सांगली के गुलमोहर कॉलोनी मेट्रो मॉल इलाके में आवारा कुत्तों की समस्या से तंग आकर 8 साल के बच्चे कुमार स्तवन वाघेले ने कलेक्टर डॉ. राजा दयानिधि और नगर निगम आयुक्त शुभम गुप्ता जी को पत्र लिखा. पत्र के अनुसार, आयुक्त शुभम गुप्ता ने तुरंत उपायुक्त को इस अभियान का नियंत्रण अधिकारी नियुक्त किया और सभी प्रभाग के सहायक आयुक्तों को इस अभियान के लिए नियुक्त किया। साथ ही स्तवन के लिखे पत्र के अनुसार गुलमोहर कॉलोनी और मेट्रो मॉल में आवारा कुत्तों को पकड़ने का अभियान तेज किया गया और दो कुत्तों को पकड़ा गया, कमिश्नर शुभम गुप्ता ने हमारे प्रतिनिधियों से बात करते हुए कहा कि आवारा जानवरों को पकड़ने का अभियान सभी में तेज किया जाएगा तीन शहर. उन्होंने कहा कि नगर निगम प्रशासन ने पहले ही पशु चिकित्सा विभाग शुरू कर दिया है और आवारा कुत्तों की नसबंदी की प्रक्रिया चल रही है, अब इसमें तेजी लाई जाएगी और डॉग वैन और कर्मचारियों को अच्छी ट्रेनिंग देकर हम यह सुनिश्चित करेंगे कि नागरिकों को परेशानी न हो. भविष्य में ये कुत्ते या अन्य आवारा जानवर कि समस्या नागरिको को नही झेलनी पडेगी . इस संबंध में आयुक्त शुभम गुप्ता के निर्देशानुसार मनपा चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी (ठोस अपशिष्ट परियोजना) डॉ. रवींद्र ताटे ने पत्र मिलने के बाद तुरंत आवारा कुत्तों की धरपकड़ पर डॉग वैन भेजी और दो कुत्तों को जब्त कर लिया. इस संबंध में स्तवन ने एक पत्र लिखकर नगर निगम प्रशासन को धन्यवाद भी दिया है. लेकिन ऐसे पत्र-व्यवहार की नौबत स्तवन को क्यों आनी चाहिए? इस घटना के बाद नागरिक अपनी भावनाएं व्यक्त कर रहे हैं कि यदि नगर निगम प्रशासन इस अभियान को सक्षमता से चलाये तो यह समस्या भी कम हो सकती है.