सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ़-सवांददाता ब्यूरो चीफ
सामाजिक लेखा परीक्षा एवं जवाबदेही सोसायटी, राजस्थान के माननीय निदेशक श्री मोहम्मद मोहसिन खान जी के बीकानेर जिले में प्रथम निरीक्षण से सामाजिक जवाबदेही को और अधिक मजबूती मिली है। उनके नवपदस्थापन के बाद, सर्वप्रथम बीकानेर जिले का चयन कर उन्होंने डूंगरगढ़ ब्लॉक की ग्राम पंचायत लिखमीसर दिखनादा और लिखमीसर उतरादा का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान जिला संसाधन व्यक्ति (डीआरपी)नन्दलाल शर्मा सहित बीआरपी सोहनलाल, किशनलाल भादू,बाबूलाल गर्ग,बिरजू खिलेरी एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने सक्रिय सहभागिता की। निरीक्षण के बाद निदेशक महोदय ने पंचायतों में हो रहे कार्यों की पारदर्शिता को सराहा और सामाजिक लेखा परीक्षा टीम की मेहनत की सराहना की।
निष्पक्षता और पारदर्शिता की मिसाल
निरीक्षण की सबसे विशेष बात यह रही कि निदेशक महोदय ने बिना किसी पूर्व सूचना के जिले का दौरा किया और व्यक्तिगत रूप से डीआरपी नन्दलाल शर्मा से संपर्क कर निरीक्षण कार्य किया। उनकी यह कार्यशैली न केवल पारदर्शिता को बढ़ावा देती है, बल्कि टीम को और अधिक निष्ठा व समर्पण के साथ कार्य करने की प्रेरणा भी देती है।
महत्वपूर्ण चर्चाएं और त्वरित कार्रवाई का आश्वासन
निरीक्षण के दौरान ग्राम पंचायत सांवतसर में एलडीसी लक्ष्मण सिंह द्वारा किए गए दुर्व्यवहार और बीआरपी बिरजू खिलेरी के साथ हुई हालिया घटना को लेकर भी गंभीर चर्चा हुई। निदेशक महोदय ने इन घटनाओं पर गहरी संवेदनशीलता दिखाते हुए त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया। यह उनकी न्यायप्रियता और जवाबदेही के प्रति उनकी मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
बीकानेर जिले की ऐतिहासिक पहल
यह भी गौरव की बात है कि राजस्थान में सबसे पहले बीकानेर जिले में सामाजिक अंकेक्षण प्रकोष्ठ की स्थापना हुई थी, जिसे निदेशक द्वारा विशेष रूप से सराहा गया। यह बीकानेर जिले की कार्यप्रणाली को उच्च स्तर पर मान्यता मिलने का प्रमाण है।
टीम की प्रतिबद्धता और आभार
डीआरपी नन्दलाल शर्मा और उनकी पूरी टीम ने माननीय निदेशक महोदय का हृदय से आभार व्यक्त किया, जिन्होंने बीकानेर जिले को प्राथमिकता दी और सामाजिक जवाबदेही को नई दिशा देने के लिए प्रेरित किया। बीआरपी बाबूलाल गर्ग ने कहा कि मोहम्मद मोहसिन खान के मार्गदर्शन में सामाजिक लेखा परीक्षा और अधिक प्रभावी, पारदर्शी एवं मजबूत बनेगी। उनका यह दौरा सामाजिक जवाबदेही को सुदृढ़ करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।
सामाजिक जवाबदेही और पारदर्शिता को मजबूत बनाने की इस ऐतिहासिक पहल के लिए निदेशक ने पूरे दल का आभार जताया।