न्यूज रिपोर्टर :- किरण माळी
जलगाव(महाराष्ट्र)
हमने हमेशा अल्पसंख्यकों को मुख्यधारा में लाने, उनके अधिकारों की रक्षा करने और उन्हें विकास के अवसर देने पर जोर दिया है।
आज इस पद से राज्य के मुख्यमंत्री ने मांग की कि युवाओं और अन्य उम्मीदवारों के लिए विभिन्न गतिविधियों को लागू करने के लिए ‘बर्ती, महाज्योति, तर्ति, सारथी, अमृत’ की तर्ज पर एक “अनुसंधान प्रशिक्षण और मानव विकास संस्थान” की स्थापना की जानी चाहिए। अल्पसंख्यक समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों से। एकनाथजी शिंदे, उपमुख्यमंत्री माननीय. देवेन्द्रजी फड़नवीस एवं उपमुख्यमंत्री मा. अजितदादा पवार को पत्र द्वारा.
अल्पसंख्यक समुदाय के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के युवाओं और अन्य उम्मीदवारों के लिए विभिन्न गतिविधियाँ, कार्यक्रम आदि। छात्रों एवं युवाओं आदि के शैक्षिक, सामाजिक एवं समग्र विकास के लिए शोध प्रशिक्षण एवं मानव विकास संस्थान स्थापित करने की आवश्यकता है। साथ ही, चूंकि राज्य सरकार राज्य के सभी हिस्सों के नागरिकों के विकास के लिए प्रयासरत है, इसलिए अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों के लिए रोजगार, स्वरोजगार उद्योग और उद्यमिता के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण की आवश्यकता है।
इसी दृष्टिकोण से हमने यह मांग की है.’ हमें विश्वास है कि हमारी महागंठबंधन सरकार हमारी मांग पर अवश्य सकारात्मक प्रतिक्रिया देगी. हम उसका पालन करेंगे.