हमें आने वाली पीढ़ी के उज्जवल, सुगम भविष्य के लिए आज चिंतन करने की आवश्यकता है – प्रभारी मंत्री श्री पटेल
प्रभारी मंत्री श्री पटेल की अध्यक्षता में जिला योजना समिति की बैठक आयोजित हुई
भिण्ड 09 अप्रैल 2025
जिले के प्रभारी मंत्री तथा मध्य प्रदेश शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास, श्रम मंत्री श्री प्रहलाद पटेल की अध्यक्षता में जिला योजना समिति की बैठक जिला पंचायत सभागार भिण्ड में आयोजित की गई। इस दौरान विधायक भिण्ड श्री नरेन्द्र सिंह कुशवाह, विधायक गोहद श्री केशव देसाई, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कामना सिंह भदौरिया, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री देवेन्द्र सिंह नरवरिया, कलेक्टर श्री संजीव श्रीवास्तव, सीईओ जिला पंचायत श्री सुनील दुबे, एडीएम श्री एल.के. पाण्डेय, एएसपी श्री संजीव पाठक सहित अन्य अधिकारी, जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
बैठक का शुभारंभ राष्ट्रगान के साथ किया गया।
प्रभारी मंत्री श्री प्रहलाद पटेल ने बैठक में जल गंगा संवर्धन अभियान की समीक्षा कर कहा कि यह अभियान प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का महत्वाकांक्षी अभियान है ताकि पानी का भण्डारण कर आम जन मानस को पर्याप्त पेयजल की सुविधा प्रदान की जा सके। उक्त अभियान को जन प्रतिनिधियों सहित जन भागीदारी के सहयोग से वृहद रूप से संचालित करें।
उन्होंने कहा कि जल स्त्रोत लगातार सूख रहे हैं, हमें आने वाली पीढ़ी के उज्जवल सुगम भविष्य के लिए आज चिंतन करने की आवश्यकता है। उन्होंने जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं संवर्धन तथा वृक्षारोपण के लिए युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने निर्देश देते हुए कहा कि पौधे लगाना ही नहीं बल्कि पौधे को वृक्ष बनाना भी जरूरी है। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों से आने वाले बेहतर भविष्य के लिए जल संरक्षण एवं वृक्षारोपण का आव्हान किया।
बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देश देते हुये प्रभारी मंत्री श्री पटेल ने कहा कि ग्रीष्म काल में पेयजल की समस्या उत्पन्न होने लगी है। इस समस्या के निदान हेतु वृहद स्तर पर जल गंगा संवर्धन अभियान को संचालित करना है।
उन्होंने सीईओ जिला पंचायत को निर्देश दिए कि जल संरक्षण के लिए अधिक से अधिक खेत तालाब, नदी तालाबों का निर्माण कराया जाये। साथ ही सम्मानित जन प्रतिनिधिगण भी अपने-अपने क्षेत्रों के ऐसे स्थानों को चयनित कर कार्य प्रारंभ कराएं।
उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसे हैंडपंप जो खराब हो चुके हैं, पेयजल योग्य नहीं हैं, उन्हें हटवाकर वर्षा का जल संरक्षण के योग्य बनाया जाए ताकि जितना जल उस हैंडपंप के माध्यम से निकाल चुके हैं कम से कम उतना जल वर्षा जल के माध्यम से भूमि को वापस किया जा सके।
प्रभारी मंत्री श्री पटेल ने पेयजल की समीक्षा कर कहा कि पिछले वर्ष जिले में किन जगहों पर पेयजल की समस्या थी और वर्तमान में पेयजल समस्या की क्या स्थिति है। उन्होंने पेयजल संकट के निदान हेतु किए गए प्रयास एवं कार्ययोजना के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने निर्देशित कर कहा कि ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए पेयजल व्यवस्था हर हाल में सुचारू बनायी रखी जाये। ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाये जिससे की किसी भी नागरिक को पेयजल की समस्या नहीं रहे और ईधर-उधर भटकना नहीं पड़े।
प्रभारी मंत्री श्री प्रहलाद पटेल ने उपार्जन की समीक्षा के दौरान पिछले वर्ष गेहूं एवं सरसों उपार्जन के लिए बनाए गए केन्द्र एवं इस वर्ष बनाए गए केन्द्रों के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने निर्देशित कर कहा कि उपार्जन केन्द्रों पर किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या विवाद की स्थिति नहीं बने, इसके लिए समुचित व्यवस्था की जाए।
उन्होंने प्रधानमंत्री सड़क योजना के तीसरे एवं चौथे चरण अंतर्गत जिले में वर्तमान में प्रगतिरत सड़कों के संबंध में जानकारी ली एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
उन्होंने राजस्व महाअभियान में नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, आधार सीडिंग की प्रगति के संबंध में जानकारी ली।
प्रभारी मंत्री श्री पटेल ने जिले में अतिक्रमण मुक्त मुक्तिधाम, अतिक्रमण मुक्त मंदिर और भूमिहीन मुक्तिधाम के संबंध में जानकारी ली।
उन्होंने निर्देशित कर कहा कि जिन मुक्तिधाम और मंदिरों पर अतिक्रमण है उन्हें मुक्त कराया जाना सुनिश्चित करें। और सभी जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन मिलकर देखें और चिन्हित करें कि भूमिहीन मुक्तिधाम कितने हैं और मुक्तिधाम कहां बनाए जाना हैं।
उन्होंने एमपीईबी की समीक्षा कर लहार, भिण्ड, मेहगांव और गोहद में प्रगतिरत सब स्टेशन के कार्य प्रारंभ और पूरा होने की टाईम लाईन के संबंध में जानकारी ली एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
उन्होंने विभागों के माध्यम से किये जा रहे कार्यों की जानकारी लेते हुए प्रगति समय सीमा में सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने मैदानी स्तर पर योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन संबंधित आवश्यक निर्देश दिए।