संवाददाता= पुनीत मरकाम कांकेर मार्ग पर बड़े बड़े गड्ढे दुर्घटना की आशंका। मरकाटोला मार्ग की मरम्मत नहीं होने से गड्ढे में भर रहे पानी कांकेर जिले के क्षेत्र से महज 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मरकाटोला मार्ग सभी क्षेत्र को जोड़ने एक मात्र साधन होने के कारण सभी इस मार्ग एन एच- 30 का उपयोग आवागमन के लिए किया जाता हैं लेकिन कई वर्षों से इस मार्ग का निर्माण नहीं होने के कारण इस मार्ग अधिक जादा जर्जर हो गई है। सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके हैं। अब बरसात का सीजन होने के कारण इन गड्ढों में पानी भरने से दुर्घटनाएं बड़ गई है। सड़क की इस स्थिति से नागरिक दुखी हैं। बार-बार गुहार लगाने पर भी मार्ग नहीं सुधरे जा रहे है।
कांकेर जिले में सड़कों की जाल बिछा कर विकास के दावे बहुत किए जा रहे हैं। गांव-गांव में आवागमन के लिए सड़कें बनाई जा रहीं हैं। पर देख रेख के अभाव एवं गुणवत्ता में कमी के चलते ये सड़कें समय से पहले कुछ महीनो में ही मार्ग जर्जर हो रहीं हैं अब ये जनता के लिए परेशानी बनकर आए दिन दुर्घटना को आमंत्रित करते रहती हैं। कई दुर्घटनाएं घटित हो चुकी है लेकिन मजबूरी में जनता उन बदहाल सड़कों पर जान जोखिम में डाल कर यात्रा करने को मजबूर है। खास बात तो यह है कि इन सड़कों पर विकास का वादा करने वाले जनप्रतिनिधि भी यात्रा करते हैं। पर वे भी पद में आने के बाद अपने वादे भूल जाते हैं। कांकेर से कोरर को जोडऩे वाली सड़क काफी इंतजार के बाद बनी थी। ग्रामीणों ने बताया कि बीच में करीब 06 किलोमीटर की सड़क का काम सालों से अटका हुआ है। काफी दिनों बाद मकड़ी से मरकाटोला तक सड़क का निर्माण पूरा हुआ था। पर बनने के कुछ ही महीनों बाद मार्ग पर जगह-जगह से बड़े-बड़े गड्ढे मे तब्दील होने लगी। धनेलिकन्हार के होस्पिटल से थोड़ा आगे आने पर नया पुल का निर्माण किया गया था l पर वहा जगह- जगह पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गया था l जिस पर अधिक घटिया गुणवत्ताहीन पदार्थ का उपयोग कर खाना पूर्ति कर दिया गया है जिसकी बहुत जल्दी मार्ग मे फिर से गड्ढा में तब्दील होने की आशंका बनी हुई हैl “मरकाटोला से भानुप्रतापपुर रोड अत्यंत जर्जर हो गया है आने जाने में बहुत दिक़्क़त हो रही है जल्द ठीक नहीं हुआ तो धरना प्रदर्शन किया जायेगा जिसकी ज़िम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी” ( कांकेर जिला अध्यक्ष हेमंत ध्रुव)