वॉशिंगटन:
डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. उनके शपथ लेने के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा रहा. दुनिया भर से उन्हें बधाई संदेश मिले. ट्रंप 2017 में दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश के शीर्ष पद पर आसीन हुए थे और अब एक बार फिर उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ ली.
ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष और बड़े नेता मौजूद रहे. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भारत का प्रतिनिधित्व किया.
ट्रंप ने शपथ ग्रहण के फौरन बाद अपने संबोधन में कहा कि अमेरिका के गिरावट के दिन खत्म हो चुके हैं. अब अमेरिका का स्वर्णकाल शुरू हो रहा है. अपने जोरदार संबोधन में ट्रंप ने 20 जनवरी के दिन को ‘लिबरेशन डे’ बताया और कहा कि अब अमेरिका के अच्छे दिनों की शुरुआत होगी और परिवर्तन बहुत जल्दी आएगा. इस दौरान अमेरिका के नये राष्ट्रपति ने कुछ ऐसे कदमों को लेकर बात की जिन्हें वो तत्काल उठाएंगे. इनमें अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर एक राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा करना, मेक्सिको की खाड़ी का नाम बदलकर अमेरिका की खाड़ी करना और पनामा नहर को वापस हासिल करना शामिल है.
उन्होंने कहा, ‘‘आज के बाद से हमारा देश फिर से समृद्ध होगा और पूरी दुनिया में इसका सम्मान किया जाएगा. हर देश हमसे ईर्ष्या करेगा और हम कतई ऐसा नहीं होने देंगे कि कोई हमारा फायदा उठाये.”
पहला भाषण, 10 ऐलान
1. दूसरे देशों पर टैरिफ के लिए एक्सटर्नल रेवेन्यू सर्विस का गठन।
2. एजुकेशन सिस्टम और हेल्थ सिस्टम में बदलाव करेंगे। 3. अवैध प्रवासियों की एंट्री बैन करेंगे, पकड़ो और छोड़ो सिस्टम खत्म करेंगे।
4. घुसपैठ रोकने के लिए मेक्सिको बॉर्डर पर इमरजेंसी का ऐलान करेंगे।
5. ड्रग माफिया को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित करेंगे।
6. विदेशी गिरोहों के खात्मे के लिए विदेशी शत्रु अधिनियम 1798 लागू करेंगे।
7. गल्फ ऑफ मेक्सिको का नाम बदलकर गल्फ ऑफ अमेरिका करेंगे।
8. ट्रांसजेंडर सिस्टम खत्म, सिर्फ दो जेंडर होंगे- पुरुष और महिला।
9. इलेक्ट्रिक गाड़ियों की अनिवार्यता खत्म करेंगे।
10. पनामा नहर को पनामा से वापस लिया जाएगा।
ट्रम्प 30 मिनट बोले, 4 बड़ी बातें
शपथ के बाद ट्रम्प ने 30 मिनट तक देश को संबोधित किया। अपने पहले भाषण में उन्होंने कहा, ‘अमेरिका का स्वर्ण युग अभी शुरू हो रहा है। इस दिन से हमारा देश फिर से समृद्ध होगा और पूरी दुनिया में इसका सम्मान किया strong
ट्रम्प ने कहा, ‘अब से कुछ ही समय बाद हम मेक्सिको की खाड़ी का नाम बदलकर अमेरिका की खाड़ी रखने जा रहे हैं।’
‘पनामा नहर को लेकर उन्होंने कहा, ‘ इस नहर की वजह से हमारे साथ बहुत बुरा बर्ताव किया गया है। इसे नहर को कभी गिफ्ट के तौर पर पनामा देश को नहीं दिया जाना चाहिए था। आज चीन पनामा नहर को ऑपरेट कर रहा है। हमने इसे चीन को नहीं दिया। हमने इसे पनामा देश को दिया। हम इसे वापस लेने जा रहे हैं।’
‘अवैध प्रवासियों की एंट्री बैन करेंगे, पकड़ो और छोड़ो सिस्टम खत्म करेंगे। मैं अपने देश पर विनाशकारी हमले को रोकने के लिए दक्षिणी सीमा पर सेना भेजूंगा।’
‘मैं सभी सरकारी सेंसरशिप को तुरंत रोकने और अमेरिका में अभिव्यक्ति की आजादी को वापस लाने के लिए एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर भी साइन करूंगा। उन्होंने कहा कि आज से अमेरिका सरकार की आधिकारिक नीति होगी कि सिर्फ दो जेंडर होंगे- पुरुष और महिला।’
डोनाल्ड ट्रंप एक के बाद एक कई बड़े फैसले ले रहे हैं. इसी बीच उन्होंने एक बड़ा फैसला लेते हुए अमेरिका को विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO से बाहर निकालने के आदेश पर भी हस्ताक्षर कर दिए हैं.
डोनाल्ड ट्रंप ने बताए कारण
डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार (20 जनवरी, 2025) को कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका विश्व स्वास्थ्य संगठन से बाहर निकल जाएगा. उन्होंने कहा कि वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसी ने COVID-19 महामारी और अन्य अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संकटों को ठीक से नहीं संभाला है.
उन्होंने आगे कहा कि डब्ल्यूएचओ स्वतंत्र रूप से कार्य करने में सफल नहीं हुआ है और वो अमेरिका से अनुचित रूप से भारी भुगतान की मांग कर रहा है,जबकि चीन से बेहद कम राशि की मांग कर रहा है. अमेरिका WHO को फंड देने वाले सबसे प्रमुख देशों में से एक है. अमेरिका के इस संगठन से बाहर निकलने से WHO की फंडिंग में बड़ी कमी आ सकती है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वीडियो शेयर करने वाले प्लेटफार्म टिकटॉक के संचालन को 75 दिन बढ़ाने संबंधी एक शासकीय आदेश पर सोमवार को हस्ताक्षर किए. अमेरिका में ‘टिकटॉक’ के 17 करोड़ उपयोगकर्ता हैं.
ट्रंप की ओर से हस्ताक्षरित शासकीय आदेश में कहा गया, “मैं अटॉर्नी जनरल को निर्देश दे रहा हूं कि आज से 75 दिन की अवधि के लिए टिकटॉक पर प्रतिबंध को लागू करने के लिए कोई कदम न उठाए जाएं ताकि मेरे प्रशासन को उचित प्रस्ताव तैयार करने का अवसर मिले जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा हो साथ ही ऐसे मंच का संचालन अचानक बंद होने से रोका जा सके जिसका इस्तेमाल लाखों अमेरिकी करते हैं.” अमेरिका में टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने वाला संघीय कानून प्रभावी होने से कुछ घंटे पहले ऐप को शनिवार को बंद किया गया था.
ट्रंप ने पद संभालते ही कई कार्यकारी आदेशों पर साइन किए हैं. इनमें विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की सदस्यता से अमेरिका के बाहर निकलने का आदेश भी शामिल हैं.
ट्रंप शपथ लेने के बाद ओवल ऑफिस पहुंचे. उन्होंने यहां कई कार्यकारी आदेशों पर साइन किया. इस दौरान उन्होंने बड़ी संख्या में बाइडेन सरकार के 78 फैसलों को रद्द कर दिया है. इसके साथ ही उन्होंने पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका के बाहर होने का ऐलान किया.
ट्रंप ने कहा कि हम कार्यकारी आदेश पर साइन करने जा रहे हैं. सबसे पहले मैं पिछली सरकार में लिए गए विनाशकारी फैसलों को रद्द करूंगा. यह अमेरिकी इतिहास की सबसे खराब सरकार रही.
ट्रंप ने शपथ लेते ही किन-किन फाइलों पर किए साइन:-
– छह जनवरी 2021 को कैपिटल हिल पर हुए हमले के दोषी 1500 लोगों को माफी.
– ड्रग्स कार्टेल को आतंकी संगठन घोषित किया जाएगा.
– अमेरिका की दक्षिणी सीमा से अवैध तरीके से देश में दाखिल हो रहे लोगों से अमेरिकी लोगों को बचाया जाएगा.
– मेक्सिको और कनाडा पर 25 फीसदी टैरिफ लगाया जाएगा. यह एक फरवरी से लागू हो सकता है.
– पेरिस क्लाइमेट एग्रीमेंट से बाहर होगा अमेरिका
– संघीय सरकार में मेरिट के आधार पर नियुक्तियां होंगी.
– सरकारी सेंसरशिप को समाप्त किया जाएगा और अमेरिका में स्वतंत्र भाषण को फिर से बहाल करेंगे.
– अमेरिका में थर्ड जेंडर अमान्य घोषित
– यूएस-मैक्सिको सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल घोषित
– राष्ट्रीय ऊर्जा आपातकाल की घोषणा
– इलेक्ट्रिक वाहन (EV) की अनिवार्यता समाप्त
– अमेरिका में जन्म से मिलने वाली नागरिकता खत्म
– अमेरिका में टिक टॉक को 75 दिन की संजीवनी
उन्होंने शपथ लेने के सिर्फ 6 घंटे के अंदर ही बाइडेन के 78 फैसलों को पलट दिया है। इसमें अवैध प्रवासियों को बाहर निकालने, बच्चों की नागरिकता खत्म करने, WHO और पेरिस जलवायु समझौता से अमेरिका को बाहर निकालने जैसे फैसले हैं।
ट्रम्प के पहले भाषण में 15 ऐलान…
1. जन्मजात नागरिकता को खत्म करने का ऐलान
ट्रम्प ने जन्मजात नागरिकता को खत्म करने का फैसला किया है। उन्होंने उन माता-पिता के बच्चों को जन्मजात नागरिकता देने से इनकार करने का आदेश दिया है जो अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे हैं या फिर अस्थायी वीजा लेकर रह रहे हैं। ट्रम्प ने इस आदेश को लागू करने के लिए 30 दिन का समय दिया है।
ट्रम्प का ये आदेश अमेरिका बच्चों को मिलने वाले जन्मजात नागरिकता के अधिकार को चुनौती देता है। अमेरिकी संविधान का 14वां संशोधन बच्चों को जन्मजात नागरिकता की गारंटी देता है। अमेरिका में यह कानून 150 साल से लागू है।
दुनिया में दो तरह से बच्चों को नागरिकता मिलती है। पहला- राइट ऑफ सॉइल यानी कि बच्चे का जहां जन्म हुआ हो, वह अपने आप वहां का नागरिक बन जाता है। दूसरा राइट ऑफ ब्लड यानी कि बच्चे के मां-बाप जहां के नागरिक हों, बच्चे वहीं के नागरिक माने जाएंगे।
क्यों किया- बहुत से गरीब देश या वे जगहें जहां लगातार युद्ध चल रहा हो, वहां के लोग अपने लिए ऐसी जगहें खोजने लगे, जहां राइट ऑफ सॉइल का नियम हो। अमेरिका पर इनकी तलाश पूरी हुई। ये बर्थ राइट सिटिजनशिप भी देता था।
गरीब और युद्धग्रस्त देशों से आए लोग अमेरिका आकर और बच्चों को जन्म देते हैं। ये लोग पढ़ाई, रिसर्च, नौकरी के आधार पर अमेरिका में रुकते हैं। बच्चे का जन्म होते ही उन्हें अमेरिकी नागरिकता मिल जाती है। नागरिकता के बहाने माता-पिता को अमेरिका में रहने की कानूनी वजह भी मिल जाती है।
अमेरिका में यह ट्रेंड काफी लंबे समय से जोरों पर है। आलोचक इसे बर्थ टूरिज्म कहते हैं। प्यू रिसर्च सेंटर की 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक 16 लाख भारतीय बच्चों को अमेरिका में जन्म लेने की वजह से नागरिकता मिली है। ट्रम्प के फैसले की वजह से उनकी नागरिकता खतरे में आ जाएगी।
2. कैपिटल हिंसा के दोषियों को माफी
अमेरिकी संसद की बिल्डिंग यूएस कैपिटल हिल पर जुटे ट्रम्प समर्थक। इन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को रद्द करने की मांग की। बाद में सुरक्षाबलों ने इन्हें खदेड़ दिया।
अमेरिकी संसद की बिल्डिंग यूएस कैपिटल हिल पर जुटे ट्रम्प समर्थक। इन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को रद्द करने की मांग की। बाद में सुरक्षाबलों ने इन्हें खदेड़ दिया।
ट्रम्प ने राष्ट्रपति बनते ही 6 जनवरी 2021 को हुई कैपिटल हिल हिंसा के आरोप में गिरफ्तार हुए अपने करीब 1600 समर्थकों की सजा माफ कर दी है। जिन लोगों की सजा माफ हुई है उनमें कई देशद्रोह की साजिश जैसे मामलों के दोषी करार दिए जा चुके हैं।
क्यों किया- ये सभी लोग ट्रम्प के समर्थक थे। ट्रम्प का मानना है कि ये सभी देशभक्त हैं। जस्टिस डिपार्टमेंट ने उनके साथ गलत बर्ताव किया।
3. अवैध प्रवासियों को बाहर निकालेंगे
ट्रम्प ने देश में अवैध प्रवासियों की एंट्री बैन करने और अवैध प्रवासियों को पकड़ कर बॉर्डर पर छोड़ने की पॉलिसी खत्म करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा- बाइडेन प्रशासन ने हमारे देश में अवैध रूप से एंट्री करने वाले खतरनाक अपराधियों को शरण दी है और उनकी हिफाजत की है।
क्यों किया- प्यू रिसर्च सेंटर के मुताबिक अमेरिका में दुनिया के सबसे ज्यादा अप्रवासी हैं। दुनिया के कुल 20% अप्रवासी अमेरिका में ही रहते हैं। 2023 तक यहां रहने वाले अप्रवासियों की कुल संख्या 4.78 करोड़ थी। ट्रम्प का मानना है कि दूसरे देशों से लोग अवैध तरीके से अमेरिका में घुसकर अपराध करते हैं।
4. मेक्सिको बॉर्डर पर इमरजेंसी का ऐलान ट्रम्प ने अमेरिका-मेक्सिको के बॉर्डर (दक्षिणी बॉर्डर) पर इमरजेंसी लागू करने की बात कही। उन्होंने कहा कि यहां से होने वाली सभी अवैध एंट्री पर रोक लगाई जाएगी। सरकार अपराध करने वाले विदेशियों को उनके देश वापस भेज देगी।
क्यों किया- US-मेक्सिको बॉर्डर से आने वाले अवैध प्रवासियों की बढ़ती संख्या अमेरिकी राजनीति में एक बड़ा मुद्दा है। ट्रम्प का कहना है कि यहां से अवैध प्रवासी और अपराधी अमेरिका में एंट्री करते हैं। ट्रम्प इस बॉर्डर पर दीवार बनाने की बात भी कह चुके हैं।
5. TikTok पर बैन रुका
डोनाल्ड ट्रम्प ने एग्जीक्यूटिव ऑर्डर के जरिए चाइनीज सोशल मीडिया ऐप TikTok पर बैन लगाने के कानून को 75 दिनों के लिए रोक दिया। इससे पहले जो बाइडेन ने टिकटॉक पर बैन लगाने के लिए एक कानून बनाया था। तब इस ऐप को राष्ट्रीय सुरक्षा और यूजर प्राइवेसी के लिए खतरा बताया गया था।
क्यों रुका- ट्रम्प ने इलेक्शन कैंपन के दौरान प्रचार के लिए TikTok का खूब इस्तेमाल किया था। उनका कहना है कि मुझे लगता है कि मेरे मन में TikTok को लेकर एक खास तरह का उत्साह है। मैं TikTok पर गया और मैंने युवाओं का दिल जीत लिया। ट्रम्प ने चुनाव युवाओं का वोट दिलाने के लिए इस ऐप को क्रेडिट दिया।
6. अमेरिकी सरकार के लिए सिर्फ 2 जेंडर ट्रम्प ने कहा- आज से अमेरिकी सरकार के लिए सिर्फ दो जेंडर होंगे पुरुष और महिला। मैं सभी सरकारी सेंसरशिप को तुरंत रोकने और अमेरिका में अभिव्यक्ति की आजादी को बहाल करने के लिए एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन करूंगा।
क्यों किया- ट्रम्प ने चुनाव प्रचार के दौरान ट्रांसजेंडर समुदाय के खिलाफ बयान दिए थे। ट्रम्प के रक्षा मंत्री पिट हेगसेथ का कहना था कि सेना में महिलाओं और ट्रांसजेंडर्स को शामिल करने से अमेरिका की सुरक्षा व्यवस्था कमजोर हो रही है।
7. पनामा नहर वापस छीनने की धमकी दी ट्रम्प ने कहा कि वे पनामा नहर को वापस ले लेंगे। उन्होंने कहा कि इस नहर की वजह से हमारे साथ बहुत बुरा बर्ताव किया गया है। इसे कभी गिफ्ट के तौर पर पनामा देश को नहीं दिया जाना चाहिए था। आज चीन पनामा नहर ऑपरेट कर रहा है। हमने इसे चीन को नहीं दिया। हमने इसे पनामा देश को दिया। हम इसे वापस लेने जा रहे हैं।
क्यों कहा- ट्रम्प का कहना है कि इस नहर को अमेरिका ने 1999 में पनामा देश को गिफ्ट किया था, लेकिन इस पर अब चीन का कंट्रोल हो चुका है और यहां अमेरिकी जहाजों को ज्यादा टैक्स देना पड़ता है।
9. अमेरिका WHO से बाहर हुआ
ट्रम्प ने अमेरिका के विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से हटने से जुड़े एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर भी दस्तखत किए। उन्होंने इसे एक बड़ा फैसला बताया। यह दूसरी बार है जब ट्रम्प ने WHO से हटने के आदेश दिए हैं।
ट्रम्प ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान कोरोना महामारी से निपटने के लिए WHO के उठाए कदमों की आलोचना की थी। इसके बाद उन्होंने अमेरिका को इस संगठन से बाहर निकलने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी हालांकि बाद में जो बाइडेन ने राष्ट्रपति बनते ही यह आदेश पलट दिया।
अमेरिका WHO को सबसे ज्यादा फंडिंग करता है। 2023 में इस एजेंसी के बजट का 20% हिस्सा अमेरिका का था। ट्रम्प कई बार कह चुके हैं कि अमेरिका इस एजेंसी को बहुत ज्यादा पैसा देता है जबकि इसका ज्यादा फायदा दूसरे देश उठाते हैं।
10. पेरिस एग्रीमेंट से बाहर हुआ अमेरिका
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को एक बार फिर से अमेरिका को पेरिस जलवायु समझौते से अलग कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं इस एकतरफा पेरिस जलवायु समझौते से तुरंत हट रहा हूं। ट्रम्प ने अपने पहले कार्यकाल में भी अमेरिका को इस क्लाइमेट डील के अलग कर दिया था।
क्यों हुआ- ट्रम्प का मानना है कि जलवायु परिवर्तन एक तरह का धोखा है। ट्रम्प इस क्लाइमेट डील से अलग होकर अमेरिकी तेल कंपनियों को ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्शन की छूट देना चाहते हैं। ट्रम्प का कहना है कि चीन बेरोकटोक प्रदूषण फैला रहा है, अमेरिका अपने उद्योगों को नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
11. दूसरे देशों पर टैरिफ लगाने का ऐलान ट्रम्प ने कहा है कि वे कनाडा और मेक्सिको पर 25% टैरिफ लगा सकते हैं। यह फैसला लगभग 10 दिन बाद 1 फरवरी से लागू होगा। इस फैसले की वजह से कनाडा-मेक्सिको से अमेरिका आने वाले सामान पर बिजनेसमैन को 25 फीसदी टैक्स देना पड़ेगा।
ट्रम्प ने कहा कि अब तक हमारे देश की सरकार दूसरे देशों को अमीर बनाने के लिए अपने देश को लोगों पर टैक्स लगाती थी। हम इसे बदलने जा रहे हैं, अब हम अपने देश के लोगों को अमीर बनाने के लिए अन्य देशों पर टैरिफ और टैक्स लगाएंगे।
क्यों कहा- ट्रम्प कई बार कह चुके हैं कि अमेरिका को हर साल अन्य से देशों से बड़े व्यापार घाटे का सामना करना पड़ता है। उन्होंने चुनाव जीतने के बाद BRICS देशों पर 100% टैरिफ लगाने की धमकी भी दी थी।
12) अमेरिका में इलेक्ट्रिक वाहन की अनिवार्यता खत्म डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि उनकी सरकार ग्रीन न्यू डील को समाप्त कर देगी। ग्रीन न्यू डील में क्लीन एनर्जी को बढ़ावा देने की बात की गई है। इसके साथ ही ट्रम्प ने इलेक्ट्रिक वाहन की अनिवार्यता को खत्म करने की बात की। ट्रम्प ने कहा कि दूसरे शब्दों में कहूं तो आप अपनी पसंद की कार खरीद सकेंगे।
क्यों किया- ट्रम्प कई बार घोषित रूप से जलवायु परिवर्तन पर शक जाहिर कर चुके हैं। वो जीवाश्म ईंधन के मुखर समर्थक हैं। उन्होंने 2016 में राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका को 2015 की पेरिस क्लाइमेट डील से बाहर कर लिया था।
13) मंगल ग्रह पर अंतरिक्ष यात्री भेजने का ऐलान ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका मंगल ग्रह पर भी अपना झंडा गाड़ेगा। उन्होंने कहा कि मंगल ग्रह पर अमेरिका का सितारों वाला झंडा लगाने के लिए वो अंतरिक्ष यात्रियों को भेजेंगे।
क्यों कहा- ट्रम्प के समर्थक और स्पेसएक्स के मालिक इलॉन मस्क कई बार धरती के बाहर नई इंसानी बस्तियां बसाने की बात कह चुके हैं। मंगल ग्रह को लेकर ट्रम्प के ऐलान के बाद मस्क ने खड़े होकर तालियां बजाईं।
14) विदेशी शत्रु अधिनियम 1798 को लागू करने का वादा ट्रम्प ने कहा कि वह अमेरिका में विदेशी गिरोह को निशाना बनाने के लिए विदेशी शत्रु अधिनियम 1798 को लागू करेंगे। इस कानूनी अधिकार का इस्तेमाल आखिरी बार सेकेंड वर्ल्ड वॉर के समय जापानी, जर्मन और इटली मूल के गैर-अमेरिकी नागरिकों को बंदी बनाने के लिए किया गया था। उन्होंने कहा कि आपराधिक गिरोहों को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित करेंगे।
क्यों कहा- ट्रम्प का दावा किया है कि यह कानून उनकी सरकार को कई अधिकार देगा जिसकी मदद से अमेरिका से सभी संदिग्ध ड्रग गिरोहों को बाहर निकाला जा सकेगा।
15) क्यूबा को फिर से टेररिज्म स्पांसर कंट्री की लिस्ट में डाला
डोनाल्ड ट्रम्प ने क्यूबा को टेररिज्म स्पांसर कंट्री की ब्लैक लिस्ट से हटाने का फैसले रद्द कर दिया है। जो बाइडेन ने क्यूबा को ब्लैक लिस्ट से हटाने का फैसला किया था। इसके बदले में क्यूबा अपनी जेल से 500 से ज्यादा कैदियों को रिहा करता। क्यूबा सरकार ने ट्रम्प के फैसले की आलोचना की है।
क्यों लिया- 2016 में क्यूबा की राजधानी हवाना में 22 अमेरिकी डिप्लोमेट और उनके परिवार एक अज्ञात बीमारी का शिकार हो गए थे। इन लोगों ने तेज शोर और सिरदर्द की शिकायत की थी। तब ट्रम्प ने कहा था कि अमेरिकी डिप्लोमैट्स पर इस रहस्यमय हमलों के लिए क्यूबा जिम्मेदार है।