India beat Australia in Perth Test: भारत ने पर्थ टेस्ट जीत लिया है. भारत ने पर्थ टेस्ट जीत लिया है. इसी के साथ उसने 5 टेस्ट की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है. भारत ने ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रन का लक्ष्य रखा था, जिसे हासिल करने में वो नाकाम रहे. पर्थ में भारत ने कमाल करते हुए रनों से जीत हासिल की, पर्थ में 16 साल के बाद भारत को टेस्ट में जीत मिली है. बता दें कि भारत की इस ऐतिहासिक जीत में 5 ऐसे खिलाड़ियों ने अहम योगदान दिया जिसने मैच को पलट कर रख दिया. भारत ने पर्थ टेस्ट मैच 295 रनों से जीत लिया. ऑस्ट्रेलिया को भारत ने 534 रनों का टारगेट दिया था जिसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम दूसरी पारी में 238 रन बनाकर आउट हो गई. बता दें कि रनों के हिसाब से भारत की यह ऑस्ट्रेलिया में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड है.
भारत ने पर्थ में लिया बदला!
भारत ने पर्थ टेस्ट जीतने के लिए ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रन का लक्ष्य रखा था. लेकिन जैसा कि उम्मीद थी वो भारत के खड़े किए रनों के पहाड़ को चढ़ने में नाकाम रहे. इसमें भारत की तेज गेंदबाजी की भूमिका निर्णायक रही. कप्तान बुमराह की अगुवाई में भारत के पेस अटैक ने दोनों ही पारियों में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की नाक में दम करके रख दिया. जिसका असर ये हुआ कि पर्थ में भारत को बड़ी जीत तो मिली ही. साथ ही उसका बदला भी पूरा हो गया.
2018 में हारे, 2024 में दोगुने अंतर से हराया
अब आप सोच रहे होंगे कि ये बदले वाली बात क्या है? इसके तार पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम पर खेले पिछले मैच से जुड़े हैं. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ऑप्टस स्टेडियम पर पिछला मैच साल 2018 में खेला गया था, जो कि इस मैदान पर खेला गया पहला टेस्ट था. ऑस्ट्रेलिया ने भारत को उस टेस्ट मैच में 146 रनों के बड़े अंतर से हराया था.
6 साल बाद पर्थ के उसी ऑप्टस स्टेडियम भारत और ऑस्ट्रेलिया फिर से आमने-सामने थे. इस बार भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पहली टक्कर में खुद को मिली हार के करीब दोगुने अंतर से हराया और ऑस्ट्रेलिया में अपनी सबसे बड़ी टेस्ट जीत की स्क्रिप्ट भी लिखी.इतना ही नहीं वो पहली ऐसी टीम भी बनी जिसने पर्थ स्टेडियम में उसे हराया है.
पर्थ टेस्ट में खेल का लेखा-जोखा
पर्थ टेस्ट में पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारत की पहली पारी 150 रन से आगे नहीं बढ़ी. जवाब में बुमराह ने भी 5 विकेट झटके और ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी को 104 रन पर ही लुढ़का दिया. इस तरह पहली पारी में भारत को 46 रन की बढ़त मिली. उसके बाद दूसरी पारी में भारत ने यशस्वी जायसवाल और विराट कोहली के शतकों के दम पर 6 विकेट पर 487 रन बनाए और पारी घोषित की. यशस्वी ने 161 रन बनाए जबकि विराट 100 रन बनाकर नाबाद रहे.
136 साल का रिकॉर्ड टूटा, ऑस्ट्रेलिया हारा
अब ऑस्ट्रेलिया के सामने पर्थ टेस्ट में 534 रन का लक्ष्य था, जिसका पीछा करते हुए उन्होंने टॉप के अपने 4 विकेट सिर्फ 29 रन पर गंवा दिए. नतीजा ये हुआ कि इससे 136 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया. इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई टॉप के 4 बल्लेबाज साल 1888 में मैनचेस्टर में खेले टेस्ट में 38 रन पर आउट हुए थे.
भारतीय गेंदबाजों के कहर के आगे ऑस्ट्रेलिया 238 रन पर ढेर
दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया की ओर से सबसे ज्यादा 89 रन ट्रेविस हेड ने बनाए. उनके अलावा मिचेल मार्श ने 47 रन की पारी खेली. मगर ये उस पहाड़ जैसे स्कोर की चढ़ाई करने के लिए काफी नहीं रहे जो टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के सामने सेट किए थे. भारतीय गेंदबाजों के कहर के आगे ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में सिर्फ 238 रन बनाए. भारत की ओर से बुमराह ने 8 विकेट लिए. सिराज ने 5 विकेट झटके जबकि राणा ने 4 विकेट लिए.
जसप्रीत बुमराह-
जसप्रीत बुमराह ने इस टेस्ट मैच मे ंकमाल की गेंदबाजी की और 8 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी. बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के दौरान 5 विकेट लिए तो वहीं दूसरी पारी में तीन विकेट लेकर कंगारु बल्लेबाजों के होश उड़ा दिए.
यशस्वी जायसवाल की ऐतिहासिक पारी
यशस्वी जायसवाल ने भारत की दूसरी पारी में 161 रन की ऐसी पारी खेली जिसने मैच को पूरी तरह से पलट कर रख दिया. जब जायसवाल पहली पारी में 0 पर आउट हुए तो फैन्स निराश थे औऱ यह बातें भी होने लगी थी कि क्या जायसवाल ऑस्ट्रेलिया में कमाल कर पाएंगे लेकिन युवा बैटर ने शतकीय पारी खेलकर ऑस्ट्रेलिया के ब़ड़े से बड़े गेंदबाजों के खिलाफ कमाल की बल्लेबाजी कर विश्व क्रिकेट को हैरान कर दिया.
विराट कोहली की शतकीय पारी
काफी समय से फॉर्म से बाहर चल रहे विराट कोहली ने आखिरकार जुलाई 2023 के बाद टेस्ट में शतक लगाने का कमाल कर दिया. कोहली ने नाबाद 100 रनों की पारी खेली. कोहली का फॉर्म में आना भारत के लिए सबसे बड़ी खुशखबरी रही.
भारत की ओपनिंग साझेदारी
टेस्ट में काफी समय से भारत की ओपनर कोई खास कमाल नहीं कर पा रहे थे लेकिन पर्थ टेस्ट मैच की दूसरी पारी में शानदार 201 रनों की साझेदारी ने भारतीय टेस्ट क्रिकेट का इतिहास बदल कर रख दिया. भारत की ओऱ से टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया में यह पहले विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड है. जायसवाल और राहुल ने 201 रन आपस में जोड़कर भारत को टेस्ट मैच में आगे लाकर खड़ा कर दिया था. केएल राहुल ने 77 रन की पारी खेली.
जसप्रीत बुमराह की कप्तानी
जब भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था हर कोई हैरान रह गया था. लेकिन बुमराह ने निडरता दिखाते हुए पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. भारत की पहली पारी 150 रन पर सिमट गई थी लेकिन इसके बाद भी कप्तान बुमराह ने हिम्मत नहीं हारी और गेंदबाजों के दम पर भारत को इस टेस्ट मैच में वापसी कराई, बुमराह ने पहली पारी में 5 विकेट लेकर बतौर कप्तान दिखाया कि कैसे इस बड़े मुकाबाले में आगे आककर परफॉर्म करना है. बुमराह की कप्तानी भी इस जीत में भारत के लिए अहम रही है.
पर्थ में ऐतिहासिक जीत पर जसप्रीत बुमराह ने कहा
इस शुरुआत से बहुत खुश हूं. शुरुआत में हम दबाव में थे, लेकिन उसके बाद जिस तरह से हमने जवाब दिया उसपे बहुत गर्व है. 2018 में खेला था. अनुभव मायने रखता है, लेकिन अगर आपको विश्वास है तो आप कुछ खास कर सकते हैं. इससे ज़्यादा कुछ नहीं मांगा जा सकता. जायसवाल (Jasprit Bumrah on yashasvi Jaiswal Century) के बारे में बात करते हुए बुमराह ने कहा की यह शायद उनकी सर्वश्रेष्ठ टेस्ट पारी थी. विराट के बारे में बुमराह (Jasprit Bumrah on Virat Kohli Century vs AUS) ने कहा की मैंने उन्हें बिल्कुल भी आउट ऑफ फॉर्म नहीं देखा. चुनौतीपूर्ण विकेटों पर जज करना मुश्किल है. वह नेट्स में अच्छा दिख रहे थें. हमेशा भीड़ से समर्थन का आनंद लेता हूं.
पर्थ में भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट मुकाबले का इतिहास
ऑस्ट्रेलिया ने अपना पहला टेस्ट मुकाबला साल 1970 वाका (WACA) क्रिकेट स्टेडियम में खेला था और इस स्टेडियम में ही अपना आखिरी टेस्ट मैच दिसम्बर 2017 में खेला था. साल 2017 के बाद से वाका स्टेडियम की जगह ऑप्टस स्टेडियम में सभी मुकाबले खेले जाते हैं. ऑस्ट्रेलिया ने अपना पहला टेस्ट मुकाबला ऑप्टस में भारत के खिलाफ ही साल 2018 के दिसंबर में खेला था जिसमे ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 146 रनों से हराया था. अब साल 2024 में ऑप्टस स्टेडियम में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच ये दूसरा मुकाबला था जिसमे टीम इंडिया ने 295 रनों से ऐतिहासिक जीत हासिल की है.
बुमराह ने रच दिया इतिहास
इस जीत के साथ ही जसप्रीत बुमराह ने वो कमाल कर दिखाया, जो भारतीय क्रिकेट में पहले कम ही देखने को मिला है. बुमराह उन भारतीय कप्तानों में शामिल हो गए, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अपनी कप्तानी में पहला ही टेस्ट मैच जीत लिया. पिछले दौरे पर अजिंक्य रहाणे ने भी ये कमाल किया था. संयोग से बुमराह और रहाणे ने नियमित कप्तानों की गैरहाजिरी में ही कमान संभालते हुए ये इतिहास रचा. वहीं भारत के महानतम कप्तानों में शुमार विराट कोहली, एमएस धोनी, अनिल कुंबले जैसे दिग्गजों को भी ये उपलब्धि हासिल नहीं हो पाई.
कप्तानी में जीत दर्ज करना एक बात है लेकिन उस जीत का नायक होना दूसरी बात है. बुमराह दोनों ही मामलों में अव्वल साबित हुए. न सिर्फ उनकी कप्तानी शानदार थी, बल्कि उन्होंने खुद इस मुकाबले को टीम इंडिया के पक्ष में मोड़ने में सबसे बड़ी भूमिका निभाई. पहली पारी में 150 रन पर ढेर होने के बाद ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ 104 रन पर समेटने में बुमराह ही सबसे बड़ी वजह बने थे. बुमराह ने स्टीव स्मिथ, उस्मान ख्वाजा जैसे बल्लेबाजों को आउट करते हुए 5 विकेट हासिल कर लिए. फिर दूसरी पारी में भी ऑस्ट्रेलिया के टॉप ऑर्डर को तबाह करते हुए पूरे मैच में 8 विकेट लिए और प्लेयर ऑफ द मैच भी बने.