न्यूज रिपोर्टर नरसीराम शर्मा बीकानेर श्रीडूंगरगढ़
1.अवैध हथियार लेकर घूमता मिला अधेड़-जिले के लुणकरणसर थाना क्षेत्र के गांव कालवास में आम रास्ते पर अवैध हथियार लेकर घूम रहे अधेड़ को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार लुणकरणसर थाना क्षेत्र के गांव कालवास में आम गली में 57 वर्षीय ईमीलाल पुत्र गणेशाराम को बिना लाईसेंस की टोपीदार बन्दुक लेकर घुमते हुए पाये जाने की सूचना पर उसे गिरफ्तार कर बन्दुक जब्त की गई। पुलिस द्वारा आरोपी के खिलाफ आम्रस एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
2.बीकानेर में बने कैफों की आड़ में हो रहे है अनैतिक कार्य,पुलिस जानकर भी अनजान बीकानेर बीकानेर में नियम-कायदों को धता बता कर चले कैफे और हुका बार आमजन के लिए सिरदर्द बन गए है। शहर के पॉश इलाकों में इनकी बहार सी आ गई है। देर रात तक इनमें अनैतिक गतिविधियां होने की शिकायतें आम हो रही है। रिहायशी इलाकों में इनकी बहुतायत होने से रात तक वाहनों की आवाजाही और संदिग्ध लोगों की रेलमपेल लगी रहती है। कथित कैफों में चाय, कॉफी के नाम पर हुका बार व अन्य नशीले चीजें भी बेखौफ परोसी जा रही है। पुलिस गाहे-बगाहे इन पर रेड की कार्रवाई करती है लेकिन अधिकांश पुलिस की भी नजरों से बचे हुए हैं। आए दिन पुलिस थानों में दुष्कर्म के मामलों में भी कहीं न कहीं ऐसे संदिग्ध ठिकानों के नाम घटनास्थल के तौर पर सामने आ चुके हैं। कैफों में सुबह से लेकर देर रात तक युवक व युवतियों की भीड़ रहती है क्योकि युवकों के साथ युवतियां भी हुका पीने की आदि हो गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन कैफों में केबिन बने हुए है जहां हर प्रकार का अनैतिक काम होता है नशीली पदार्थ व लड़कियां परोसी जाती है। कैफे पर काम करने वाले कर्मचारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि अलग अलग केबिनों की अलग दर तय की गई है। जिसमें 300 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक के किराये पर केबिन मिल जाते है और पुलिस इन कैफो पर नहीं आती है योकि कैफे संचालकों की पुलिस से पुरी तरह से सेटिंग हो रखी है। घंटों पर दर तय है एक घंटे के लिए 300रुपये है। जिसमें युवक अपने साथ लडक़ी को ले जा सकता है। केबिन के अंदर वो सभी सुख सुविधाएं है जो एक होटल में होनी चाहिए। थाने से 20 मीटर की दूर में बने कैफे मजे की
बात तो यहां कैफे थाने से महज 20 मीटर की दूरी पर बना
हुआ है। लेकिन पुलिस ने आज तक इनकी जांच नहीं कि
आखिर इन कैफो पर इतनी भीड़ यों रहती है लड़कियों का
कैफों आना जाना कहां तक सही है। शहर के इन इलाकों में
कैफो की है भरमार नयाशहर, जयनारायण व्यास कॉलोनी,
गंगाशहर, कोटगेट आदि थाना इलाकों में कैफे बने हुए है
जिसमें व्यास कॉलोनी में तो इनकी भरमार है। एमएस कॉलेज
के पास, जयनारायण व्यास कॉलोनी थाने के पास, जस्सूसर
गेट सहित कई ऐसे इलाके में जहां पर कैफे बने हुए है।
3.बहू को नींबू पानी में जहर देकर मारने का प्रयास किया-
एक ससुर ने अपनी बहू को नींबू पानी में जहर देकर मारने का प्रयास किया। इस आशय का मामला देशनोक थाने में दर्ज किया गया है। पीडिता जशोदा पत्नी सुनील कुमार है। जो कि देशनोक की वार्ड 10 की निवासी है। पीडिता की ओर से पुलिस को मिले परिवाद में पीडिता ने अपने ससुर अन्नाराम पर आरोप लगाया है कि आरोपी ने उसको जान से मारने की नियत से नींबू पानी में जहर मिलाकर दे दिया। जिसको पीने से उसकी तबीयत बिगड़ गई। पुलिस ने पीडिता की रिपोर्ट के आधार पर आरोपी ससुर के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
4.लूट का मुख्य आरोपी चढ़ा पुलिस के हत्थे- बीकानेर। खाजूवाला पुलिस ने मारपीट व लूट के लंबित प्रकरण के मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार परिवादी साजन राम जाट निवासी ताखर फैक्ट्री के पास खाजूवाला ने मुकदमा दर्ज करवाया था कि उसकी कृषि भूमि खरीद की रजिस्ट्री हो रही थी, जिसकी भनक शेरापुरी तथा विनोद बेनीवाल निवासी 24 बीड़ी को लग गई थी। इस पर लूट करने के इरादे से दोनों व एक अन्य व्यक्ति एक कार में आए और आंखों में मिर्ची डालकर मारपीट कर रुपए लूटने का प्रयास किया। शोर सुनकर आस पड़ोस के लोग आ गए और शेरा पुरी को मौके पर ही पकड़ लिया व अन्य दो लोग भागने में सफल हो गए। इस मामले में अनुसंधान के बाद विनोद कुमार को गिरफ्तार कर अन्य आरोपियों के बारे में पूछताछ की जा रही है।
5.विदेश भेजने के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी, दर्ज करवाया मामला-श्रीगंगानगर। संचालकों पर 7 लाख रुपए की धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है। पीड़ित हनुमानगढ़ के कोहला व वर्तमान में मोहरसिंह चौक पर निवास कर रहे विश्वास ने पुरानी आबादी में मुकदमा दर्ज करवाया है। एसएचओ गोविंद चारण जांच कर रहे हैं। पीड़ित ने पुलिस परिवाद में बताया कि उसने ऑस्ट्रेलिया स्टडी वीसा पर विदेश जाना था। इसके लिए उसने संपर्क किया। संस्था में नवनीत सोनी, रघुबीर सिंह व एक अन्य कर्मचारी (जो हमेशा ऑफिस में ही मौजूद रहता है) ने पीड़ित को ऑस्ट्रेलिया भेजने के लिए 9 लाख रुपए खर्चा बताया। पीड़ित ने नवंबर, दिसंबर और जनवरी माह में 9 लाख रुपए आरोपियों के खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर करके फीस चुका दी। पांच माह तक जब पीड़ित की फाइल स्वीकार नहीं हुई और वीजा रिजेक्ट हो गया तो पीड़ित ने रुपए वापस मांगे। तब आरोपियों ने पीड़ित को 2 लाख रुपए लौटा दिए लेकिन शेष 7 लाख रुपए लौटाने में आना कानी करते रहे। आखिर में आरोपियों ने पीड़ित को धमकी दी कि अगर ऑफिस में आया तो जान से मार दिए जाओगे।