ब्रेकिंग न्यूज़

श्री करणी गो सेवा समिति कोटा सर में मूंग चुरी का भंडारा कर की पुण्य आत्मा की शांति की कामाना,2. दुसारणा गांव की श्री कृष्णा गौ सेवा समिति गौशाला में शीतल तरबूज का सामूहिक भंडारा गौवंश को समर्पित कियापीलीबंगा नगरपालिका अध्यक्ष पद: उपचुनाव में कांटे की टक्कर, त्रिकोणीय हुआ किसके सर सजेगा ताजपीलीबंगा: अमरसिंहवाला के गांव चक 37 एलएल डब्ल्यू में सार्वजनिक भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांगमोमासर में अहमदाबाद विमान हादसे पर जताया दुःख, आयोजित की शोक सभा पूर्व सीएम सहित मृतकों दी श्रद्धांजलि की आत्मा शांति की कामानाजन संघर्ष समिति के तत्वाधान में गुलाना तहसील की समस्याओं को लेकर धरना20 वर्षीय युवक ने फांसी का फंदा लगाकर की जीवनलीला समाप्त17 वर्षीय युवक का खेत पर काम करते समय करंट की चपेट में आने से मौत, परिवार में छाया मातमसोनभद्र – पुलिस अधीक्षक सोनभद्र ने रिजर्व पुलिस लाईन चुर्क में शुक्रवार परेड की ली सलामी, तत्पश्चात किया निरीक्षण-सोनभद्र -अमिला धाम के घाटी में टेंपू पलटने से एक की मौत, दर्शन कर लौट रहे थे श्रद्धालुसुबह देश और राज्यों से बड़ी खबरें एक साथसतेज गर्मी में बढ़ रहा है हीट स्ट्रोक का खतरा, डॉक्टर ने बताया लू लगने पर सबसे पहले क्या करना चाहिए13 जून 2025 शुक्रवार आज का पंचांग व राशिफल और जानें कुछ खास बातें पंडित नरेश सारस्वत रिड़ी के साथअहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे में 265 लोगों की मौत, एक यात्री जिंदा मिला ,41 घायल हॉस्पिटल में भर्ती’, पुलिस कमिश्नर ने की पुष्टि.. पीड़ितों को एक करोड़ मुआवजा देगा टाटा ग्रुप..स्टार क्लब श्रीडूंगरगढ़ के 10 खिलाड़ी ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी बेसबॉल प्रतियोगिता में भाग लेंगेएनडीपीएस एक्ट के तहत कोतवाली पुलिस की प्रभावी कार्रवाई

भारत सनातन संस्कृति से ही भविष्य में बनेगा विश्वगुरु

WhatsApp Image 2025-03-29 at 20.13.37

😊 Please Share This News 😊


Mr X
Spread the love

पारुल राठौर हरिद्वार

भारत सनातन संस्कृति से ही भविष्य में बनेगा विश्वगुरु

सनातन संस्कृति पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ

केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने किया उद्घाटन


हरिद्वार, 29 मार्च। सनातन संस्कृति पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी शनिवार से शुरू हो गई। देवभूमि विकास संस्थान और देव संस्कृति विश्व विद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस संगोष्ठी का उद्घाटन केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने किया। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में भारत ट्रांसफार्मेशन के दौर से गुजर रहा है। सनातन संस्कृति से ही भारत के विश्वगुरु बनने का मार्ग प्रशस्त होगा।


संस्कृति मंत्री ने कहा कि दुनिया में सनातन संस्कृति सबसे पुरातन है। हमारी संस्कृति को समाप्त करने के कई प्रयास हुए, लेकिन इसका अस्तित्व कायम है। इसकी वजह, भारतीय संस्कृति की वो विशेषता है, जिसमें आत्मीयता और विश्व बंधुत्व की भावना कूट कूट कर भरी हुई है। अन्य संस्कृतियों में आक्रमण की भावना रही। क्रूरता करने वाले उनके नायक रहे, लेकिन सनातन संस्कृति में दूसरे के हितों के लिए त्याग करने वाले नायक बने। उन्होंने कहा कि दुनिया में जब सभ्यता का विकास हो रहा था और जीवन का संघर्ष चल रहा था, उस वक्त भारत में वेद ऋचाओं की रचना हो रही थी। समझा जा सकता है कि भारतीय सनातन संस्कृति का अतीत कितना गौरवशाली और स्वर्णिम रहा है।


शेखावत ने कहा कि भारत में सांस्कृतिक जागरण चल रहा है। अयोध्या में 500 वर्षों के बाद श्रीराम के मंदिर का निर्माण होना सौभाग्य है। भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण पर पूरी दुनिया की नजर है। ऐसे में ये हम सब के लिए महत्वपूर्ण अवसर है कि हम सनातन संस्कृति के पक्ष में अपनी भूमिका का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारत सनातन संस्कृति के मूल मंत्र विश्व बंधुत्व पर कार्य कर रहा है। दुनिया के देशों के बीच तनाव भी सनातन संस्कृति के अनुपालन से ही समाप्त होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सनातन संस्कृति पर कार्यक्रम के मुख्य आयोजक के तौर पर कहा कि देवभूमि विकास संस्थान समाज में जागृति के लिए विभिन्न विषयों को लेकर सामाजिक कार्य कर रहा है। पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षा के साथ ही रक्तदान के बाद अब समाज को अंगदान-देहदान के लिए प्रेरित करने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम सनातनी हैं और भारतीय संस्कृति के ज्ञान को नई पीढ़ी को प्रसारित करने की हमारी जिम्मेदारी है। हमारी कोशिश होती है कि इस तरह के कार्यक्रम में युवाओं की भागीदारी ज्यादा हो। क्योंकि सनातन संस्कृति को आगे ले जाने और नया भारत बनाने की जिम्मेदारी अब आगे युवा पीढ़ी के कंधों पर ही है।

त्रिवेंद्र ने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति कभी भी किसी से भेदभाव नहीं करती। वसुधैव कुंटम्कम का मंत्र भी भारत ने ही दुनिया को दिया।
सामाजिक सेवा के क्षेत्र में कार्य कर रहे हंस फाउंडेशन की संस्थापिका माता मंगला जी ने कहा कि सनातन संस्कृति में नारी शक्ति को बहुत ऊंचा सम्मान दिया गया है। हम नौ दुर्गा का आराध्य करते हैं। हम अपने को भाग्यशाली समझते हैं कि आदि शक्ति के रूप में नारी ने महान पुरुषों को जन्म देकर हमें महान बनाया है। उन्होंने बताया कि हंस फाउंडेशन शिक्षा, स्वास्थ्य और बालिकाओं को आगे बढाने के सामाजिक कार्य में सेवा दे रहा है। आज फाउंडेशन देश के 28 राज्यों में सेवाभाव से कार्य कर देश को विकसित करने में सहयोग दे रहा है।
देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति चिन्मय पांड्या ने सनातन संस्कृति को लेकर आयोजित इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को भारत के भविष्य को संवारने वाला बताया। उन्होंने कहा कि यह भारत के जागरण की घड़ी का निर्णायक क्षण है। यह समय भारत के सांस्कृतिक वैभव, स्वाभिमान, अस्मिता का है। भारत की संस्कृति अजर और अमर है। भारत की भूमि से पूरी दुनिया में एक ही आवाज जानी चाहिए, कि सदभाव और मानवता का संदेश केवल एक ही संस्कृति दे सकती है वह भारत की सनातन संस्कृति है। सनातन संस्कृति कभी भी आक्रमण और आंतक की आवाज नहीं रही। बल्कि सनातन आत्मीयता और अपनत्व का संदेश देती है। भारत की सनातन संस्कृति में नरक को स्वर्ग बनाने की शक्ति है।
इससे पहले केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, विवि के कुलपति, प्रति कुलपति समेत अन्य ने दीप प्रज्वलित कर सम्मेलन का उद्घाटन किया।

इस मौके पर विधायक हरिद्वार मदन कौशिक, मेयर किरन जैसल, कुलपति शरद, हंस फाउडेंशन के संस्थापक भोले जी महाराज आदि मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्री शेखावत और सांसद त्रिवेंद्र ने विवि परिसर में स्थित शौर्य दीवार पर शहीद जवानों को नमन किया और पौधरोपण किया। केंद्रीय मंत्री शेखावत ने संस्कृति, प्रकृति और प्रगति शीर्षक पुस्तक का विमोचन भी किया।
संगोष्ठी के विभिन्न सत्रों में भारतीय संस्कृति का परिचय सत्र की अध्यक्षता दून विवि की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल ने की। मुख्य वक्ता के तौर पर प्रोफेसर प्रवीन चतुर्वेदी ने विचार रखे। इसके पश्चात स्वास्थ्य यौर मानसिक शांति सत्र की अध्यक्षता स्वामी राम हिमालयन विवि के कुलपति डा.विजय धस्माना ने की। मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर लक्ष्मी दर बेहरा, उर्फ लीला पुरुषोत्तम दास, निदेशक आईआईटी मंडी और प्रोफेसर मैक्ग्रेगर लिननौर उर्फ सर्वादिक दास ने विचार रखे। तीसरे सत्र आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए कार्य योजना विषय की अध्यक्षता कुलपति गोविंद पंत कृषि विवि के कुलपति प्रो.मनमोहन चौहान ने की। मुख्य वक्ता के तौर पर प्रो.रोवींद्रनाथ सचदेव ने विचार रखे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

Donate Now

MORE STORIES

Live AajTak TV

वोट जरूर करें

क्या भारत को पाकिस्तान पर हमला करना चाहिए

View Results

Loading ... Loading ...

विज्ञापन बॉक्स

[Rich_Web_Slider id="1"]

RASHIFAL

LIVE CRICKET

WEATHER UPDATE

+38
°
C
High:+41
Low:+31
Wed
Thu
Fri
Sat
[covid19-country-updates country=IN country_list=0 layout=3 label="India Covid19 Data" colors="#d80027,#0052b4"]

Stock Market Update

Panchang

LIVE FM

    [Rich_Web_Slider id="1"]
    error: Content is protected !!