूप में संयुक्त अधिवक्ता महासंघ उत्तर प्रदेश के प्रदेश संगठन सचिव अधिवक्ता उमापति पांडेय मौजूद रहे।
इसके अलावा दी सोनभद्र टैक्स बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश देव पांडेय, अधिवक्ता जनार्दन पांडेय,इंजीनियर अनिल कुमार मिश्र, हिमांशु मिश्र, विकास केशरी, चार्टेड अकाउंटेंट प्रमोद कुमार दुबे अधिवक्ता अंबरीश राय मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ओम प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि मुशी प्रेमचंद्र जी का साहित्य आम आदमी की आवाज को मुखर करता है। उन्होंने अपने सभी उपन्यास,कहानी नाटक आदि में केवल आम आदमी के जीवन को दर्शाने का काम किया है। वही गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे सोन साहित्य संगम के संयोजक वरिष्ठ अधिवक्ता साहित्यकार राकेश शरण मिश्र ने मुंशी प्रेमचन्द जी को एक महान साहित्यकार बताते हुए कहा कि मुंशी प्रेमचंद्र जी का साहित्य नए साहित्यकारों को पढ़ना चाहिए और उनकी लेखन शैली का अनुकरण करना चाहिए।
इस दौरान साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश त्रिपाठी को सोन साहित्य संगम के संयोजक राकेश शरण मिश्र ने अंगवस्त्र एवम श्रीमद भगवद्गीता की पुस्तक भेंट कर उनका सारस्वत सम्मान किया।