साइबर अपराधी ठगी करने के अपना रहे नए-नए तरीके, सतर्कता से ही बचाव
कासगंज :- उत्तर प्रदेश शासन द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सहायता एवं स्वालंबन हेतु चलाये जा रहे मिशन शक्ति अभियान (फेज-05) के तहत पुलिस अधीक्षक अपर्णा रजत कौशिक के निर्देशन में दिनांक 27.10.24 को जनपद के समस्त थाना क्षेत्रों में महिला बीट पुलिस अधिकारियों द्वारा गांवों, कस्बों, स्कूलों, कालेजों, बस स्टैण्ड सहित विभिन्न सार्वजनिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर भ्रमण कर महिलाओं एवं बालिकाओं को चौपाल का आयोजन कर जागरूक किया गया इस दौरान महिला बीट पुलिस अधिकारियों द्वारा प्राथमिकता के आधार पर साइबर अपराध के बारे विस्तृत जानकारी दी गई, जिसके तहत महिलाओं एवं बालिकाओं को बताया गया कि तकनीकी विकास के चलते आधुनिक जीवन शैली में समय के साथ इंटरनेट का प्रयोग आम जीवन में बढ़ता जा रहा है, एक ओर जहां इसके कई लाभ हैं तो दूसरी ओर इसके बहुत से नुकसान भी हैं।
आपकी एक छोटी सी चूक साइबर अपराधियों के लिए डेटा चोरी के द्वार खोल सकती है। साइबर अपराधी आपके पैसे चुरा सकते हैं। आपकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा सकते हैं, आपकी एक छोटी सी चूक से साइबर अपराधी गैरकानूनी रूप से आपकी निजी जानकारी प्राप्त कर उसका गलत इस्तेमाल कर सकते हैं।अधिकांश साइबर अपराध मानवीय लापरवाही के कारण होते हैं। इसलिए साइबर सुरक्षा जागरूकता महत्त्वपूर्ण है।
साइबर अपराध हमेशा आर्थिक लाभ से प्रेरित नहीं होते हैं अपितु साइबर अपराध में गैर-आर्थिक लाभ भी शामिल हैं। इसमें नौकरी से संबंधित धोखाधड़ी, वैवाहिक धोखाधड़ी, व्यक्तिगत जानकारी (आधार कार्ड का विवरण, क्रेडिट/डेबिट कार्ड का विवरण, बैंक खातों की सूचना आदि) को चुराकर उनका दुरूपयोग करना, सोशल मीडिया पर किसी व्यक्ति की मानहानि या कम्प्यूटर वायरस फैलाना आदि शामिल है। साइबर अपराध की परिणीति शारीरिक या यौन शोषण तक भी हो सकती है।
साइबर अपराध से बचने के लिए किसी भी एकाउंट को लॉग आउट किए बिना ब्राउजर विंडो को बंद न करें, किसी अन्य के कम्प्यूटर का उपयोग करते समय दो चरणीय सत्यापन जैसे- वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) का उपयोग करें, वेब ब्राउजर पर उपयोगकर्ता पहचान (User ID) और पासवर्ड सेव न करें, सोशल नेटवर्किंग साइट पर गैर अधिकृत पहुंच की सूचना पाने के लिए अपना मोबाइल नम्बर पंजीकृत करें, अज्ञात व्यक्ति या संस्था को अपने पहचान प्रमाणों जैसे- आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राईविंग लाइसेन्स आदि का विवरण या प्रतिलिपि कभी न दें, सोशल मीडिया पर अनजान फ्रेंड रिक्वेस्ट प्राप्त होने पर सतर्क रहें व ऐसी रिक्वेस्ट को स्वीकार न करें। साइबर अपराधी, पीड़ितों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से दोस्ती करने के लिए नकली सोशल मीडिया प्रोफाइल बनाते हैं, किसी अज्ञात व्यक्ति जिससे आप सिर्फ सोशल मीडिया के माध्यम से मिले हैं, के साथ अपना व्यक्तिगत एवं वित्तीय विवरण साझा न करें। अपना मोबाइल अनलॉकिंग पिन या पासवर्ड कभी भी किसी के साथ साझा न करें, अपने बैंक के साथ अपने व्यक्तिगत फोन नंबर और ई-मेल को पंजीकृत करें और SMS सर्विस एक्टीवेट करें।
किसी भी प्रकार के साइबर अपराध का शिकार होने पर अविलम्ब अपने निकटतम पुलिस स्टेशन पर या नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल https://cybercrime.gov.in पर अथवा हेल्पलाइन नंबर 1930 या 155260 पर डायल करके भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
इसके अतिरिक्त मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत महिलाओं एवं बालिकाओं को उनकी सुरक्षा, सम्मान, स्वस्थ रिलेशनसिप, प्रेम सम्बन्धों में घर से पलायन न करने के संबंध में जानकारी दी गई एवं जागरूक किया गया साथ ही शासन द्वारा संचालित विभिन्न हेल्पलाइन नम्बरों एवं विभिन्न सरकारी योजनाओं के विषय में जानकारी दी गयी ।