विशेष संवाददाता पुनीत मरकाम कांकेर हायर सेकेंडरी स्कूल दमकसा एवं हाई स्कूल ईरागांव का औचक निरीक्षण: शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिए बीईओ और एबीईओ ने जारी किए महत्वपूर्ण निर्देश

कांकेर दुर्गूकोदल 28 अगस्त 2025
खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) एसपी कोसरे और सहायक खंड शिक्षा अधिकारी (एबीईओ) अंजनी मंडावी ने हायर सेकेंडरी स्कूल दमकसा का औचक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण सुबह 9:45 बजे प्रार्थना सभा के दौरान शुरू हुआ, जिसमें दोनों अधिकारियों ने सक्रिय भागीदारी दिखाई। प्रार्थना सभा के बाद उन्होंने “प्रेयर टुगेदर” प्रश्नोत्तरी सत्र आयोजित किया, जिसमें छात्रों से विभिन्न प्रश्न पूछे गए। छात्रों ने इन प्रश्नों के संतोषजनक और उत्साहपूर्ण उत्तर दिए, जिससे उनकी शैक्षिक तैयारी और आत्मविश्वास का प्रदर्शन हुआ।

निरीक्षण के दौरान स्कूल के प्राचार्य कुमुद ध्रुव के साथ सभी शिक्षकों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में शैक्षिक गुणवत्ता को और बेहतर करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए। अधिकारियों ने शिक्षकों को निर्देश दिया कि वे राज्य प्रवीण्य सूची के लिए योग्य छात्र(csv)छात्रों का चयन करें और सभी विषयों के शिक्षक आपसी समन्वय के साथ गंभीरता से पढ़ाई पर ध्यान दें। इसके अतिरिक्त, शनिवार को बगलेश डे के दिन सुबह 10 बजे से स्कूल का संचालन सुनिश्चित करने और निर्देशानुसार शैक्षिक गतिविधियों को अनिवार्य रूप से आयोजित करने पर जोर दिया गया। पालक-शिक्षक संवाद को और प्रभावी बनाने, छात्रों को जेईई, नीट, प्रयास, राष्ट्रीय साधन सह प्रवीण्य छात्रवृत्ति जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करने के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश भी दिए गए।
सहायक खंड शिक्षा अधिकारी अंजनी मंडावी ने शिक्षकों को समय पर स्कूल में उपस्थित होने, शैक्षिक गुणवत्ता को बढ़ाने, और छात्रों के वाक् अभिव्यक्ति कौशल को विकसित करने के लिए विशेष ध्यान देने की सलाह दी। कमजोर छात्रों के लिए उपचारात्मक शिक्षण प्रदान करने और रजत जयंती सप्ताह के आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए भी निर्देश दिए गए। अधिकारियों ने शिक्षकों से यह भी अपेक्षा की कि वे छात्रों की शैक्षिक कमियों को दूर करने के लिए व्यक्तिगत ध्यान दें और उनकी प्रगति को नियमित रूप से मॉनिटर करें।
*सरस्वती साइकिल योजना के तहत बालिकाओं को वितरण की गई निशुल्क 17 साइकिलें*

इसी प्रकार हाई स्कूल ईरागांव में भी औचक निरीक्षण किया गया, जहां शैक्षिक गुणवत्ता को प्राथमिकता देने के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए। शिक्षकों को प्रतिदिन रचनात्मक होमवर्क देने और उसकी नियमित जांच करने, पाठ्यक्रम के विभाजन के अनुसार अध्यापन कराने, और स्कूल परिसर में किचेन गार्डन के विकास पर ध्यान देने के लिए कहा गया। इस अवसर पर सरस्वती साइकिल योजना के तहत 17 बालिकाओं को साइकिलों का वितरण भी किया गया। इस कार्यक्रम सरपंच प्रिया दुष्यंत वाड़िवा एवं प्राचार्य बिरेंद्र रावटे, शिक्षकगण, जनप्रतिनिधि, और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे, जिन्होंने इस पहल की सराहना की।
निरीक्षण के दौरान, अधिकारियों ने स्कूल के दस्तावेजों, शिक्षक प्रशिक्षण, और अन्य शैक्षिक संसाधनों की उपलब्धता की जांच की। यह सुनिश्चित करने के लिए कि ये संसाधन जरूरतमंद छात्रों तक पहुंचे, विशेष व्यवस्था की गई। इस अवसर पर, स्कूल के कर्मचारियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी इस आयोजन में भाग लिया।
यह निरीक्षण न केवल शैक्षिक गुणवत्ता को बढ़ाने में सहायक सिद्ध हुआ, बल्कि छात्राओं को सशक्त बनाने और सामुदायिक सहभागिता को प्रोत्साहित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अधिकारियों ने शिक्षकों और स्कूल प्रशासन को इन निर्देशों का कड़ाई से पालन करने का आग्रह किया, ताकि क्षेत्रीय शिक्षा के स्तर में उल्लेखनीय सुधार हो सके।


















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