• दीपोत्सव की तैयारी को लेकर एडीजी ने किया रामनगरी का निरीक्षण, सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अधिकारियों को दिए निर्देश।
अयोध्या : प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में यह पहला दीपोत्सव होगा। दीपोत्सव हमेशा से रहा है महत्वपूर्ण प्रोग्राम रहा है। इसका विशेष महत्व भी रहा है। जिसे देखने बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं।वहीं इस बार भी राम की नगरी अयोध्या में दीपोत्सव का पर्व मनाया जाएगा। जिसे लेकर एडीजी लखनऊ जोन एस बी शिरोडकर ने अयोध्या का निरीक्षण किया और सुरक्षा अधिकारियों के साथ दीपोत्सव स्थल राम की पैड़ी राम कथा पार्क और अयोध्या के प्रमुख संवेदनशील स्थानों का किया स्थलीय निरीक्षण किया।दरअसल, दीपोत्सव की तैयारियों का जायता लेने अयोध्या पहुंचे एडीजी लखनऊ जोन एसबी शिरोडकर ने कहा कि, दीपोत्सव हमेशा से रहा महत्वपूर्ण प्रोग्राम है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला दीपोत्सव है। इसका विशेष महत्व है। इस बार बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन के उम्मीद के साथ तैयारी की जा रही है। मुख्य रूप से क्राउड कंट्रोल और आतिशबाजी है। जिसे सुरक्षित ढंग से संपन्न कराना है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। प्राण प्रतिष्ठा के बाद दीपोत्सव में श्रद्धालुओं का बड़ी संख्या में आना होगा।पूर्वानुमान लगाया जा रहा है उस लिहाज से भी प्रशासन और पुलिस दोनों तैयारी कर रहा है। सुरक्षा में तैनात सुरक्षा वालों की प्रॉपर ब्रीफिंग के साथ ही रिहर्सल किया जाएगा। सुरक्षा को लेकर पहले ही तैयारी शुरू की गई है। सुरक्षा कारणों से साझा नहीं किया जा सकता। एडीजी ने कहा कि, हम प्रयासरत हैं कि पूरे पर्व और त्योहार को सुरक्षित ढंग से मनाएं। बाहर से आने वाले विशिष्ट व्यक्तियों की सुरक्षा में कोई कमी ना आए इसके लिए व्यवस्था अच्छी तरह से किया जा। सुरक्षा की स्पेशल एजेंसी एटीएस और एसटीएफ से लेकर सभी सुरक्षा एजेंसी का होता है यहां पर सहयोग, सभी के सहयोग और जिला प्रशासन के साथ दीपोत्सव संपन्न कराया जाएगा।