संवाददाता-हर्षल रावल
सिरोही/राज.
दीपावली पर जालौर को मिला उपहार, 2 वर्ष की प्रतिक्षा आज समाप्त
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जालोर। विभागीय जानकारी के अनुसार दीपोत्सव पर शहरवासियों को आवाजाही में परेशानी नहीं हो। इसलिए यह सौगात दी जा रही है, हालांकि कुछ छोटे कार्य बकाया है, जिन्हें शीघ्र पूर्ण कर लिया जाएगा।
दीपोत्सव दिन कुछ मुख्य है। करीब दो वर्ष के लंबे प्रतिक्षा के पश्चात आज से रेलवे ओवरब्रिज को ट्रेफिक के लिए खोला जा रहा है। ब्रिज को आवाजाही के लिए खोलने के पश्चात वाहनों की आवाजाही सुगम होगी। वहीं वाहन चालकों का करीब 5 किमी के फेरे से छुटकारा मिलेगा। ब्रिज के दोनों छोर पर सीमेंटेड भाग पर डामरीकरण, रंग रोगन का कार्य पूर्ण हो चुका है। दूसरी तरफ रोशनी के लिए लाइट्स की फिटिंग भी की जा चुकी है। हालांकि डिमांड नोट जारी होने के पश्चात भी बिजली कनेक्शन के लिए डिमांड राशि नहीं भरी गई है।
बता दें भारत सरकार की ओर से 92.40 करोड़ की लागत से इस ब्रिज निर्माण के लिए स्वीकृति जारी की गई थी। जिसके पश्चात आरंभ में अड़चनों के पश्चात कार्य आरंभ हुआ। विभिन्न स्तर पर रुकावट के पश्चात ओवरब्रिज के भाग का कार्य पूर्ण हो चुका है। हालांकि अंडरब्रिज के भाग का कार्य बकाया है, जिसे भी एक माह के भीतर पूर्ण कर लिया जाएगा। बता दें समदड़ी भीलड़ी रेल खंड में फोरलेन का यह एक मात्र रेलवे ब्रिज है।
यह थी दिक्कत, जिससे मिल रहा छुटकारा:-
विभागीय जानकारी के अनुसार दीपोत्सव पर शहरवासियों को आवाजाही में परेशानी नहीं हो। इसलिए यह सौगात दी जा रही है, हालांकि कुछ छोटे कार्य बकाया है, जिन्हें शीघ्र पूर्ण कर लिया जाएगा। बता दें वर्तमान में रोडवेज की बसें जोधपुर मार्ग पर महेशपुरा, बादनवाड़ी, गोदन होते हुए आवाजाही करती है। इसी तरह लेटा जीएसएस के समीप से होकर भी वाहनों की आवाजाही होती है। दोनों ही मार्गों पर आवाजाही में 2 से 5 किमी का अतिरिक्त चक्कर पड़ता है।
यह है विशेषता:-
* 980 मीटर लंबाई में बना हुआ है रेलवेब्रिज।
* 4 लेन में बना हुआ है यह ब्रिज।
* 3 वर्ष में पूर्ण हुआ है यह ब्रिज।
* 52 पीलर पर स्थापित है यह ब्रिज।
* 1-1 किमी सर्विस रोड भी बनेगी।
* 5 किमी के फेरे से छुटकारा मिलेगा।