उन्नाव जिला अस्पताल में गंदगी का अंबार देख भड़के मंत्री
सत्यार्थ न्यूज वरिष्ठ पत्रकार हरिकृष्ण शुक्ल उन्नाव उत्तर प्रदेश

प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह ने औचक निरीक्षण में सीएमएस को लगाई फटकार, कहा- सॉरी बोलना चाहिए
उन्नाव:-मा0 मंत्री पशुधन एवं दुग्ध विकास, राजनैतिक पेंशन विभाग/जनपद के प्रभारी मंत्री श्री धर्मपाल सिंह जी द्वारा जनपद भ्रमण के दौरान जिला अस्पताल, उन्नाव का निरीक्षण किया गया तथा मा० सांसद डॉ० स्वामी सच्चिदानन्द हरि साक्षी जी महाराज की उपस्थिति में विकास भवन सभागार में जनपद के गौ आश्रय स्थलों/विकास एवं सुरक्षा व्यवस्था की गहन समीक्षा की गयी।
जिला अस्पताल निरीक्षण के दौरान महिला ओपीडी, 108/102 हैल्प डेस्क, महिला शौचालय, महिला लैब, एक्सरे यूनिट, जच्चा-बच्चा वार्ड, ओटी आदि में व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हुए मरीजों से वार्ता की गयी। महिला शौचालय में साफ-सफाई की अच्छी व्यवस्था न पाए जाने पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को मा0 मंत्री जी द्वारा फटकार लगाई गयी। विकास भवन सभागार में मा० प्रभारी मंत्री जी द्वारा जनपद में गौ आश्रय स्थलों का प्रबन्धन, गौचर भूमि की उपलब्धता, नेपियर/हरी घास की स्थिति, भूसा दान/क्रय, निराश्रित गौवंश का संरक्षण, सहभागिता योजना, भूमि नामांतरण, चिकित्सा एवं शिक्षा व्यवस्था, अपराध नियंत्रण व कानून व्यवस्था, पेयजल व राशन वितरण आदि की समीक्षा की गयी। इस दौरान मा0 मंत्री जी ने पशुपालन विभाग की अनुदान परक बकरी पालन, गौ पालन, मुर्गी पालन, सूअर पालन आदि योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि किसानों की दुगनी आय सिर्फ कृषि से नहीं होगी, इसके लिए पशुपालन आवश्यक है। उ0प्र0 सरकार द्वारा पशुपालन की कई योजनाओं में50 से 90 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जा रहा है। इन योजनाओं का लाभ लेकर बडे पैमाने पर पशुपालन की ईकाइयां स्थापित की जा सकती है। गौ पालन को लेकर उन्होने कहा कि गाय मात्र पशु नहीं है, यह राष्ट्र की माता है, इसका दूध अमृत के समान है। भूसा दान को लेकर उन्होने सभी जन प्रतिनिधियों से अपील की कि वे गौशालाओं हेतु 100-100 कुंतल भूसा जिलाधिकारी को उपलब्ध कराएं। उन्होने समस्त खण्ड विकास अधिकारियों, पशु चिकित्सा अधिकारियों एवं अधिशासी अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि जनपद के प्रत्येक गौशाला में स्वच्छता, चारा, पानी, लाइट, भूसा एवं लू से बचाव के उपाय अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करा लिए जाएं। उन्होने गौचर हेतु जनपद में लगभग 3200 हैक्टेयर संरक्षित की गयी भूमि हेतु जिलाधिकारी की सराहना करते हुए कहा कि जनपद में भूमि नामांतरण व अन्य भूमि सम्बन्धी वादों में निर्धारित समय सीमा में गुणदोष के आधार पर निस्तारित कराया जाए।

उन्होने शिक्षा प्रणाली सुधारने हेतु अधिकारियों को निर्देश दिए कि शासकीय विद्यालयों में प्रवेश बढाएं जाए तथा सर्वोत्तम शिक्षा देकर बच्चों को उत्कृष्ट श्रेणी में पास कराया जाए। शिक्षा ऐसी दें, ताकि मजूर का बेटा भी हजूर बन सके। अपराध नियंत्रण को लेकर उन्होने निर्देश दिए कि जनपद व थाने वार टाॅप 10 अपराधियों को सूची सार्वजनिक कर सर्किल की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चैबन्द रखें। इस समय साइबर क्राइम के मामले ज्यादा आ रहे है इसलिए पुलिस बिना किसी लापरवाही के त्वरित कार्यवाही करे। उन्होने कहा कि गरीबों का राशन गरीबो को पूरी तरह से मिले, घटतौली को लेकर किसी प्रकार का समझौता न किया जाए। अपात्र/फर्जी अन्त्योदय कार्ड निरस्त कर पात्र लोगों को उपलब्ध कराए जाएं।
इस मौके पर मा0 मंत्री जी एवं मा0 सांसद जी द्वारा मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रेम प्रकाश मीणा को उनके उत्कृष्ट कार्यों हेतु प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया साथ ही उनकी पदोन्नति व स्थानान्तरण को लेकर शुभकामनाएं व्यक्त की गयीं।
प्रभारी मंत्री और पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने सोमवार दोपहर जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। अस्पताल में व्यापक अव्यवस्थाएं और गंदगी देखकर उन्होंने महिला सीएमएस डॉ. फौजिया अंजुम को फटकार लगाई। बोले- आप लोगों को मरीजों को सॉरी बोलना चाहिए।
मंत्री ने महिला अस्पताल के शौचालयों का निरीक्षण किया। वहां गंदगी और दुर्गंध की स्थिति मिली। उन्होंने अधिकारियों को चेताया कि मरीजों की सुविधा से समझौता नहीं किया जाएगा। जिला अधिकारी गौरांग राठी को अस्पताल की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए।
मंत्री ने कर्मचारियों की जवाबदेही सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने भर्ती मरीजों से बातचीत की। कुछ मरीजों ने दवाओं की उपलब्धता पर संतोष जताया। कुछ ने डॉक्टरों की अनुपलब्धता की शिकायत की। मंत्री ने डॉक्टरों को मरीजों के साथ संवेदनशील व्यवहार करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों को जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना होगा।
निरीक्षण में सांसद साक्षी महाराज, जिलाधिकारी गौरांग राठी, एसडीएम सदर क्षितिज द्विवेदी और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे। मंत्री ने अंत में चेतावनी दी कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगले निरीक्षण में सुधार नजर आना चाहिए।