न्यूज़ रिपोर्टर जितेंद्र कुमार यादव
जिला अलवर
माता जानकी और भगवान जगन्नाथ जी के स्वागत में श्रद्धालुओं ने बिछाए पलक पावडे
भगवान जगन्नाथ जी रथ यात्रा महोत्सव शुक्रवार को संपन्न हो गया अंतिम दिन माता जानकी को ब्याह कर भगवान जगन्नाथ पुराना कत्ला स्थित अपने निज धाम पहुंचे इस दौरान शहर में मेला भरा और रात भर भंडारे चले प्रभु और माता के स्वागत के लिए श्रद्धालुओं ने पलक पावडे बिछाए
रूपवास में रूप हरि मंदिर से बैंड बाजे वह शाही लवाज में के साथ भगवान की रथ यात्रा प्रारंभ हुई रथ में सवार होने से पूर्व पुलिस बैंड ने माता जानकी में भगवान जगन्नाथ को गॉड ऑफ ऑनर दिया हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं भगवान के दर्शनों के लिए मौजूद रहे इस दौरान भक्तों की भीड़ की नजर आ रही थी हर कोई भगवान के इस छवि को देखने के लिए आतुर नजर आया भगवान की रथ यात्रा में बैंड बाजे घोड़े के अलावा भजन मंडलीय देवी देवताओं की झांकियां सहित अनेक आकर्षण शामिल थे मुंह से आग निकालने कलाकार अखाड़ा और पेट बाजी का प्रदर्शन करते कलाकार सभी को आकर्षक कर रहे थे भगवान जगन्नाथ के जयकारों से माहौल भक्ति में बना हुआ था रथ यात्रा करीब 1 किलोमीटर लंबी थी इसके साथ ही भक्तों के भेद भी चल रही थी भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के रूप बस पहुंचने के साथ ही यहां पर मेला प्रारंभ हो गया था भगवान की रथ यात्रा से वापस लौट के साथ ही मेले का समापन भी हो गया यहां पर दिनभर लोगों ने खूब खरीदारी की बच्चों ने झूठों का आनंद लिया
जग-जग मंदिर में हुई आरती
रथ यात्रा मार्ग में आने वाले करीब 50 से अधिक मंदिरों में भगवान की आरती की गई पुजारी ने माता जानकी वह जगन्नाथ जी की पूजा कर उनकी अगवानी कि इसके चलते देर रात तक मंदिर भी खुले रहे मंदिरों के बाहर चहल-पहल बनी रही