महाकुंभ में भगदड़ से मौत मामले में मृतकों की वास्तविक सूची जारी करे सरकार- महेन्द्र श्रीवास्तव
बस्ती उत्तर प्रदेश से शिवेश शुक्ला की रिपोर्ट
बस्ती। कांग्रेस आरटीआई विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्वान्चल प्रभारी महेन्द्र श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग किया है कि महाकुंभ मेले में भगदड़ के लिये जिम्मेदार अधिकारियों, कर्मचारियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई के साथ ही मृतकों की वास्तविक संख्या को जारी किया जाय।
प्रेस को जारी विज्ञप्ति के माध्यम से कांग्रेस नेता महेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि यह हैरान करने वाली बात है कि कंुभ मेले में करोडो लोगों ने स्नान कर लिया इसकी गिनती तो आसानी से हो जा रही है किन्तु भगदड़ में कितने मारे गये, कितने घायल है और कितने लोग लापता है इसे बता पाने में सरकार और प्रशासन दोनों असमर्थ हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि घटना का सच दिखाने का साहस जुटाने वाले पत्रकारों को जेल भेजवा देेने की धमकियां दी जा रही है। परेशान लोगों का आसू पोछने उन्हें सहायता देने की जगह उनकी घोर उपेक्षा किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। कहा कि एक तरफ लोगों की जान जा रही थी तो दूसरी ओर अमृत स्नान करने वाले संतों पर हेलीकाप्टर से फूलों की बर्षा की जा रही थी, यह सनातन परम्परा के विरूद्ध है। कहा कि भाजपा महाकुंभ की जगह अपना राजनीतिक प्रचार कर रही है। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया था कि देश और प्रदेश से वीआईपी कल्चर समाप्त हो गया है किन्तु महाकुंभ मेले में विशिष्ठ जनों को सुविधा देने के नाम पर श्रद्धालुओं को 20-20 किलोमीटर तक दौड़ाया गया। भाजपा के नेता हिन्दुत्व की बात करते हैं, महाकुभ भगदड़ में मारे गये सभी हिन्दू हैं फिर उनके परिजनोें के साथ कदम-कदम पर बदसलूकी क्यों। कांग्रेस नेता महेन्द्र ने कहा कि कुंभ में लोग चीख रहे थे किन्तु भाजपा के नेता दिल्ली और मिल्कीपुर के उप चुनाव में व्यस्त हैं, इन्हें जनता के दर्द से कोई मतलब ही नहीं है। कांग्रेस नेता महेन्द्र श्रीवास्तव ने सरकार से मांग किया कि महाकुंभ की भगदड़ में मृतकों, घायलों और लापता लोगों की वास्तविक सूची जारी कर मृतकों, घायलों को समुचित मुआवजा शीघ्र उपलब्ध कराया जाय।