सत्यार्थ न्यूज़ से संवाददाता पुनीत मरकाम कांकेर छत्तीसगढ़ भानुप्रतापपुर ✍️ ✍️ शासकीय वीर गेंद सिंह महाविद्यालय पखांजूर के ग्रन्थालय विभाग द्वारा राष्ट्रीय चंद्रयान दिवस के अवसर पर क्विज प्रतियोगिता का अयोजन किया।
कांकेर ग्रन्थालय विभाग द्वारा राष्ट्रीय चंद्रयान दिवस के अवसर पर क्विज प्रतियोगिता का अयोजन किया। क्विज में चंद्रयान मिशन, प्रथम वर्ष के थीम,इसरो और अन्तरिक्ष से सम्बन्धित 20 प्रश्न पूछे गए।
इस अवसर पर प्राध्यापक आर एस औरसा ने चंद्रयान-3 द्वारा चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव का अन्वेषण भारत के अंतरिक्ष प्रयासों में एक नए युग का प्रतीक है। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास भारत की सफल सॉफ्ट लैंडिंग राष्ट्रीय गौरव का क्षण है, जिसने देश को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के इतने निकट अंतरिक्ष यान उतारने की उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त करने वाले पहले देश के रूप में स्थापित किया है।
लाइब्रेरियन रंजीत कुमार ने जिसका उद्देश्य अंतरिक्ष अन्वेषण, खगोलीय चमत्कारों और अंतरिक्ष विज्ञान में भारत की उल्लेखनीय उपलब्धियों के बारे में आपकी जिज्ञासा को जगाना और आपका ज्ञान बढ़ाना है।
प्रो. शैलेंद्र ने कहा कि चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के उपलक्ष्य में 23 अगस्त को “राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस” घोषित किया है। इस वर्ष, भारत गर्व से अपना पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मना रहा है, जिसकी थीम है, “चंद्रमा को छूते हुए जीवन को छूना: भारत की अंतरिक्ष गाथा” पर विस्तार से चर्चा किए। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रोफेसर डी एस राय,आर एस ध्रुव, गोपेश दास साहू, किशन गावड़े,एस के बैदय और विद्यार्थी गण उपस्थित रहे।