वाराणसी
भजन सम्राट अनूप जलोटा काशी बदली, अयोध्या बदली, अब मथुरा की बारी, भजन सम्राट अनूप जलोटा के सुरों पर झूमे काशीवासी
दुर्गाकुण्ड में स्थापित मणि मंदिर के चतुर्थ प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव
वाराणसी। धर्मसम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज की तपोस्थली धर्मसंघ, दुर्गाकुण्ड में स्थापित मणि मंदिर के चतुर्थ प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का बुधवार को भजन संध्या के साथ शुभारंभ हुआ। धर्मसंघ पीठाधीश्वर स्वामी शंकरदेव चैतन्य ब्रह्मचारी जी महाराज के सानिध्य में शुरू हुए महोत्सव का प्रथम दिन भजन सम्राट अनूप जलोटा की प्रस्तुतियों के नाम रहा। उन्होंने सबसे पहले ‘काशी बदली, अयोध्या बदली, अब मथुरा की बारी है’ सुनाया तो समूचा प्रांगण हर हर महादेव के उदघोष से गूंज उठा।
अनूप जलोटा ने अपनने प्रसिद्ध भजन के दो बोल सुनाए
अनूप जलोटा ने अपना प्रसिद्ध भजन ‘बोलो राम राम राम’ सुनाया, ‘दुनिया चले श्रीराम के बिना, रामजी चले ना हनुमान के बिना’, ‘सीताराम-सीताराम कहिए, जाहि बिधि राखे राम ताहि बिधि रहिये’, ‘इतनी शक्ति हमे देना दाता’, ‘जग में सुंदर है दो नाम’, ‘श्याम तेरी बंशी’, ‘गोविंद जय जय गोपाल जय जय’, कौन कहता है भगवान आते नही, ‘हम मीरा के जैसे बुलाते नही’, ‘रंग दे चुनरिया’, ‘कभी कभी भगवान को भी भक्तों से काम पड़े’, जैसे भजनों से पूरा माहौल भक्तिमय कर दिया। अंत मे गोविंद जय जय गोपाल जय जय से संध्या का समापन किया।
अंकुर कुमार पाण्डेय
रिपोर्ट सत्यार्थ न्यूज
14.03.2024