रात में सैफई में धरती का सीना चीर रही थी जेसीबी, खनन अधिकारी ने मौके पर पकड़कर जेसीबी, डंपर, ट्रैक्टर किया सीज
थाना पुलिस की शह पर पिछले पांच माह से लगातार जारी है सैफई में अवैध खनन
एक रात्रि का 15 हजार रुपये एक जेसीबी व एक डंपर एक ट्रैक्टर के लिए दी जाती है रिश्वत
पूर्व में सीओ शेलेन्द्र प्रताप गौतम व खनन अधिकारी ने भी रात्रि में पकड़े थे आठ ट्रेक्टर
सैफई (इटावा) जब थाना सैफई पुलिस से खनन की शिकायत की तो थाना पुलिस ने नजर अंदाज कर दिया। फिर जिला खनन अधिकारी व सीओ सैफई शेलेन्द्र प्रताप गौतम से शिकायत हुई तो खनन माफियाओं को मौके पर दबोचने की गोपनीय रणनीति बनाई गई। जिसमें जिला खनन अधिकारी को बड़ी सफलता हाथ लगी उन्होंने सैफई थाना क्षेत्र के ग्राम झिंगूपुर में व नगला बैश में अवैध खनन होते मौके पर पकड़ लिया जिसमे दो जेसीबी, एक डंपर व ट्रेक्टर को पकड़कर सीज कर दिया गया। खनन माफिया मौके से अंधेरे का लाभ उठाकर भाग गए।
पिछले 5 माह से सैफई क्षेत्र के कई गांव में अवैध खनन की बाढ़ सी आ गई। रात भर जेसीबी धरती का सीना चीरती हैं और ग्रामीण जेसीबी व ट्रैक्टरों की आवाज से सो नहीं पाते, पिछले दिनों गींजा गांव के लोग थाना सैफई पर शिकायत करने आए थे लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। तो ग्रामीणों ने सीओ शेलेन्द्र प्रताप गौतम व जिला खनन अधिकारी से शिकायत की और दोनों अधिकारियों ने खनन माफियाओं को पकड़ने की रणनीति तैयार की। तय समय पर जिला खनन अधिकारी प्रदीप राज सैफई पहुंचे और सीओ शेलेन्द्र प्रताप गौतम को सूचना दी लेकिन उस दौरान सीओ सैफई घायल कांस्टेबल इलाज कराने व्यस्त थे। फिर अकेले ही जिला खनन अधिकारी ने खनन की जगह पर छापा मारा तो गाड़ी आती देख खनन माफिया डंपर, ट्रेक्टर व जेसीबी छोड़कर फरार हो गए। मौके पर झिंगूपुर में एक जेसीबी, एक डंपर, ट्रेक्टर पकड़ा गया। नगला बैश में एक जेसीबी खनन करते हुए मौके पर पकड़ी गई। रात के अंधेरे में जेसीबी द्वारा मिट्टी का अवैध खनन कोई नया नहीं है पिछले 5 महीने से क्षेत्र में अवैध खनन कई जगह किया जा रहा है। पूर्व थाना अध्यक्ष मोहम्मद कामिल ने अवैध खनन पर काफी रोक लगाई थी लेकिन थानाध्यक्ष बदलने के बाद फिर से खनन माफिया हावी हो गए
👉🏻मकान की नींव भराई में सप्लाई होती है खनन की हुई मिट्टी
सैफई क्षेत्र के कई गांव में पूरी रात हो रही अवैध खनन की मिट्टी कहां जाती है ? यह भी पुलिस जानकारी करने में असमर्थ है जब कि पुलिस को पता सब रहता है। अवैध खनन से प्राप्त मिट्टी नए मकान में भराव के लिए सप्लाई की जाती है मकान मालिक इन खनन माफियाओं को अपने प्लाट की नींव भराव करने का ठेका दे देता है और खनन माफिया रात में भराव कर देता है प्लाट मालिक ट्राली के हिसाब से दर तय करता है या पूरी भराई का ठेका भी दे दिया जाता है। इसमे पुलिस खर्चा खनन माफिया द्वारा ही पुलिस को दिया जाता है।
👉🏻18 मई को भी परासना मधईयापुर में खनन करते पकड़े गए थे आठ ट्रेक्टर
जिला खनन अधिकारी व सीओ सैफई शेलेन्द्र प्रताप गौतम ने 18 मई को जिला खनन अधिकारी के साथ हवाई पट्टी के पास परासना व मधईयापुर के पास रात में खनन की सूचना पर छापा मारा तो खनन माफिया मौके से भाग गए। पुलिस ने मौके पर चार मिट्टी भरे ट्रेक्टर व चार खाली ट्रेक्टर जब्त कर लिए। चर्चा थी कि खनन टीम व सीओ के आने की सूचना थाने से लीक हो गयी थी और खनन माफिया जेसीबी भगा ले गए थे।
👉🏻 खनन माफियाओं ने मिट्टी से माइनर बंद करके पानी रोका
खनन माफियाओं में पुलिस व प्रशासन का जरा भी भय नहीं है सैफई से मैनपुरी मार्ग के गींजा संपर्क मार्ग पर खनन माफियाओं ने माइनर बंद कर दिया। मिट्टी लदे ट्रक व डंपर निकालने के लिए खनन माफियाओं ने माइनर ही मिट्टी डालकर बंद कर दिया। पुलिस प्रशासन इन खनन माफियाओं के आगे कितना नतमस्तक है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है।
👉🏻 खनन के आसपास के खेत होते है प्रभावित, उनको भी मजबूरी में करवाना पड़ता है खनन
झिंगूपुर में हमारा रिपोर्टर मौके पर पहुंचा तो देखा कि पिछले तीन-चार माह पहले लगभग दस बीघा जमीन पर 5 से 6 फीट तक अवैध खनन कर खेतों को काफी गहरा कर दिया गया। अब उसके पास वाले खेत का सारा पानी बगल के खेत में चला जाता था और फसल को नुकसान होता है। इस वजह से पास वाले खेत मालिक भी अपने खेत की मिट्टी को मजबूरी में खनन माफियाओं को बेच देते है। झिंगूपुर गांव में खनन से कई खेत मालिक प्रभावित है और वह भी मजबूरी में अपने खेत की मिट्टी बेचने की तैयारी कर रहे है। क्यों कि जिस खेत में खनन होता है खनन माफिया ठेका तो लेते हैं तीन-चार फीट का लेकिन 5-6 फीट तक मिट्टी को खोद देते हैं खनन के आसपास के खेत में फसले नहीं हो पाती हैं क्योंकि उन खेतों में जब भी किसान अपनी फसल को पानी देता है तो उसके खेत का पानी निचुड़कर खनन बाले खेत मे चला जाता है।