न्यूज रिपोर्टर :- किरण माळी
जलगाव(महाराष्ट्र)
आज हमारे येवला शहर के महात्मा फुले थिएटर में भोई समाज आरक्षण एल्गर बैठक आयोजित की गई। बैठक में सम्मिलित होकर दीप प्रज्जवलित किया तथा छत्रपति शिवाजी महाराज एवं श्री संत भीमा भोई की छवि को नमन किया। साथ ही उपस्थित समुदाय के भाई-बहनों से बातचीत भी की।
ओबीसी समुदाय में कई उपजातियां हैं. अगर हमें अपना वाजिब हक पाना है तो ओबीसी समाज को एकजुट होकर काम करना होगा। साथ ही भोई समुदाय के सदस्य जो ओबीसी में हैं, उन्हें भी सभी उप-जातियों के साथ ‘भोई’ के रूप में एक छत के नीचे आना चाहिए। भोई समुदाय आज भी राजनीतिक रूप से हाशिये पर है। इसलिए, भोई समुदाय के सदस्यों को अपने समुदाय के न्याय अधिकारों के लिए राजनीति में आना चाहिए। समाज में पालकी उठाने वाले इन भोई बंधुओं को अब पालकी में बैठना सीख लेना चाहिए। उन्होंने यह भी अपील की कि भोई समाज की सभी उपजातियां एक साथ आएं और रोटी-बेटी के साथ सभी व्यवसाय करें और अपने समाज को आगे बढ़ाएं।
मराठा समुदाय को आरक्षण देने पर हमें कोई आपत्ति नहीं थी. उनकी मांग थी कि ओबीसी आरक्षण पर असर डाले बिना मराठा समुदाय को अलग से आरक्षण दिया जाए. अब मराठा समाज को स्वतंत्र एवं स्थायी आरक्षण दिया गया है। साथ ही ओबीसी के सभी तत्व एक साथ आने पर ही समस्याओं का समाधान होगा. साथ ही हमारी मांग देश में जातिवार जनगणना कराने की भी है. इसलिए सभी ओबीसी तत्वों को एकजुट होकर लड़ना चाहिए.
इस मौके पर गणमान्य लोगों ने भी अपनी भावनाएं व्यक्त कीं. इस बार आओ. नरेंद्र दराडे, राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व सदस्य, पूर्व न्यायाधीश। चंद्रकांत मेश्राम, रामोशी समुदाय के नेता दौलतराव शितोले, ज्ञानेश्वर खैरमोडे, गणेश सपकाल, संतोष सासे, संतोष सोपे, संदीप डहाके, दीपक वाघ, योगेश अदाणे, संभाजी लांडगे उपस्थित थे।


















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