श्रीमहंत हरि गिरि महाराज की अध्यक्षता में सभी पंचों, पंच परमेश्वर व पदाधिकारियों का होगा चुनाव
पारुल राठौर
श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा
महाराजश्री ने साधू-संतों के साथ गंगा नौका विहार किया व हनुमान जी के दर्शन किए
श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर के पीठाधीश्वर श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज अपने काशी प्रवास पर काशी पहुंच गए। काशी पहुंचने पर उनका भक्तों द्वारा जोरदार स्वागत किया गया। महाराजश्री होली तक काशी में ही प्रवास करेंगे और उसके बाद भगवान दूधेश्वर की सेवा में उपस्थित होंगे।
श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने काशी पहुंचने पर गंगा मां के चरणों में गंगा विहार किया। दिल्ली संत महामंडल के संगठन मंत्री महामंडलेश्वर कंचन गिरि महाराज, जूना अखाडा वृंदावन की व्यवस्था देख रही साध्वी विष्णु महंत विष्णु प्रिया गिरि महाराज, महंत कृष्ण गिरि महाराज, थानापति धर्मेंद्र गिरि महाराज, प्राचीन देवी मंदिर द्वारका पुरी दिल्ली गेट गाजियाबाद के महंत गिरिशानंद गिरि महाराज, गुप्ता कालोनी दिल्ली के महंत नारायण गिरि महाराज आदि संतों के साथ उन्होंने काशी के सभी घाटों की आध्यात्मिक यात्रा की और धूनों पर जाकर सत्संग किया व संतों से भेंट की।
साथ ही हनुमान मंदिर में दर्शन पूजन किया। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि काशी में रमता पंच समेत सभी पांचों, पंच परमेश्वर व पदाधिकारियों का चुनाव होगा। मोर्चा जिसमें 5 से 10 साधु-संत होते हैं और जो देश-विदेश में धर्म का प्रचार करते हैं, उनका गठन भी होगा। कुंभ मेले में सबसे बडा धूल रोट होता है तो वहीं उसके बाद काशी में समष्टि भंडारे का आयोजन होता है। दो-दिन तीन के अंदर समष्टि भंडारे का आयोजन भी शुरू हो जाएगा।
समष्टि भंडारा जपेश्वर मठ में होगा। सभी साधु-संतों को प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे। ये सभी कार्य जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज की अध्यक्षता व निर्देशन में होंगे जो दो-तीन दिन में काशी पहुंच जाएंगे। जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज, पंजाब के श्रीमहंत आनंद गिरि महाराज, अमरनाथेश्वर महादेव मठ कर्नाटक के श्रीमहंत सहदेवानंद गिरि महाराज, हिमालयन पीठाधीश्वर महंत परमानंद गिरि महाराज समेत देश-विदेश के साधु-संत भी मौजूद रहेंगे।