संभाव्य बाढ़ स्थिति से निपटने के लिये नगर निगम के आपातकाल विभाग ने अब कमर कस ली है । नगर निगम के आयुक्त एवं प्रशासक शुभम गुप्ता जी (IAS) सभी निवारा केंद्र को भेट दि और समीक्षा कि । वर्ष 2019 और 2021 में सांगली, मिरज और कुपवाड नगर निगम क्षेत्र को कृष्णा नदी की सबसे अधिक बाढ़ का सामना करना पड़ा था । इसी अनुभव के मुताबिक नगर निगम के कमिश्नर शुभम गुप्ता ने 2024 के बरसाती सीजन से निपटने के लिए नगर निगम का आपदा प्रबंधन सिस्टम तैयार किया है.। इस कार्य प्रणाली को तीन भागों में विभाजित किया गया है, अर्थात् मानसून पूर्व तैयारी, मानसून अवधि के दौरान तैयारी और मानसून के बाद की तैयारी और इसके अनुसार विभागवार अधिकारियों और कर्मचारियों के उपाय और जिम्मेदारियां निर्धारित की गई हैं। वर्ष 2024 में वर्षा ऋतु के दौरान आने वाली किसी भी आपदा से निपटने के लिए नगर निगम प्रशासन एवं सभी व्यवस्थाएं तैयार हैं और इस वर्ष भी नगर निगम राहत, राहत एवं पुनर्वास में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें, इसकी समीक्षा की गयी है.।आम तौर पर नगर निगम स्कूलों में 36 स्थानों पर आश्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। इसके लिए नियंत्रण एवं समन्वयक नियुक्त किये गये हैं कमिश्नर शुभम गुप्ता एवं अतिरिक्त कमिश्नर रविकांत अडसूळ, असि कमिश्नर नकुल जकाते, और सहदेव कावड़े ने निरीक्षण कर सभी आश्रय केंद्रों को सभी सुविधाओं के अनुरूप दुरुस्त रखने के निर्देश दिये हैं. जिसे पूरा किया जा रहा है.। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को आने वाले समय में सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं. रिस्पांस टीमों को भी अलर्ट कर दिया गया है।
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