सत्यार्थ न्यूज़ से पुनीत मरकाम कांकेर (छत्तीसगढ़ ) भानुप्रतापपुर ✍️ ✍️ शाला परिवार की तरफ से शाला प्रबंध विकास समिति अध्यक्ष अकरम कुरैशी को दी गई भावभीनी बिदाई
भानुप्रतापपुर ब्लॉक अंतर्गत कोरर स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी इंग्लिश मीडियम हायर सेकेण्डरी स्कूल कोरर में शाला परिवार की तरफ से प्राचार्य शिवराज टाडिया के नेतृत्व और सरपंच सौरभ ठाकुर की उपस्थिति में शाला प्रबंधन विकास समिति अध्यक्ष अकरम कुरैशी को शाल श्रीफल और स्मृति चिन्ह देकर भावभीनी विदाई दी गई*
*इस अवसर पर प्राचार्य शिवराज टाडिया और व्याख्याता अनुपम जोफर ने अकरम कुरैशी के स्कूल में योगदान और सहयोग पर प्रकाश डालते हुए कहा की अकरम कुरैशी शिक्षक पालक और बच्चो के बीच में हमेशा सामजस्य बिठाकर कार्य किए हमारे एक आवाज पर हमेशा हमारे बीच उपलब्ध रहते थे शिक्षको और बच्चो के बीच लोकप्रिय रहे एक पारिवारिक रिश्ता कायम कर कार्य किए आज हम सभी दुखी मन से उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए बीदा कर रहे है*
*अकरम कुरैशी ने कहा की इस स्कूल में मुझे शिक्षको का बच्चो का और समिति के सभी सदस्यों का जो प्यार और स्नेह मिला है वो मेरे लिए अनमोल पूंजी है खासकर इन सर्वगुणी गुरुजनों का मार्गदर्शन*आशीर्वाद मिला है उसे मैं* *कभी नहीं भुला पाऊंगा मेरे कार्यकाल में विधायक श्री मति सावित्री मंडावी जी जिला पंचायत अध्यक्ष मा हेमंत धुरु जी और बस्तर प्राधिकरण सदस्य बीरेश ठाकुर जी के सहयोग से स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल का खुलना हम सभी समिति के सदस्यों के यादगार रहेगा*
*अकरम कुरैशी द्वारा सभी शिक्षको को बेहतरीन सहयोग प्रदान करने के लिए आभार पत्र भेट किया गया*
*आभार प्रदर्शन व्याख्याता राजेश शुक्ला ने किया*
*इस अवसर पर गणमान्य नागरिक और पलक के रूप में गणेश सोनी अनूप राठौर गजेंद्र परिहार रिंकु शुक्ला प्रशांत सिन्हा राजेश पांडे सुनील तिवारी जय शिवना सुनहेर गजेंद्र सुनील दरदाई मनीष परिहार चंदू शुक्ला संतोष टाडिया पुखराज कोष्मा समरेश सोरी धीरज मिश्रा शुभम नाग शुभम मिश्रा*
*और शाला शिक्षक राजेंद्र नेताम भरत श्रीवास्तव जनक कोमरा विजयकांत रामटेकेदुष्यंत सोनकर रंजीत लहरे प्रशुन्न जैन संदेश ठाकुर पंकज कुमार कंचन लता ठाकुर भारती देवांगन हुमा पिश्दा यामिनी मरकाम मोनिशा मराई लिप्सा ठाकुर तोमेश्वरी मानकर गोदावरी मशियारे पारुल टाडिया मोनिका जुर्री विनिषा साहू प्रीति मिश्रा प्रेणा मेहरा खुशबू ढोंगे कशिश राजपूत आदि उपस्थित थे*