संवाददाता: करनेश सिंह पुरवा उन्नाव
हनुमंत रुद्र महायज्ञ मे व्यास ने सुनाई राम कथा तथा उनके आदर्शों पर चलने को कहा
व्यास ने कहा कि दुराचारी भी सत्संगति पाकर सुधर जाते हैं
पुरवा उन्नाव! सत्संगति आनन्द औऱ कल्याण की जड़ है, दुराचारी भी सत्संगति पाकर सुधर जाते है,जैसे पारस के स्पर्श मात्र से लोहा भी सुंदर सोना बन जाता है,उक्त उद्गार रामकथा के दौरान मनास मराल व्यास जी ने कहे, असोहा क्षेत्र के अजयपुर स्थित पावन धाम कुटी बीर बाबा मंदिर प्रांगण में चल रहे,नव दिवसीय हनुमत रुद्र महायज्ञ एवम मानस वेदांत सन्त सम्मेलन के नवे दिन रामकथा के दौरान व्रन्दावन से आये मानस मराल व्यास शिव रत्न पांडेय ने भक्तो को सम्बोधित करते हुए कहा कि मनुष्य के पास जाति,कुल,धन, वैभव, सब कुछ हो परन्तु यदि भक्ति का भाव न होतो ये सब बेकार तो है, साथ ही मनुष्य का जीवन भी व्यर्थ है,उन्होंने कहा राम का नाम ही कलियुग में सब मनोरथो को पूर्ण करने वाला है, कथा के दौरान उन्होंने कहा कि ईश्वर तो सर्व व्यापी है, बस उसको खोजने की पहचानने की जरूरत है, ज्ञान के अभाव में प्राणी मायारूपी संसार मे जकड़ा है, परमात्मा को पहचानने व जानने के लिये जप, तप तथा कर्म आसान साधन है, कथा के दौरान पहुंचे महाकाल उज्जैन से दंडी स्वामी देवेंद्र नन्द सरस्वती जी ने कहा कि इस भौतिक जगत में प्रभु के नाम का ही सहारा है, बस एक बार इनसे लगन तो लगा के देखो, क्या नही मिलता है, सभी को, कार्यक्रम में पहुंचे एम एल सी रामचन्द्र प्रधान ने कहा कि ऐसे आयोजनों से लोगो मे आपसी भाई चारा वा प्रेम बढ़ता है, कार्यक्रम में मनोहरा डिग्री कालेज के प्रबंधक गौरव अवस्थी, प्रधान सतीश त्रिपाठी, प्रधान उमेश साहू, प्रधान उमाकांत, प्रधान अरिमर्दन सिंह, अखिलेश शुक्ल,रामबाबू, सोनू मिश्र, आदि का आयोजक संजय शुक्ला ने अंग वस्त्र व प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया, कार्यक्रम के दौरान रजनीकांत बाजपेई, लक्की भट्ट,अर्पित शुक्ला, रामजी गुप्ता, शिवम अवस्थी, रितेश अवस्थी, शिवम तिवारी, मोहित शुक्ला, सहित सैकड़ों की सँख्या में क्षेत्र वासी उपस्थित रहे।