ब्यूरो चीफ निखिल गोयल राजगढ़ मध्य प्रदेश
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय खिलचीपुर द्वारा ब्रह्मा बाबा की 56वीं पुण्यतिथि पर विश्व शांति दिवस मनाया
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के संस्थापक ब्रह्मा बाबा की 56वीं पुण्यतिथि शुक्रवार को नगर खिलचीपुर में स्थित ब्रह्माकुमारी केंद्र में विश्व शांति दिवस के रूप में मनाई गई। इस मौके पर केंद्र से जुड़े भाई-बहन सुबह 7:30 बजे वार्ड नंबर 12 स्थित केंद्र पर पहुंचे, जहां मौन, योग और साधना के माध्यम से बाबा को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान सभी ने बाबा द्वारा दी गई शिक्षाओं को जीवन में धारण करने का संकल्प लिया।
नीलम बहन ने साझा किया ब्रह्मा बाबा का प्रेरक जीवन
खिलचीपुर सेंटर प्रभारी नीलम बहन ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि 18 जनवरी 1969 को पिताश्री ब्रह्मा बाबा ने अपनी पार्थिव देह का त्याग कर संपूर्ण अवस्था को प्राप्त किया। यह दिवस संपूर्ण मानव जाति को दिव्य और श्रेष्ठ जीवन जीने का संदेश देता है। बाबा का जीवन नारी सशक्तिकरण और आध्यात्मिक शिक्षा का प्रतीक था।
स्मरणीय जीवन और शिक्षाएं
ब्रह्मा बाबा, जिन्हें मूल रूप से दादा लेखराज कृपलानी के नाम से जाना जाता था, ने 1937 में अपनी संपत्ति समर्पित कर एक ट्रस्ट की स्थापना की। उन्होंने इसके संचालन की जिम्मेदारी महिलाओं को सौंपी। उनका मानना था कि नारी अबला नहीं, सबला है और समाज में उसका स्थान शीर्ष पर होना चाहिए।
समूह भोजन और निशुल्क राजयोग शिक्षा
श्रद्धांजलि सभा के बाद सभी भाई-बहनों ने केंद्र पर एक साथ ब्रह्मा भोजन ग्रहण किया। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय केंद्र पर निशुल्क राजयोग शिक्षा का आयोजन प्रतिदिन सुबह 8:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक और शाम 5:00 बजे से रात 8:00 बजे तक किया जाता है।
140 से अधिक देशों में स्मृति दिवस का आयोजन
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय इस पुण्य तिथि को भारत सहित 140 से अधिक देशों में विश्व शांति दिवस के रूप में मना रहा है। परिवारजन बाबा के विचारों और शिक्षाओं को जीवन में उतारने का आह्वान कर रहे हैं।
ब्रह्मा बाबा ने अपने जीवन के माध्यम से न केवल नारी सशक्तिकरण का संदेश दिया, बल्कि मानवता को आत्मज्ञान और दिव्यता
की ओर प्रेरित किया।


















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