साहित्य अर्पण द्वारा काष्ठ नगरी सहारनपुर में कवि सम्मेलन समारोह आयोजित
प्रदीप शुक्ल लखनऊ
काव्यपाठ व शायरी के अनूठे संगम से मंत्रमुग्ध हुए श्रोतागण।
अंतरराष्ट्रीय संस्था साहित्य अर्पण (दुबई) की संस्थापक नेहा शर्मा के भारत आगमन पर साहित्यांचल पश्चिमी उत्तर प्रदेश शाखा के अनर्तगत जनपद सहारनपुर के प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान सतयुग आश्रम माडल इण्टर कालेज के प्रांगण में एक शाम कवि के नाम कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत में मां सरस्वती के चित्र सम्मुख जनपद की प्रसिद्ध साहित्यिक संस्था विभावरी के सचिव डा विजेंद्रपाल शर्मा, प्रधानाचार्य डा अजय कुमार गुप्ता, पूर्व प्रधानाचार्य डा अरविंद कुमार शर्मा, साहित्य अर्पण, दुबई की सीईओ नेहा शर्मा, पूर्व प्रधानाचार्या व परचम की संस्थापिका डा कुदसिया अंजुम ने संयुक्तरूप से दीप प्रज्वलित कर किया। छात्रा प्रीत शर्मा द्वारा सरस्वती वंदना गीत पर नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी गयी। इस महान साहित्य के हवन की संपूर्ण रूपरेखा व सम्पूर्ण आयोजन-समन्वय व संयोजन डॉ कुदसिया अंजुम आशीष भारती के हर्षित सहयोग से सम्पन्न हुआ।
इसके बाद अतिथिगण द्वारा उनकी उपस्थिति चिन्हित की गई। कार्यक्रम में अतिथिगणों को मंच पर तुलसी के पौधे, प्रतीक चिन्ह व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। तत्पश्चात सभी अतिथियों के हस्तकमल द्वारा पंजाब से पधारी लेखिका एवं कवयित्री डॉ.प्रतिभा प्रकाश की पुस्तक ‘ ब्रह्म सार’ का विमोचन किया गया। साहित्य के इस कार्यक्रम में गर्ग साहब की बांसुरी की सरगम ने चार चांद लगा दिए , बांसुरी की मधुर धुन में समस्त जन मानस आनंद विभोर होकर खो सा ही गया। सुधीर अधीर ने के के गर्ग के अभिनय संस्था का परिचय देते हुए उनकी लघु फिल्म अल्पविराम में किये गये अभिनय पर भी प्रकाश डाला। संस्था के पश्चिमी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष शोभित गुप्ता व सह अध्यक्षा नयना कक्कड़ गुप्ता ने भी कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर अपनी सहभागिता दी। कार्यक्रम में मीडिया सहयोगी के रूप में अनुज प्रताप सैनी जुड़े, अभूतपूर्व कंठ और शब्दों का गायन बलराज मलिक द्वारा किया गया। कार्यक्रम की समस्त फोटोग्राफी सहयोग राजसिंह राजपूत बड़े ही शानदार तरीके से किया गया। कवियों व शायरों द्वारा शानदार प्रस्तुतियाँ भी दी गई। आदेश कुमार शर्मा, हारून साबिर, डॉ. प्रमोद कुमार धीमान, आलिशा खान, मनोज मंजरी, आसिफ शमशी, हरीराम पथिक, नुसरत प्रवीण, दानिश कमाल, प्रवीण सिरोहा द्वारा बेहद शानदार काव्य पाठ किया गया। तत्पश्चात सभी अतिथियों ने अपना महत्वपूर्ण वक्तव्य दिया व साहित्य के महत्वपूर्ण पक्षों पर प्रकाश डालते हुए पुस्तक ब्रह्म सार की भी संक्षिप्त समीक्षा प्रदान की। अंत में सभी आमंत्रित कवियों को पुरस्कार वितरण किया गया। कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन स्वयं नेहा शर्मा ने किया।