जिले में स्टाम्प बिक्री से सरकारी खजाने में 342 करोड़ रुपये जमा हुए; पिछले वर्ष की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि; जिला कलेक्टर मुद्रंक अश्विनीजी सोनवणे-जरंगे ने दि जानकारी
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Sudhir
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रिपोर्टर प्रवीण सिंह राजपूत
हमारे संवाददाता से बात करते हुए जिला स्टाम्प कलेक्टर अश्विनी सोनावणे जिरांगे ने बताया कि रु. इस वित्तीय वर्ष में सांगली जिले को स्टाम्प बिक्री के लिए 400 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे, लेकिन हम 100 करोड़ रुपये प्राप्त करने में सफल रहे हैं। 342 करोड़ रूपये की राशि उपलब्ध कराई गई, जो लक्ष्य का लगभग 85.50 प्रतिशत है। वर्ष के दौरान लगभग 71,000 दस्तावेज पंजीकृत किये गये। उन्होंने कहा कि इस बार सरकारी खजाने में पिछले साल की तुलना में 11 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है और यह स्पष्ट है कि नागरिक खरीद-फरोख्त को प्राथमिकता दे रहे हैं। हमारा विभाग राजस्व बढ़ाने के लिए विभिन्न उपायों को लागू करके आज रिकॉर्ड राजस्व एकत्र करने में सक्षम रहा है। मैं अपने सभी साथी अधिकारियों को भी बधाई और धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने हमारे जिले के सभी कार्यालयों के छह उप-पंजीयकों और उनके कर्मचारियों के साथ छुट्टियों सहित प्रतिदिन 15 घंटे काम करके इस लक्ष्य को हासिल किया है। यह इस बात का संकेत है कि जिले में रियल एस्टेट उद्योग धीरे-धीरे अपने पूर्व गौरव की ओर लौट रहा है। बढ़ती महंगाई के बीच भी नागरिकों का रियल एस्टेट की ओर रुझान जारी है। सबसे अधिक दस्तावेज 9996 के साथ छह उप-रजिस्ट्रार वर्ग 2 और मिराज नंबर 1, सांगली में पंजीकृत किए गए, इसके बाद मिराज नंबर 2 में 8321 दस्तावेज और मिराज नंबर 3, कुपवाड डिवीजन में 8106 दस्तावेज पंजीकृत किए गए। सबसे कम अनुपात कडेगांव में है।