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उत्तर प्रदेश जिला कौशांबी के धावक विवेक सिंह अल्ट्रा मैराथन 60 किलोमीटर दिखाएंगे जज्बा

उत्तर प्रदेश जिला कौशांबी के धावक विवेक सिंह अल्ट्रा मैराथन 60 किलोमीटर दिखाएंगे जज्बा

आदि कैलाश परिक्रमा मैराथन में दिखेगा कौशांबी जिले का दाम

कौशांबी संवाददाता कौशांबी उम्र चाहे जो भी हो अगर जज्बा है तो मंजिल दूर नहीं रहती इसका उदाहरण है कौशांबी जिले के धावक जो 19 वर्ष की आय में हैं और उसे आदि कैलाश परिक्रमा मैराथन में हिस्सा लेकर नया इतिहास रचने जा रहे हैं इसमें कई ऐसे प्रतिभागी हैं जिन्होंने अपने जुनून से उम्र की सीमाओं को चुनौती देंगे आदि कैलाश परिक्रमा मैराथन न केवल साहस और सहनशील की परिपक्वता है बल्कि यह आध्यात्मिक और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर कठिन ट्रैक भी है इस ट्रैक पर दौड़ना युवाओं के लिए चुनौती से कुछ काम नहीं है लेकिन विवेक सिंह ने ठान लिया है कि वह हर बाधा को पार करेंगे इन्होंने अब तक 30 से भी ज्यादा मैराथन पूरी की है विवेक कहते हैं कि यह सिर्फ प्रतियोगिता नहीं बल्कि खुद को साबित करने का अवसर है ।

विवेक का कहना है कि यह अल्ट्रा मैराथन मेरे लाइफ की पहली अल्ट्रा मैराथन है यह मैराथन शरीर के साथ-साथ आत्मा की भी परीक्षा है मुझे पहाड़ विषम मौसम और ऑक्सीजन की कमी जैसी चुनौतियों के बावजूद भी पूरी तरह से 60 किलोमीटर अल्ट्रा मैराथन पूरी करने के लिए तैयार हैं जैसे-जैसे प्रतियोगिता की तारीख नजदीक आ रही है विवेक के हौसले और तैयारी की चुनौती चर्चा जोरों पर हो रही है खेल प्रेमी और युवाओं उनके उत्साह को सलाम कर रहे हैं यह आयोजन 2 नवंबर उत्तराखंड के गोली कांग कुंजी से स्टार्ट होगी यह ऐतिहासिक अल्ट्रा मैराथन का शुभारंभ उत्तराखंड कुंजी से होगा जो समुद्री तल से 10300 से 15000 फीट की ऊंचाई पर स्थित पवित्र आदि कैलाश पर्वत के कार्यक्रम मार्ग पर है आयोजन का उद्देश्य साहसिक और शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देना युवाओं के फिटनेस को प्रेरित करना और नशा मुक्ति सशक्त बनाना 60 किलोमीटर की प्रमुख दौड़ जोली के कोंग पर्वती कुंड कुटी और ओम पर्वत जैसी पवित्र स्थलों से होकर गुजरेगी यह आयोजन केवल खेल नहीं बल्कि संस्कृति आस्था और प्रकृति का संगम है आदि कैलाश परिक्रमा को भगवान शिव का निवास माना जाता है और इसे तिब्बत स्थित कैलाश पर्वत का आध्यात्मिक विकल्प कहा जाता है यह अल्ट्रा मैराथन बहुत ही दुर्गम क्षेत्रों से होकर गुजरेगी कुंजी कुट्टी और जोलिंग कोंग तिब्बत पहाड़ और 8 डिग्री टेंपरेचर बहुत ही कठिन अल्ट्रा मैराथन है विवेक के घर टोटल 10 सदस्य हैं जो कि विवेक के चार भाई और तीन बहन भाइयों के बीच में विवेक तीसरे नंबर में आते हैं विवेक के पिता श्री ज्ञान सिंह जो एक किसान हैं और माता श्रीमती सुमित्रा देवी जो विवेक के माता-पिता बहुत ही खुश है

कौशांबी से ब्यूरो रिपोर्ट सुशील कुमार दिवाकर मो 7752873639

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