हरियाणा में बीजेपी जीती नहीं बल्कि धोखे और झूठ के बल पे कांग्रेस की जीती हुई सीट लूट और डकैती से अपने पाले में कर के सत्ता प्राप्त की : करण सिंह दलाल
पलवल-14 अक्टूबर
कृष्ण कुमार छाबड़ा
हरियाणा के पलवल में कांग्रेस उम्मीदवार व पूर्व मंत्री कर्ण सिंह दलाल ने पुलिस अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि एसपी ने लोगों को वोट भाजपा के पक्ष में डालने का दबाब बनाने के लिए जगह-जगह फोन किए। इतना ही नहीं कैंप थाना प्रभारी व हथीन गेट चौकी प्रभारी ने पैसे व हथियारों के बल पर वोटरों को धमकाने के मामले में आरोपियों को बिना कार्रवाई किए भगा दिया।
दलाल ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हथियारों से लैस होकर आए लोगों को पुलिस के हवाले करने के बाद भी पुलिस ने उन्हें भगा दिया और कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने एक स्कार्पियो गाड़ी में से राइफल को पुलिस के हवाले भी किया। इसकी वीडियो बनाकर निर्वाचन अधिकारी से भी शिकायत की।
उसके अलावा पुलिस पर्यवेक्षक व सामान्य पर्यवेक्षक को हथीन गेट पुलिस चौकी प्रभारी, कैंप थाना प्रभारी व एसपी के खिलाफ लिखित शिकायत देकर भाजपा उम्मीदवार को फायदा पहुंचाने की नियत से चुनाव में गड़बड़ी कराने की शिकायत दी।
दलाल ने कहा कि मतगणना वाले दिन 8 अक्टूबर को सुबह करीब 38 मिनट तक ईवीएम मशीनों वाले केंद्र के कैमरे बंद कर दिया गए। इसकी उन्होंने पहले मोबाइल से निर्वाचन अधिकारी एवं एसडीएम को लिखित मैसेज के संदेश से शिकायत की गई, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई करने के बजाय निर्वाचन अधिकारी ने यह कहकर शिकायत को दबा दिया कि तकनीकी कमीं आ गई है, लेकिन कैमरे की रिकार्डिंग हो रही है और उसका रिकार्ड दे देंगी।
निर्वाचन अधिकारी के वाट्सऐप नंबर पर भी शिकायत की गई कि मतगणना केंद्र पलवल विधानसभा 84 के कैमरे सुबह 2 बजकर 58 मिनट से 3 बजकर 36 मिनट तक बंद रहे। अन्य मतगणना केंद्रों को छोड़कर केवल पलवल विधानसभा 84 के कैमरे क्यों बंद हुए। उसके बारे में जानकारी मांगी, लेकिन आज तक इसके बारे में जानकारी नहीं दी गई है और न ही इस बारे में कोई कार्रवाई की गई है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि भाजपा ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर मतगणना वाले दिन ईवीएम मशीनों में 38 मिनट तक कैमरे बंद कर छेडछाड कर बड़ी धांधली करने का काम किया है। भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन तथा जिला पुलिस ने 38 मिनट तक कैमरे बंद करवा ईवीएम मशीनों में छेड़छाड़ की है।
उन्होंने मांग की है कि इस मामले में जांच कराई जाए तथा चुनाव आयोग के नियम अनुसार उचित कार्रवाई की जाए