सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ़-सवांददाता ब्युरो चीफ
जिले में नई पंचायत समितियों बनाई जा रही है। उसके अधीन कई ग्राम पंचायतों को दिया जा रहा है। लेकिन इसमें उनकी सुविधाओं का कोई ध्यान ही नहीं रखा जा रहा है। कुछ ऐसा ही मामला टेऊ सूडसर देराजसर,गोपालसर दुलचासर कोटासर,सावंतसर ग्राम पंचायतों का सामने आया है। इन ग्राम पंचयातों को श्रीडूंगरगढ़ पंचायत समिति से निकालकर नवगठित रीड़ी पंचायत समिति में शामिल करने का प्रस्ताव दिया गया है। सबसे बड़ी बात है कि इन ग्राम पंचायतों का रीड़ी से सीधा कोई जुड़ाव ही नहीं है। उन्हें रीड़ी जाने के लिए श्रीडूंगरगढ़ होकर जाना पड़ेगा। ऐसे में इसका विरोध होना शुरू हो गया है। ग्रामीण इसे समय और धन दोनों की बर्बादी बता रहे हैं,उनका कहना है कि जब श्रीडूंगरगढ़ होकर ही जाना है तो उन्हें पहले की तरह श्रीडूंगरगढ़ पंचायत समिति में ही क्यों नहीं रखा जा रहा। इस संबंध में सोमवार को भाजपा सोशल मीडिया, बीकानेर देहात के जिला संयोजक पवन स्वामी के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं के प्रतिनिधिमंडल ने क्षेत्रीय विधायक ताराचंद सारस्वत से मुलाकात की। उन्होंने ऐसी कई ग्राम पंचायतों को नव प्रस्तावित रीड़ी पंचायत समिति से बाहर रखने के लिए कहा है। प्रतिनिधिमंडल ने क्षेत्रीय विधायक को बताया कि हाल ही में हुए परिसीमन के बाद रिड़ी को नव सृजित पंचायत समिति प्रस्तावित किया गया है। जिसमें सूडसर,टेऊ देराजसर,दुलचासर,गोपालसर,सावंतसर,कोटासर आदि ग्राम पंचायतों को जोड़ा गया है। प्रस्तावित रीड़ी पंचायत समिति जाने के लिए इन गांवों के लिए सीधी सड़क और रेलवे कनेक्टिविटी नहीं है। इसके कारण इन गांवों के ग्रामीणों को पंचायत समिति जाने के लिए श्रीडूंगरगढ़ होकर रीड़ी जाना होगा। इससे इन गांवों के ग्रामीणों को पंचायत समिति जाने पर अधिक दूरी,समय और परिवहन के आर्थिक नुकसान के साथ असुविधा भी होगी। ऐसे में ग्रामीणों की जन भावनाओं को देखते हुए टेऊ सूडसर देराजसर गोपालसर,दुलचासर कोटासर,सावंतसर आदि ग्राम पंचायत को पूर्व की तरह यथावत श्रीडूंगरगढ़ पंचायत समिति में ही रखा जाए। प्रतिनिधि मंडल में पंचायत समिति सदस्य नत्थासिंह पड़िहार,रामनिवास महिया बजरंगलाल सारस्वा,विनोद गिरी गुसांई,महेश सारस्वत नंदलाल नाई,रेवंतराम सेन,मांगीलाल गोदारा,बाबूलाल जाजड़ा मांगीलाल स्वामी,ओमप्रकाश सुथार,कुशाल सिंह,राज आदि शामिल थे।